Mon. Apr 29th, 2024

मोहन सरकार पर हमलावर हुए कमलनाथ, कर्ज लेकर पार्टी के कार्यक्रम कर रही सरकार

कई दिनों कि चुप्पी के बाद पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमलनाथ, फिर अपने सोशल मीडिया एकाउंट से प्रदेश सरकार पर हमलावर हुए हैं। जहाँ मीडिया में कयास लागए जा रहे थे कि (kamalnath) अपने बेटे नकुलनाथ के साथ बीजेपी जॉइन कर सकते हैं। इन सब अटकलों को दुर करते हुए नाथ ने कहा कि डॉ मोहन सरकार तो शिवराज (shivraj singh Chouhan) सरकार से भी तेजी से प्रदेश को कर्ज के दलदल में डाल रही है।

दो महीने में 17500 करोड़ का कर्ज

विकास के वादे करने वाली सरकार प्रदेश को कर्ज के दलदल में डाल रही है। विकास के नाम और कर्ज लेकर सरकार राजनैतिक कार्यक्रम कर रही है। पिछले 2 महीने सरकार ने 17500 करोड़ का loan लिया और अब 27 फरवरी को अतिरिक्त 5000 करोड़ का कर्ज ले रही है।

शिवराज सरकार से भी तेज है मोहन सरकार

शिवराज सरकार पहले से ही प्रदेश पर 3.50 लाख करोड़ का कर्ज छोड़कर गई है और अब नवागत सरकार प्रदेश को कर्ज में डुबाने में एक कदम आगे है।

सेन्ट मार्टिन स्कूल के विद्यार्थी ने जेईई की परीक्षा में शानदार सफलता हासिल कर किया नगर का नाम रोशन

सेंट मार्टिन स्कूल की एक और बड़ी उपलब्धि

बड़नगर। सेन्ट मार्टिन स्कूल के छात्र आदित्य पुरोहित ने देश की सबसे कठिन और प्रतिष्ठित मानी जाने वाली IIT&JEE प्रीलिम्स की परीक्षा में 95.30 प्रतिशत अंक लाकर सफलता हासिल करते हुए एडवांस लेवल हेतु पात्रता प्राप्त कर ली है। यह बड़नगर और सेन्ट मार्टिन स्कूल के लिए बड़े ही गौरव की बात है। बता दें कि नयापुरा निवासी डॉक्टर जयनारायण पुरोहित व निर्मला पुरोहित के पोत्र एवं चेतन पुरोहित व सोनम पुरोहित के पुत्र आदित्य पुरोहित कक्षा नर्सरी से ही सेन्ट मार्टिन स्कूल के नियमित छात्र रहे हैं व आदित्य ने अपनी परीक्षा की तैयारी विद्यालय के शिक्षकों के मार्गदर्शन में ही कर सफलता प्राप्त की है। आदित्य की इस शानदार सफलता पर विद्यालय के डायरेक्टर जॉर्ज सर, प्राचार्य जेनेट जॉर्ज तथा विद्यालय परिवार ने बधाई देते हुए उज्जवल भविष्य की कामना की है।

युवक की निर्मम हत्या, मरने तक पीटा और मरने के बाद शव में पेट्रोल डालकर जला दिया

भोपाल। चार आरोपियों ने एक युवक की पीट-पीटकर हत्या कर दी। उनकी ज़बरदस्ती और निर्दयता का स्तर ऐसा था कि उन्होंने हत्या के बाद पेट्रोल डालकर शव को जला दिया, फिर सात दिनों तक उसे घर में रखा, बदबू आने पर उसे कंबल और साड़ी में लपेटकर ट्रांसफार्मर के नीचे फेक दिया। यह एक बेहद दुखद घटना है।

यह था पूरा मामला

दरअसल यह मामला रिवा का है, जहां इन हत्यारों ने संतोष नामक युवक को पहले पीटा, फिर हत्या की, और फिर पेट्रोल डालकर शव को जला दिया। हत्यारो ने पुलिस से बचने के लिए लाश को 7 दिनों तक अपने घर में छिपाए रखा, मगर अपराधियों की चालाकी कितनी भी तेज़ हो, वे क़ानून से नहीं बच सकते, इस वाक्य को रिवा पुलिस ने सच कर दिखा और 21 दिनों में इन चालाक हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया। शव की बदबू की वजह से मुजरिम पकड़े गए, उन्होंने शव को कंबल और साड़ी में लपेटकर झाड़ियों में फेंक दिया जिससे शव की बदबू फेल गई। मामले में पुलिस ने चार आरोपीयो को गिरफ़्तार कर लिया है।

आरोपियों के घर से मिला मृतक का सामान

पुलिस ने बताया कि जांच के दौरान आरोपियों के घर की तलाशी ली गई तो मृतक की टॉर्च और शव के खून के छींटे मिले। जिसके बाद मोहित साकेत उर्फ मुन्नू साकेत, मुकेश साकेत, धर्मेन्द्र साकेत और रंजीत साकेत नाम के चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए सभी आरोपी ब्रम्हागढ थाना शाहपुर जिला मऊगंज के रहने वाले हैं।

इंदौर में अप्रैल के बाद बढ़ जाएंगे प्रापर्टी के रेट, मूल्यांकन समिति ने 100% से ज्यादा की वृद्धि

इंदौर जिला मूल्यांकन समिति की बैठक में अचल संपत्ति की शासकीय गाईडलाइन दरें तय करने प्रस्ताव समिति ने पारित किए। 1 अप्रैल 2024 से जिले के 2062 क्षेत्रों में नए मूल्य होंगे जिससे रजिस्ट्री की दरें बढ़ जाएंगी। क्षेत्र के कई इलाकों में 100% से ज्यादा वर्द्धि की गई है, साथ ही पुराने शहर को अलग रखा गया है।

कलेक्टर ने लगाई मोहर

कलेक्टर आशीष सिंह की अध्यक्षता में  में आयोजित बैठक में मूल्य वृद्धि के प्रस्ताव पर मोहर लग चुकी है। जिले के 4995 क्षेत्रों में से 41 प्रतिशत क्षेत्रों में 17.39 प्रतिशत औसत वृद्धि प्रस्तावित की गई है। बाईपास, सुपर कॉरिडोर और निपानिया क्षेत्र में सर्वाधिक मूल्य वृद्धि प्रस्तावित की गई है।

29 फरवरी तक आमजन के सुझाव आमंत्रित

जिला पंजीयक अमरेश नायडू ने बताया कि जिला मूल्यांकन समिति की बैठक में 2062 क्षेत्रों में वृद्धि प्रस्तावित की गई है। आमजन 29 फरवरी शाम चार बजे तक किसी भी पंजीयन कार्यालय में मूल्य वृद्धि को लेकर सुझाव दे सकते हैं। 154 नई कॉलोनी को भी गाईडलाइन में शामिल क्या गया है।

100% वृद्धि के प्रस्ताव जिले के कई क्षेत्रों में 250% वृद्धि

बीके प्रस्ताव पंजीयन हुआ है ऐसे में समिति ने निर्णय लिया है कि गौरीनगर, मोतीनगर में 118% की वृद्धि और सोलंकी नगर, मालवीय नगर, कृष्ण बाग ऐसे इलाको में 91% तक वृद्धि की है।

एयरपोर्ट की तर्ज पर बनेगा इंदौर का रेलवे स्टेशन, पीएम मोदी ने वर्चुअल जुड़कर किया भूमिपूजन

Inodre: अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत इंदौरवासियों को पीएम नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव के पहले बड़ी सौगात दी हैं। इंदौर शहर के नए रेलवे स्टेशन भवन की पहली झलक सामने आ गई है। रेलवे की भव्य नई इमारत सात मंजिला होगी और वर्तमान स्टेशन भवन से 10 गुना बड़ी होगी। तकरीबन पांच सौ करोड़ की लागत से बने इस नए रेलवे स्टेशन का पीएम मोदी 25 फरवरी को वर्चुअल तरीके से इसका शिलान्यास किया। इस अवसर पर सांसद शंकर लालवानी, मंत्री विजयवर्गीय और सभी जनप्रतिनिधी मौजूद रहें।

एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं मिलेंगी

नया रेलवे स्टेशन आधुनिक होगा। उसमें बड़े वेटिंग रुम, फूड जोन, चार्जिंच पाइंट, स्लिपिंग एरिया सहित अन्य सुविधाएं होगी। प्लेटफार्म को भी बड़ी गाडि़यों के हिसाब से लंबा किया जाएगा। सांसद लालवानी ने बताया कि स्टेशन को आगामी 50 साल की जरूरत के हिसाब से बनाया जा रहा है, यहाँ पर एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं मिलेगी।

उज्जैन कुंभ से पहले बनकर तैयार होगा

स्टेशन को उज्जैन में होने वाले कुंभ से पहले बनकर तैयार हो जाएगा जिससे कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी तरह से परेशानी का सामना ना करना पड़े।

तीन दशक के बाद एमपी को मिली महिला मुख्य सचिव, जानिए कौन है नई मुख्य सचिव वीरा राणा

मध्यप्रदेश सरकार ने 1988 बेच की वरिष्ठ आईएएस अधिकारी वीरा राणा को मध्यप्रदेश का मुख्य सचिव पद नियुक्त कर दिया है वे इस पद को मार्च 2024 तक सम्भालेंगी। राणा अब तक मुख्य सचिव पद का अतिरिक्त प्रभार संभाल रही थी। इस पद पर निर्मला बुच के बाद वे दूसरी महिला होंगी। दो बार के कार्यकाल के विस्तार के बाद इक़बाल सिंह बैस 30 नवंबर 2023 के सेवानिवृत्त हो गए थे। जिसके बाद चुनावी आचार संहिता लागू होने के कारण वीरा राणा को अतिरिक्त मुख्य सचिव बनाया गया था।

पहली बार हुआ ऐसा?

मध्यप्रदेश के गठन के बाद ऐसा पहली बार हुआ कि मतदान के दिन अलग चीफ सेक्रेटरी था और मतगणना के दिन अलग। वोटिंग के दिन इक़बाल सिंह बैस और 3 दिसम्बर को राणा ने प्रदेश के मुख्य सचिव पद कि कमान संभाल ली थी।

किन पदों पर रहा चुकी हैं

मुख्य सचिव बनने से पहले मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल की अध्यक्ष, राज्य की मुख्य निर्वाचन अधिकारी, खेल और युवा कल्याण विभाग की एडिशनल चीफ सेक्रेटरी, प्रशासन अकादमी में महानिदेशक, कुटीर और ग्रामोद्योग विभाग और सामान्य प्रशासन विभाग कार्मिक जैसे महत्वपूर्ण विभागों के साथ मध्यप्रदेश के दो जिले जबलपुर और विदिशा जिले की कलेक्टर की जिम्मेदारी संभाल चुकी हैं।

राज्यपाल आनंदीबेन से रहा विवादों का नाता

2018 में तत्कालीन मध्यप्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने सरकार से अपने पीएस पद के के लिए एक महिला आईएएस की अनुसंशा की थी और वर्तमान सरकार ने वीरा राणा को इस पद पर नियुक्त कर दिया था। एक पखवाड़े काम करने के बाद ही उनकी राज्यपाल कॉफ़ी टेबल के प्रकाशन को लेकर अनबन हो गई थी जिसके बाद वे चाइल्ड केयर लीव पर चली गई थी जिसके बाद सरकार ने उन्हें अन्य पड़ पर नियुक्त किया था।

मिल सकती है सेवावृद्धि

2024 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर ऐसा माना जा रहा है कि सरकार ने उनके कार्यकाल में वर्द्धि कर सकती है। वीरा राणा मार्च में सेवानिवृत्त हो जायेंगी और चुनावी आचार संहिता के सरकार नहीं चाहेगी की मुख्य सचिव की नियुक्ति के गेंद चुनाव आयोग के हाथ में चली जाए ऐसे में सरकार उन्हें फरवरी के अंत तक उनका सेवावृद्धि का आदेश जारी कर सकती है।

जानिए क्या होता है डीपफेक, आखिर क्यों सेलिब्रिटी और आम लोग बन रहे हैं इसका शिकार

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) जैसी खतरनाक टेक्नोलॉजी बहुत तेजी से आगे बढ़ रही है। इसी से जुड़ी नई तकनीक डीपफेक दुनिया भर में काफी तेजी से फैल रहा है। ओबामा से लेकर पुतिन और मनोज से लेकर रश्मिका तक, आज हम जो देख रहे हैं वह उस नुकसान की एक झलक मात्र है, जो एक अनियंत्रित टेक्नोलॉजी हम पर ला सकती है। इसको लेकर हाल ही में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी चिंता व्यक्त की थी और उन्होंने इसको चिंता जाहिर की थी। आईये जानते है इसके बारे में विस्तार से।

जानिए क्या होता है डीपफेक

यह एक तरह फेक वीडियो और ऑडियो है जिस से समाज मे भृमित जानकारी फैलाई जाती है, जिसका शिकार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, सचिन तेंदुलकर से लेकर मॉडल रश्मिका भी हई हैं। हाल में ही एक वीडियो जमकर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था जिसमें सचिन एक गेमिंग एप्पलीकेशन का प्रचार करते हुए दिख रहे थे, “डीपफेक” में चेहरे, आवाज, हाव-भाव का बेहतरीन तरीके से एडिट किया जाता है कि सच क्या है? पता लगा पाना बेहद ही मुश्किल हो जाता है।

बाद में उन्होंने में एक्स प्लेटफार्म से इस वीडियो को फेक बताया। ऐसा ही वीडियो प्रधानमंत्री का भी वायरल हुआ था जिसमें वो एक गरबा महोत्सव में गाना गाते हुए हैं दिख रहे थे, जिसके बाद इसके बढ़ते नकारात्मक प्रभाव को लेकर प्रधानमंत्री ने चिंता भी जाहिर की थी।

“डीपफेक” कैसे बनाते हैं?

डीपफेक को गहन शिक्षण और जनरेटिव एडवर्सिरियाल नेटवर्क जैसे सॉफिस्टिकेटेड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीकों का उपयोग करके बनाया जाता है। इसे 2017 में अमेरिका में पहली बार इस शब्द का प्रयोग किया गया था और तब से ही इसके बढ़ते दुष्प्रभाव पर शोध जारी है। यह बाकि एडिटिंग एप्लीकेशन जैसे फोटोशॉप , पिक्स आर्ट आदि से बेहद ही अलग है क्योंकि डिपफेक में पूर्ण से डीप न्यूरल नेटवर्क का उपयोग कर नया कॉन्टेंट क्रिएट कर सकते हैं, जिससे उसकी प्रमाणिकता का पता करना मुश्किल हो जता है।

डीपफेक का बढ़ता दुरुपयोग

ऑनलाइन डीपफेक कॉन्टेंट की मात्रा तेजी से बढ़ रही है। स्टार्टअप डीपट्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, 2019 के शुरुआत में 7964 डिपफेक वीडियो ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर थे, केवल 9 महीने बाद ही इनकी संख्या बढ़कर 14,678 हो गई थी, और इसने कोई संदेह नहीं है कि ये अकड़ा 2024 में 10 गुना बढ़ गया होगा परन्तु इसका इस तरह से ऑनलाइन माध्यमों पर मिलना चिंताजनक है। मान लीजिए अगर किसी चुनाव में अगर प्रत्यशी का डिपफेक वायरल कर दिया जाता है तो वहाँ अरकजता का माहौल हो जाएगा जो एक सभ्य समाज के लिए उचित नहीं है।

इसके दुष्प्रभाव को देखते हुए भारत सरकार के आईटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने बताया है कि सरकार 7- 8 दिनों में ही नए कठोर आईटी के  नियम बना रही है जिससे आपत्तिजनक डीपफेक को प्रतिबंधित किया जा सके और और आईटी नियम का उल्लंघन करने वाले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

पहचान कैसे करें?

आमतौर पर इस समझ पाना थोड़ा मुश्किल होता है पर, आप उस व्यक्ति की त्वचा, बाल, चेहरे पर गौर करें और गले पर धुंधलापन है या परछाई ज्यादा है जो डिपफेक वीडियो में दिखाया गया है तो वह फेक है। डीपफेक अल्गोरिथम हमेशा ही इस्तेमाल किया क्लिप की लाइटिंग को ही लेता है, लेकिन टारगेट वीडियो की लाइटिंग से मिलाने पर फर्क दिखता है।

डीपफेक बड़ा खतरा बन सकता है

सोर्स कितना भरोसेमंद है, जिस माध्यम से अपलोड हुआ है वहाँ प्रासंगिक है या नहीं इसे देखने से भी की पहचान की जा सकती है। परन्तु भारत जैसे लोकतांत्रिक देश की बात करें तो यहां इसे वायरल करना बेहद ही आसान है क्योंकि भारत में स्मार्ट फ़ोन यूजर लगभग 90 करोड़ है और अगर हम डिजिटल लिटरेसी की बात करें शहरी इलाकों में 61% और ग्रामीण क्षेत्रों में 25% जो कि भारत की आबादी का दशवा हिस्सा भी नहीं है। ऐसे में भारत में डिपफेक से ओर भी खतरा बढ़ जाता है।  

चौथे टेस्ट मैच में संकट से उबरने वाले ध्रुव जुरेल करगिल युद्ध में विजय दिलाने वाले सैनिक के बेटे है, ध्रुव की मां ने बेटे के लिए बेच दिए थे अपने गहने

भारत और इंग्लैंड के बीच चौथा टेस्ट मैच रांची में खेला जा रहा है। इस मैच में इंग्लैंड की टीम ने पहली पारी में जो रूट के 122 रन की शतकीय पारी की बदौलत 353 रन बनाए। जवाब में भारतीय टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही और एक समय टीम का स्कोर 177 पर 7 विकेट गंवा दिया। इसके बाद ध्रुव जुरेल बल्लेबाजी करने आए। उन्होंने पहले कुलदीप यादव के 76 रनों की साझेदारी की। इसके बाद उन्होंने आकाशदीप और सिराज के साथ छोटी-छोटी साझेदारियां की। उन्होंने 90 रन बनाकर टीम को संकट निकाला और टीम को 307 रन तक पहुंचाया। ध्रुव ने जितनी साहस भरी पारी इस मैच में खेली है। उतना ही साहस भरा अब तक उनका जीवन रहा। आईये जानते है उनके करियर के बारे में।

पिता ने करगिल युद्ध में भूमिका निभाई थी

ध्रुव जुरेल का जन्म 21 जनवरी 2001 को उत्तर प्रदेश के आगरा में हुआ था. उनका पूरा नाम ध्रुव चंद जुरेल है। उनके पिता नेम सिंह जुरेल, भारतीय सेना में थे और 1999 के कारगिल युद्ध में सेवा की थी और देश को युद्ध में विजय बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उनकी मां रजनी जुरेल, एक गृहणी हैं। ध्रुव की एक बड़ी बहन नेरू जुरेल है। ध्रुव जुरेल के पिता चाहते थे कि उनका बेटा भारतीय सेना में शामिल होकर देश की सेवा करे। लेकिन ध्रुव को क्रिकेट में दिलचस्पी थी, इसलिए उसने क्रिकेट को अपने करियर के रूप में चुना।

ध्रुव के पिता उनके क्रिकेट से खेलने से कभी खुश नहीं हुए। लेकिन ध्रुव ने हार नहीं मानी और लगातार क्रिकेट खेलते रहे। उन्होंने स्कूल के समय क्रिकेट से खूब लोहा मनवाया। हालांकि उनके घर की अर्थिक हालत काफी अच्छी नहीं थी। जिसके कारण उनके पिता चाहते थे कि वें सरकारी नौकरी करें। इस कारण से उनके पिता अक्सर उनको डांटते थे।

मां ने बेची बेटे के लिए अपनी चेन

एक बार उनके ध्रुव ने उनके पिता से क्रिकेट किट की मांग की। लेकिन ध्रुव के पिता ने उनसे मना कर दिया और डांट लगा दी। इसके बाद ध्रुव ने खुद को बाथरूम में बंद कर लिया। उनकी मां ने उन्हें मनाया और अपनी सोने की चेन बेचकर अपने बेटे को क्रिकेट की किट दिलाई। इसके बाद ध्रुव ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। वह महज 13 साल की उम्र में आगरा से नोएडा आ गए। उन्होंने 14 साल की उम्र में वे अंडर-14 में चुने गए और फिर उत्तर प्रदेश के अंडर-16 और अंडर-19 टीमों के लिए खेला।

इसके बाद 10 जनवरी 2021 को, ध्रुव जुरेल ने 2020–2021 के सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में उत्तर प्रदेश के लिए टी20 डेब्यू किया। बाद में अगले रणजी ट्रॉफी में डेब्यू किया। साल 2023 में 05 अप्रैल को, ध्रुव जुरेल ने पंजाब किंग्स के खिलाफ अपना आईपीएल डेब्यू किया. उन्होंने बतौर इम्पैक्ट प्लेयर डेब्यू करते हुए अपने पहले आईपीएल मैच में 15 गेंदों में 3 चौके और 2 छक्कों की मदद से नाबाद 32 रन बनाए. उनकी शानदार बल्लेबाजी ने काफी चर्चा बटोरी थी। इसके बाद अब इस महीने में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट में डेब्यू किया था और अपने सपने को पूरा किया।

मप्र के सबसे चर्चित विधायक पर करोड़ों रुपयों लेने का आरोप

पहले अपनी जीत के चर्चे, फिर विधानसभा में बाइक से पहुंचने पर चर्चे और अब रिश्वत के लिए मशहूर हो रहे है विधायक जी

मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनावों में कांग्रेस और बीजेपी को परास्त करने वाले एक मात्र सैलाना विधायक कमलेश्वर डोडियार (kamleshwar dodiyar) फिर से पूरे सूबे में चर्चा का विषय बन गए हैं। माननीय विधायक पर करोड़ों रुपयों की रिश्वत लेने के आरोप लगे हैं। वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।

बिना डिग्री के इलाज कर रहे डॉ – विधायक जी

विधायक जी मेडिकल पर पहुंचे थे उनका दावा था कि मेडिकल संचालक तपन राय बिना एमबीबीएस की डिग्री के अवैध रूप से इलाज कर रहा है इसे ही बंद कराने वे पहुँचे थे, जो वो वीडियो के बैठे भी दिख रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं अपनी विधानसभा में ऐसे इलाज नहीं होने दूँगा जिससे आमजनता की जान पर आए इसीलिए वे दुकान पर बैठकर अधिकारियों का वैट कर रहे थे।

1 करोड़ मांगे थे विधायक जी ने

19 फरवरी को विधायक जी ने अपने आवास पर बुलाया था में वहाँ गया तो उन्होंने मेरा मोबाइल बाहर रखवा दिया और 1 करोड़ रुपये देने की बात कही वरना कई मामले में फ़साने की धमकी दी। विधायक ने इन आरोपों का खंडन किया और कहा कि वो खुद ही 20 लाख रुपए लेकर आया था।

वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है दोनों की पक्ष अपने सही होने का दावा कर रहे हैं आधिकारिक रूप से अभी तक किसी ने भी कोई शिकायत दर्ज नहीं करवाई है।

मानहानि केस में मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री रखेंगे अपना पक्ष

पूर्व मुख्यमंत्री और देश में मिस्टर बंटाधार के नाम से चर्चित दिग्विजय सिंह ने राष्ट्रवादी संगटन के कार्यकर्ताओं को कहा था पाकिस्तानी जासूस इस मामले में अब उन्हें अपना पक्ष रखने के लिए कोर्ट में पेश होना है।

ग्वालियर (Gawlior) : परिवादी एडवोकेट अवधेश सिंह भदोरिया की ओर से दिग्विजयसिंह के खिलाफ लिखित बहस न्यायालय में पेश की गई। अब इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की ओर से 28 फरवरी को अपना पक्ष रखा जाएगा, इसके बाद कोर्ट केस में अपना निर्णय सुनाएगी।

31 अगस्त 2019 को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था पाकिस्तानी जासूस


भिंड में प्रेस को सम्बोधित करते हुए सिंह ने कहा था कि बीजेपी और आरएसएस के कार्यकर्ता देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त हैं वे पाकिस्तान के लिए जासूसी का काम भी करते हैं। इस बयान से आहत होकर भदौरिया ने मानहानि के लिए कोर्ट का रुख किया था। अब कोर्ट ने दिग्विजय सिंह को अपना पक्ष रखने के लिए 28 फरवरी को न्यायालय बुलाया है। हालांकि दिग्विजय सिंह पूर्व में कई बार कह चुके हैं कि उनके ऊपर दायर किया गया मानहानि का मामला बनता ही नहीं है, फिर भी न्यायालय पर विश्वास है और वह उचित फैसला लेगी।