Wed. May 15th, 2024

यूपी के योगी मंत्रीमंडल का हुआ विस्तार, इन चार नए मंत्रियों ने ली शपथ

यूपी सरकार 2.0 के पहले मंत्री मंडल का विस्तार हो गया हैं। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल के द्वारा ओम प्रकाश राजभर, दारा सिंह चौहान, अनिल कुमार और सुनील शर्मा को मंगलवार को मंत्री पद की शपथ दिलाई।योगी आदित्यनाथ की सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला मंत्री मंडल विस्तार हो गया है। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने मंगलवार की शाम को चार नेताओं को मंत्री पद की शपथ दिलाई।

इन चार मंत्रियों ने ली शपथ

शपथ लेने वालों में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर, भाजपा विधान परिषद सदस्य दारा सिंह चौहान, राष्ट्रीय लोकदल के विधायक अनिल कुमार और भाजपा के साहिबाबाद से विधायक सुनील शर्मा ने मंत्री पद की शपथ ली। इस खास मौके पर योगी आदित्यनाथ ने सभी नेताओं को बधाई दी। उन्होंने एक्स में मंत्री पद की शपथ लेने वालों को बधाई दी। आप सभी के उज्जवल कार्यकाल के लिए मेरी ओर से शुभकामनाएं।

मंत्रियों ने जताया आभार

ओम प्रकाश राजभर के बेटे अरुण राजभर ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री जी को ध्यानवाद करता हूं। मेरे पिताजी ने जो संघर्ष किया है वो आज आप सभी के सामने है, हम छोटे और गरीब परिवार से निकल कर यहां तक पहुंचे है।

मंत्री पद की शपथ लेने के बाद ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश उन्नति कर रहा है। हम 2024 में आने वाले चुनाव के लिए काम करेंगे और कोशिश करेंगे की हमारी जीत हो। ओम प्रकाश राजभर योगी सरकार के पहले कार्यकाल में भी मंत्री थे पर यूपी विधानसभा के चुनाव से पहले सपा गठबंधन में शामिल हो गए थे।

1540 करोड़ की लागत से भोपाल मेट्रो के 8 नए स्टेशनों का किया भूमीपूजन, पटवारी समेत अन्य चयनित उम्मीदवारों को नियुक्ति पत्र बाटें

मंगलवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव दोपहर तीन बजे लाल परेड ग्राउंड में आयोजित कार्यक्रम से रिमोट द्वारा छह नए मेट्रो स्टेशनो का भूमिपूजन की। इस मौके पर सीएम ने कहा कि मेट्रो से पेट्रोल डीजल का भार कम हो जाएगा. जबलपुर और ग्वालियर को भी आने वाले समय में मेट्रो की सौगात मिलेगी।

दो मेट्रो स्टेशन अंडरग्राउंड होगी

मध्य प्रदेश मेट्रो रेल परियोजना के अंतर्गत पुल बोगदा से करोंद तक एलिवेटेड 4.8 किमी मेट्रो लाइन का निर्माण और 6 मेट्रो स्टेशन का निर्माण किया जाएगा। इस पर करीब 650 करोड़ रुपये की राशि भी खर्च की जाएगी। इसमें नादरा बस स्टेशन से भोपाल रेलवे स्टेशन तक अंडरग्राउंड मेट्रो लाइन करीब 3.4 किमी में होगी और दो मेट्रो स्टेशन का निर्माण किया जाएगा। इस पर करीब 890 करोड़ रुपये की राशि खर्च होगी।

नियुक्ति पत्र भी बाटें

दूसरी ओर, मोहन यादव पटवारी समेत अन्य प्रतियोगी परीक्षा के चयनित उम्मीदवारों को नियुक्ति पत्र का वितरण भी करेंगे। इसके अलावा नगरीय निकायों को विभिन्न विकास कार्यों के लिए 820 करोड़ रुपए की राशि का अंतरण करेंगे। साथ ही सर्वेक्षण-2023 राज्य स्तरीय सम्मान समारोह को लेकर भी कार्यक्रम होगा।

सीएम मोहन यादव और उनके पिता के बीच देखने को मिले भावुक पल, अयोध्या जाने के लिए पिता से मांगे पैसे

Ujjain: डॉ मोहन आज मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में अपनी जिम्मेदारियां निभा रहे हैं। प्रदेश के हर एक नागरिक की जिम्मेदारी उनके कंधों पर है जिसकी वजह से उन्हें अपने लिए समय निकालने का भी समय नहीं मिलता है। प्रोटोकॉल में रहने की वजह से वे हर जगह जा भी नहीं सकते। लगातार लोगों से मुलाकात और जनता से मिलकर उनकी समस्याओं को हल करने के लिए वे लगातार दौरा करते रहते हैं। सीएम डॉ मोहन यादव भले ही आज प्रदेश के मुखिया हैं लेकिन आज भी वह अपने पिता से ही पैसे मांगते हैं।

दो दिवसीय दौरे पर उज्जैन पहुँचे थे सीएम

उज्जैन में दो दिवसीय इन्वेस्टर्स समिट और विक्रमादित्य व्यापार मेले के आयोजन के अलावा अन्य कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए पहुंचे थे। इस दौरान सीएम ने अपने कार्यक्रम में से थोड़ा सा समय निकला और अपने पिता पूनम चंद यादव से मुलाकात करने के लिए पहुंच गए।

उन्होंने अपने पिता से कहा कि उन्हें उज्जैन से भोपाल जाने के लिए पैसे चाहिए। यह देखकर ऐसा लग रहा था कि मानों बचपन की तरह ही वह अपने पिता से पैसे मांग रहे हों। बेटे की मांग सुनकर पिता ने भी उनकी इच्छा पूरी करनी चाही और अपनी पोटली से कुछ पैसे निकालकर सीएम के हाथ में रख दिए।

पिता के साथ किया मजाक

पैसे देने के बाद मुख्यमंत्री थोड़ा मजा किया अंदाज में और पैसे मांगते हैं लेकिन पिता ने पैसा तुरंत पोटली में रख दिया। दोनों के बीच हुए इस नज़ारे को वहां मौजूद लोगों ने अपने कैमरे में कैद कर लिया। पिता से मुलाकात कर और उनसे पैसे लेने के बाद सीएम अपने पिता का आशीर्वाद ले कर वहां से अपने कार्यक्रम के लिए रवाना हो गए।

बीजेपी का गढ़ है विदिशा लोकसभा सीट, शिवराज के अलावा अटल बिहारी वाजपेयी, सुषमा स्वराज और शिवराज सिंह चौहान पहले भी उतार चुके हैं

Election 2024: लोकसभा चुनावों (Loksabha Election) की सरगर्मी BJP की पहली लिस्ट आने के बाद से तेज हो गई है, हाल में ही पार्टी ने 195 की प्रत्याशियों की सूची जारी की। जिसमें मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को विदिशा से भाजपा ने प्रत्याशी बनाया है। 60 के दशक से ही विदिशा जनसंघ और बाद में बीजेपी के गठन से ही गढ़ रहा है।

शिवराज को लेकर सारे कयास विफल रहे

मुख्यमंत्री पद छोड़ने के बाद से ही मीडिया जगत में कयास लगाए जा रहे थे कि उन्हें केंद्रीय मंत्री मंडल में जगह मिलेगी पर ऐसा हुआ नहीं, वहीं शिवराज ने विधानसभा के बाद से 29 कमल के फूलों की माला प्रधानमंत्री मोदी को पहनाएंगे ऐसा नारा दिया था। 2019 में प्रदेश की 29 में से 28 सीट बीजेपी के खाते में गई थी, एक छिंदवाड़ा लोकसभा पर कांग्रेस विजय हुई थी। छिंदवाड़ा के दौरे से लग रहा था कि शिवराज को इस बार छिंदवाड़ा से प्रत्याशी बनाएगी पर ऐसा हुआ नहीं।

अटल, सुषमा जैसे दिग्गजों ने किया है प्रतिनिधित्व

1967 में पहली बार चुनाव हुए थे तब भी जनसंघ के प्रत्याशी पंडित शिव शर्मा की जीत हुई थी। 1991 में अटल जी ने भी विदिशा से चुनाव लड़ा ओर जीते थे, वहीं पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने 2009 ओर 2014 में जीत दर्ज की थी। पाँच बार रह चुके सांसद शिवराज सिंह चौहान सूबे के बागडोर सम्भालने से पहले विदिशा लोकसभा से ही चुन कर सदन में पहुँचे थे। वे इस सीट पर 1991 के उपचुनाव में पहली बार जीतकर आए थे उसके बाद लगातार अटल जी के 96, 98, 99, 2004 तक इसी सीट से सांसद रहे हैं, और एक बार फिर पार्टी ने उन्हें इसी सीट से मौका दिया है।

लखनऊ के यादव महाकुंभ में शामिल हुए सीएम मोहन यादव, अपने पूर्वजों को बताया यूपी का

एमपी के सीएम मोहन यादव रविवार को यूपी की राजधानी लखनऊ में हो रहे यादव महाकुंभ में शामिल हुए. इस सम्मेलन के लिए पूरे यूपी में बड़े बड़े बैनर लगाए गए थे. इस दौरान सीएम मोहन यादव ने कहा कि एमपी और यूपी भाई भाई हैं. सीएम मोहन यादव ने यूपी के साथ रिश्तों की 450 साल पुरानी अनोखी कहानी सुनाई है. जिसे सुनकर सभा में मौजूद सभी लोग चौंक गए. सम्मेलन में यूपी के अलग अलग कौने से यादव समाज के लोग शामिल हुए।

पुराने रिश्तों का किया जिक्र

यादव महाकुंभ में सीएम मोहन यादव (CM Mohan Yadav IN UP) ने यूपी से अपने पुराने रिश्तों का जिक्र करते हुए कहानी सुनाई. उन्होंने कहा कि 450 साल पहले उनके पूर्वज आज के आजमगढ़ में रहते थे. तब वे आजमगढ़ से एमपी आए थे. इसके साथ ही उन्होंने भगवान कृष्ण से उज्जैन के संबंधों की बात करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश की धरती वह धरती है, जो नारा ही नहीं लगाती, बल्कि उस नारे को साबित भी करती है. जिसने मर्यादा तोड़ी, उसको मर्यादा में भगवान श्रीकृष्ण ने रखा. हमें गर्व है कि हम भगवान श्रीकृष्ण के वंशज हैं।

यादव चचला मोहन के साथ

यादव महाकुंभ के लिए यूपी में पोस्टर लगाए गए हैं उसमें लिखा हुआ है, श्रीराम-कृष्ण विरोधियों को छोड़ हाथ- यादव चला मोहन के साथ. इस नारे के साफ अर्थ है कि बीजेपी की नजर यूपी के यादव वोट बैंक पर है. क्योंकि लोकसभा चुनाव में ऐसा माना जाता है कि जिसने यूपी जीत ली सरकार उसी की बनेगी.

भाजपा के प्रत्याशियों के नाम की घोषणा के बाद अब नजर है कांग्रेस के ऊपर, जितेंद्र सिंह का बयान सामने आया है

लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस भी अपने प्रत्याशियों के नाम की जल्द ही घोषणा करने वाले हैं। केंद्रीय समिति की मीटिंग के दौरान पता चला है की पाँच–छह दिन में सरकार प्रत्याशियों के नाम सामने लाएगी।

प्रदेश महासचिव बयान आया सामने

भाजपा प्रत्याशियों के नाम सामने आ चुके है, और अब कांग्रेस के ऊपर नजर है की वह अपने प्रत्याशियों के नाम की कब घोषणा करेगी। इस मामले को लेकर रविवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और मध्यप्रदेश प्रभारी जितेंद्र सिंह का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है की उम्मीदवारों के चयन की प्रक्रिया लंबी है हम गांव–गांव जाकर लोगो से बात चीत करके प्रत्याशियों के नाम का चयन करेंगे।

जितेंद्र सिंह ने कहा है की भाजपा में सिर्फ मोदी जी और गृह मंत्री टिकट बाटते है, जिसको टिकट नहीं चाहिए होता है, उसको तब पता चलता है,तब उसका टिकट घोषित हो जाता है। हम सेंट्रल कमिटी की मीटिंग करके 5, 6 दिन के अंदर प्रत्याशियों के नाम की घोषणा करेंगे।

युवाओं और महिलाओं को बराबर का मौका मिलेगा

वही कांग्रेस के बड़े नेताओं के चुनाव लडने पर मध्यप्रदेश प्रभारी ने कहा है की अभी हम नाम नहीं रख सकते हैं, लेकिन उसमे सीनियर लीडर के साथ युवाओं, और महिलाओं सभी को बराबर का मौका दिया जाएगा। भारतीय जनता पार्टी ने छिंदवाड़ा से प्रत्यासी के नाम की घोषणा अभी तक नहीं की है।

जिस पर जितेंद्र सिंह ने कहा है की छिंदवाड़ा में बीजेपी ने नाम की घोषणा नहीं की है ये क्यू नही की है यह तो वही जाने लेकिन हम पिछले 40 सालो से हमेशा छिंदवाड़ा से सीट जीत रहे हैं।

खंडवा में बीजेपी प्रत्याशी ने अपने मुख्यमंत्री का तोड़ा नियम, पुलिस ने लिया जबरदस्त एक्शन

खंडवा: बीजेपी ने हाल में ही लोकसभा चुनावों के लिए अपनी पहली सूची जारी की है, खंडवा संसदीय क्षेत्र से वर्तमान सांसद (Member of parliament) ज्ञानशेश्वर पाटिल को दूसरी बार मौका दिया है। जिसके बाद समर्थकों रैली निकालकर आतिशबाजी की, वहीं डीजे वाहन की परमिशन ना होने पर पुलिस ने वाहन को जब्त कर लिया।

गृह नगर से खंडवा पहुँचे थे सांसद

बुरहानपुर से खण्डवा पहुँचे सांसद का समर्थकों ने स्टेशन पर स्वागत किया और घण्टाघर तक रैली निकाली। समर्थकों के हुजूम से नगर की ट्रैफिक व्यवस्था को देख रहे कोतवाली टीआई बलराम राठौड़ की नज़र जब डीजे वाहन पर पहुँची तो उन्होंने परमिशन मांगी तो ड्राइवर दे नहीं पाया , जिसके बाद उन्होंने वाहन को जब्त कर लिया।

मोहन सरकार ने ही जारी किए हैं नियम

अपने ही सरकार द्वारा जारी किए नियम के कारण सर्मथकों का उत्साह ठंडा पड़ गया। सरकार के बनने केबाद ही लाउड स्पीकर को लेकर सरकार ने नियम जारी किए थे जिसके आधार पर टीआई ने करवाई की। सीमित डेसिबल पर ही बजेगा, परीक्षा के समय पूर्ण रूप से प्रतिबंधित रहेगा।

पुलिस के आला अधिकारी बोलने से बचते दिखे

मामले को तूल पकड़ता देख अधिकारी किस तरह की करवाई की गई है इसे बताने से बचते दिखे। सूत्रों की माने तो इस करवाई से माननीय सांसद जी आहत हुए हैं परन्तु करें तो क्या अपनी ही सरकार के नियम में फस गए।

मोहन का राम के प्रति समर्पण अयोध्या में धर्मशाला, घाट बनाएंगे MP के सीएम

अयोध्या में Mohan सरकार प्रदेशवासियों के लिए व्यवस्था कर रही है, सरकार अयोध्या में धर्मशाला का निर्माण करेगी

Ram Mandir के उद्धघाटन के बाद से BJP शासित राज्यों की सरकारें सीएम और मंत्री मंडल के साथ अयोध्या दर्शन के लिए जा रहे हैं। इसी कड़ी में मध्यप्रदेश के सीएम Dr Mohan Yadav भी अपने मंत्री मंडल के साथ 4 मार्च को अयोध्या जाने के लिए रवाना हुए हैं। दर्शन के लिए।

जमीन मिली तो बनवाएँगे धर्मशाला

सीएम ने कहा कि अगर सरकार को अयोध्या में जमीन मिलती है तो वहाँ धर्मशाला बनाएंगे जिससे प्रदेश से अयोध्या जाने वाले श्रद्धालुओं को परेशानी न हो।

सम्राट विक्रमादित्य ने 2000 साल पहले बनाया था मंदिर

सीएम यादव ने कहा “भगवान राम का मध्य प्रदेश से खास संबंध है। सम्राट विक्रमादित्य ने 2000 साल पहले अयोध्या में बड़ा भव्य मंदिर बनवाया था। अगर सरयू के किनारे भूमि उपलब्ध हुई तो हमारी सरकार विक्रमादित्य घाट बनाने का भी प्रयास करेगी।”

सीएम मोहन यादव ने मीडिया को बातचीत में बताया कि, ”22 जनवरी को पीएम मोदी और सरसंघचालक मोहन भागवत की मौजदूगी में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम हुआ। यह भारत का सांस्कृतिक अनुष्ठान पर्व था जिससे पूरे देश में ऊर्जा का वातावरण पैदा हुआ है। ऐसे में हमने मंत्रीमंडल के साथ चार मार्च को अयोध्या जाने का फैसला किया है। हम रामराज्य के सपने को साकार करने के लिए संकल्पित हैं और आगे बढ़ेंगे।

चार माह से अतिथि शिक्षकों को नहीं मिल रही सैलरी, कर्ज लेकर घर चलाने को मजबूर

विधानसभा चुनाव के पहले प्रदेश के अतिथि शिक्षकों का मानदेय दोगुना करने की बात कही गई थी। लेकिन चुनाव के बाद मानदेय दोगुना मिलने की वजह पिछले 4 महीने से वर्तमान मानदेय भी नहीं मिल पा रहा है। जिसके कारण प्रदेश के शासकीय स्कूलों में पढ़ा रहे अतिथि शिक्षकों की अर्थिक हालत बेहद खराब है। पिछले चार महीने से प्रदेश के अतिथि शिक्षकों की सैलरी नहीं आयी है। जिसके कारण कई अतिथि शिक्षक कर्ज और ब्याज से पैसे लेकर अपना गुजारा करने को मजबूर हैं। इसको लेकर शिक्षकों ने प्रशासन से शिकायत भी की भी लेकिन इसके बाबजूद शिक्षको कोई मदद नहीं मिली है।

कर्ज लेकर घर चलने को मजबूर

शहर के अतिथि शिक्षको की भी माली हालत काफी ख़राब है। वर्तमान में शहर में 786 कार्यरत है। शिक्षक शिशुपाल कलावत ने बताया, पिछले 4 महीने से वेतन न मिलने के कारण आर्थिक हालत काफी खराब है। जिसके कारण घर का खर्च चलने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

बलवान सिंह साहू ने बताया, हमें चुनाव के पहले वेतन दोगुना करने की बात कही गयी थी लेकिन हम दोगुना छोड़ो हमें हमरा पुराना वेतन ही नहीं मिल रहा है। जिसके कारण हमें काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हमें हमारा खर्चा दूसरों से उधार लेकर चलाना पड़ रहा है।

गाडी से साइकिल पर आए

वही दीपक शर्मा ने बताया, सरकार हमसे बराबर काम ले रही है टाइम पर स्कूल बुला रही है। टाइम पर स्कूल में पढ़वा रही है, लेकिन वेतन नहीं दिया जा रहा। सरकार ने वादा किया था कि वेतन वृद्धि करेंगे, लेकिन वृद्धि तो ठीक है हमको पुराना वेतन ही नहीं मिल पा रहा। हम लोग बहुत आर्थिक परेशानी से गुजर रहे हैं। हम और हमारा परिवार बहुत परेशान है।

सोनू रघुवंशी ने बताया, तनख्वाह नहीं मिलने के कारण अर्थिक तंगी काफी खराब हो गई है। पहले गाड़ी से हम स्कूल जाते थे लेकिन अब पेट्रोल के पैसे न होने के कारण मुझे साइकिल से स्कूल जाना पड़ रहा है। इसके अलावा बच्चों की परीक्षा सिर पर है। लेकिन स्कूल की फीस भरनी है लेकिन समझ नहीं आ रहा है फीस कैसे भरे। वही शहर के शासकीय स्कूल में पढ़ा रहे शासकीय शिक्षक ने बताया, कि हमने सैलरी न मिलने की शिकायत जिला शिक्षा अधिकारी से भी की और अन्य अधिकारियों से की। लेकिन इसके बाबजूद हमें किसी भी तरह की मदद नहीं मिल रही है।

नाथूराम गोडसे को देशभक्त कहने वाली प्रज्ञा ठाकुर का लोकसभा चुनाव से कटा टिकट, पीएम मोदी और पार्टी को लेकर कही ये बड़ी बात

भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा चुनाव को लेकर बिगुल बजा दिया है। पार्टी ने दिल्ली में अपने लोकसभा चुनाव के उम्मीदवारों की पहली सूची कर दी है। जिसमें 195 उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं। इनमें मप्र के भी 24 उम्मीदवार शामिल हैं। जिनमें विदिशा से शिवराज सिंह चौहान, गुना से ज्योतिरादित्य सिंधिया और भोपाल से आलोक शर्मा से दिग्गजों के भी नाम शामिल हैं। इस बार लोकसभा चुनाव से भोपाल की सासंद प्रज्ञा ठाकुर का नाम कट गया है। अब इसको लेकर उनकी प्रतिक्रिया सामने आयी है।

नमस्ते पीएम मोदी और पार्टी को लेकर कहा ये

साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने सूची जारी होने के अगले दिन से एक टीवी न्यूज चैनल से बात की। जहां उन्होंने अपने टिकट कटने को लेकर कहा, ”बीजेपी सिद्धांतों पर चलने वाला संगठन है और इसमें किसी तरह का सवाल नहीं होता है।पार्टी ने आलोक शर्मा को टिकट दिया है और ये मुझे सहज स्वीकर है।” उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से आलोक शर्मा काम करेंगे और हम सब मिलकर उन्हें विजयी बनाएंगे।

इसके अलावा प्रज्ञा ठाकुर से सवाल किया कि क्या बयानों की वजह से आपका टिकट तो नहीं कटा? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि ”मेरे द्वारा दिए गए बयान पर मैंने पीएम मोदी से माफी मांग ली थी, मेरा उद्देश्य उनका मन दुखाना नहीं था और मैंने दुखाया भी नहीं।”साध्वी प्रज्ञा ने आगे कहा ” ⁠मेरा सत्य बोलना विरोधियों और कांग्रेस के लोगों को खटकता है, और मेरी आड़ लेकर वो मोदी जी पर प्रहार करते हैं। मैंने जो कहा वो सत्य कहा लेकिन मीडिया ने उसे विवादित बयान कहकर मुद्दे को हवा दी इसी कारण उस बयान को इतना बल मिला। जब साध्वी प्रज्ञा से पार्टी छोड़ने या फिर आगे के राजनीतिक भविष्य को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने बताया कि “⁠मेरा पार्टी छोड़ने का कोई विचार नहीं है” “संगठन जो जिम्मेदारी मुझे देगा, मैं उसे निभाऊंगी और जहाँ मेरी ज़रूरत होगी। मैं वहां उपलब्ध रहूंगी।

नाथूराम गोडसे को देशभक्त कहा था

माना जा रहा है कि सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर को पीएम मोदी की नाराजगी का खामियाजा भुगतना पड़ा है. दरअसल, उन्होंने संसद में बयान देते हुए नाथूराम गोडसे को देशभक्त कहा था, जिससे उन्हें विपक्ष के साथ-साथ पार्टी के भीतर भी काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था. उनके इस बयान के बाद ही उन्हें रक्षा संबंधी कमेटी से हटा दिया गया था. पीएम मोदी ने भी साफ कर दिया था कि भले ही उन्होंने अपने इस बयान के लिए माफी मांग ली है, लेकिन वह कभी उनको माफ नहीं कर पाएंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नाराजगी अब साफतौर पर देखी गई और भारी मतों से जीतने के बाद बावजूद प्रज्ञा सिंह ठाकुर को भोपाल से उम्मीदवार नहीं बनाया गया।