Fri. Oct 11th, 2024

दो राजनीतिक दल ने इंदौर में ईवीएम को बताया गलत, पूरी मीडिया के सामने बटन दवाई केले के चिन्ह की, बीबीपैट से पर्ची निकली सेव के चिन्ह की

इंदौर। सोशलिस्ट पार्टी इंडिया और राइट टू रिकॉल पार्टी की पत्रकार वार्ताई.वी.एम. भरोसेमंद नहीं, मतपत्र से ही मतदान होना चाहिएईवीएम से हो रही है मत पत्रों की लूट, वोट डाला किसे, मिला किसे इसे प्रत्यक्ष प्रदर्शित किया दोनों दलों के नताओं ने एक प्रेस वार्ता में सोशलिस्ट पार्टी इंडिया के राष्ट्रीय महासचिव और मैग्सेसे अवार्ड संदीप पांडे ए सोशलिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रामबाबू अग्रवाल एवं प्रदेश अध्यक्ष रामस्वरूप मंत्री व ईवीएम हटाओ सेना व राइट टू रिकाल पार्टी के भीलवाड़ा, राजस्थान से आए पवन कुमार शर्मा ने एक इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन का प्रदर्शन कर यह दिखाया कि दो बार लगातार केला चिन्ह पर बटन दबाने पर दोनों बार काले शीशे वाली वी.वी.पी.ए.टी. मशीन में दिखा तो केला ही लेकिन प्रिंटर के अंदर एक पर्ची केला की छपी और दूसरी सेब की। यह मशीन भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान दिल्ली के इंजीनियर और अमरीका से स्नातकोत्तर डिग्री हासिल किए हुए अहमदाबाद के रहने वाले राहुल चिमनभाई मेहता ने बनाई है । जो खुद ई.वी.एम. हटाओ सेना व राइट टू रिकाल पार्टी से भी जुड़ हुए हैं।

ईवीएम का लाइव प्रदर्शन किया

पवन कुमार शर्मा ने इंदौर प्रेस क्लब में पत्रकारों के सामने डमी ईवीएम मशीन का लाइव प्रदर्शन करते हुए बताया कि ईवीएम में किस तरह मत पत्रों की लूट हो रही है उन्होंने ईवीएम मशीन पर मतदान कर बताया कि वोट बनाना को दिया गया और बाद में जब पर्ची निकली तो चार वोट में से दो वोट सेवफल को और एक तरबूज को तथा एक वोट ही बनाना को मिला। उन्होंने इसकी पर्ची निकाल कर भी बताई।

उन्होंने कहा कि केवल बीवी पेट की परची को गिनने से ही मत पत्रों की लूट को रोका नहीं जा सकता, बल्कि मत पेपर से मतदान कराए जाने से ही मत पत्रों की लूट को रोका का जा सकता है। इसके लिए सोशलिस्ट पार्टी और राइट टू रिकॉल पार्टी मिलकर पूरे देश भर में अभियान चला रही है और जहां चुनाव आयोग को पोस्टकार्ड लिखे जा रहे हैं। वहीं मतदाताओं के लिए मत पत्र से या ईवीएम मशीन से वोट देने का अधिकार एच्छिक किए जाने की भी मांग की जा रही है।

वोट डालने के पहले ही पर्ची छ्प जाती है

उन्होंने कहा कि अहमदाबाद के इंजीनियर ने यह मशीन बनाई है और यह मशीन मत पत्रों की लूट को दिखाती है कि ई.वी.एम. से आसानी से मत लूटे जा सकते हैं। यदि दूसरा मतदाता भी केला को ही मत देता है तो उसे भी 7 सेकेंड के लिए वी.वी.पी.ए.टी. में पहले वाले ही मतदाता की केला की पर्ची दिखाई पड़ेगी। किंतु रोशनी बुझने पर तीसरे मतदाता के आने से पहले ही प्रिंटर सेब छाप देगा। यह न तो मतदाता को पता चलेगा न ही किसी वहां मौजूद अधिकारी को। अधिकारी भी काले शीशे वाली वी.वी.पी.ए.टीे. मशीन से अनभिज्ञ हैं।

नेताओं ने कहा कि इस प्रदर्शन का उद्देश्य मात्र इतना है कि ई.वी.एम. के बारे में भारत का निर्वाचन आयोग जो दावे कर रहा है कि ई.वी.एम. में कोई गड़बडी नहीं हो सकती हम उसको गलत साबित कर रहे हैं। जो लोग वी.वी.पी.ए.टी. की 100 प्रतिशत पर्चियां गिनने की बात कर रहे हैं वे भी समझ लें कि उसमें भी गड़बड़ी की सम्भावना है। पर्चियां तो वी.वी.पी.ए.टी. की उतनी ही गिनी जाएंगी जितने ई.वी.एम. पर बटन दबे। लेकिन यह किसे मालूम कि किस निशान पर कितने मत पड़े?

वी.वी.पी.ए.टी. की पर्ची जबतक मतदाता के हाथ में नहीं दी जाती और वह उसे सादे डिब्बे में नहीं डालता जिसका कोई बिजली का कनेक्शन न हा,े और फिर ये पर्चियां गिनी जाएं तभी इस बात की गारंटी है कि कोई गड़बड़ी नहीं होगी। लेकिन ऐसा करने से बहुत आसान है मतपत्र से मतदान कर सीधे मतपत्र ही गिन लेना।

लाल बहादुर शास्त्री के बेटे ने BJP पर बोला जमकर हमला, कहा – ईडी, सीबीआई और इन्कम टैक्स डिपार्टमेंट देश के नहीं बल्कि BJP के डिपार्टमेंट है

इन दिनों लोकसभा चुनाव को लेकर पूरे देश में राजनीतिक पार्टियां जुटी हुई है। इन चुनाव में भाजपा (BJP) – कांग्रेस (Congress) दोनों ही पार्टियां एक-दूसरे पर जमकर हमला बोल रहे हैं। इसी बीच भोपाल में भारत के पूर्व प्रधान मंत्री लाल बहादुर शास्त्री के बेटे और पूर्व केंद्रीय मंत्री अनिल शास्त्री ने BJP सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने सोमवार को राजधानी भोपाल में प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि चुनाव आते ही BJP सरकार सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग शुरू कर देती है।

कांग्रेस 4 कैंडिडेट्स के खिलाफ लड़ रहे हैं

अनिल शास्त्री ने कहा कि सीबीआई, ईडी, इनकम टैक्स डिपार्टमेंट द्वारा विपक्ष के नेताओं को परेशान करवाया जा रहा है। पिछले कई वर्षों से यह हो रहा है। उन्होंने कहा कि चारों तरफ ऐसा लगने लगा है कि जो BJP के साथ हैं वह स्वच्छ है। जो विरोध में है वो भ्रष्ट है। कांग्रेस प्रत्याशी को एक प्रत्याशी के खिलाफ नहीं चार-चार कैंडिडेट से लड़ना पड़ता है। एक BJP का कैंडिडेट, दूसरा ईडी, तीसरा सीबीआई और चौथा इनकम टैक्स डिपार्टमेंट। इस तरह की लड़ाई बराबर की लड़ाई नहीं है।

BJP में शामिल होते ही सब आरोप हट जाते हैं

उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की परिभाषा यह है कि जब चुनाव होता है तो बिल्कुल फ्री और फेयर होना चाहिए। चुनाव आयोग को हमने देखा किस तरह से कमिश्नर्स का अपॉइंटमेंट हुआ। एक इलेक्शन कमिश्नर जिनको इस्तीफा देने को कहा गया। उसके बाद उनके चहेते को कमिश्नर नियुक्त किया गया। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के कैंडिडेट को हराया गया। महाराष्ट्र में सरकार गिराकर BJP ने अपनी सरकार बनाई। अजीत पवार, छगन भुजबल, जिनके खिलाफ केसेस चल रहे थे। भाजपा में शामिल होते ही सारे मामले वापस ले लिए गए।

भतीजे हुए BJP में शामिल

शास्त्री ने भतीजे के भाजपा में शामिल होने पर कहा- उन पर एजेंसियों का प्रेशर नहीं था। विभाकर को ईडी का कोई फोन नहीं आया, न ही सीबीआई और इनकम टैक्स का फोन आया। शायद उनको ऐसा लगा कि कांग्रेस में उनका भविष्य नहीं है। काफी दिनों से उत्तर प्रदेश में लगे हुए हैं। जो उन्होंने किया वह गलत किया मैं उनका समर्थन नहीं करता।

BJP जिलाध्यक्ष पर आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन पर केस दर्ज, खुद शुभारंभ की फ़ोटो पोस्ट कर फंसे

मप्र के सिहोर में BJP युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष भूपेंद्र पाटीदार पर कांग्रेस पार्टी की शिकायत पर जिला कलेक्टर व निर्वाचन अधिकारी ने आचार संहिता के उल्लंघन का केस दर्ज किया। पाटीदार ने आचार संहिता लागू होने के बाद 20 मार्च को गेहूं खरीद केंद्र का शुभारंभ किया था जिसे जांच में सही पाया गया।

कांग्रेस नेता ने की शिकायत

कांग्रेस से जुड़े नेता पंकज शर्मा के अनुसार पिछले दिनों से लगातार सूचना मिल रही थी कि क्षेत्र में BJP के नेताओं द्वारा आचार संहिता का उल्लंघन किया जा रहा है। इसके बाद उन्होंने युवा मोर्चा के अध्यक्ष की शिकायत जिला कलेक्टर और निर्वाचन अधिकारी सीहोर से की थी।

जाँच में सही पाए गए तथ्य

शिकायत की जाँच करने पर सभी तथ्य सही पाए गए जिसके बाद अनुविभागीय दंडाधिकारी एवम सहायक रिटर्निंग अधिकारी तन्मय वर्मा के आदेश पर भूपेन्द्र पाटीदार पर आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का मामला कायम किया।

दूसरी पर की शिकायत पर किया प्रकरण दर्ज

शर्मा ने कहा आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायत 22 मार्च को जिला प्रशासन से की थी लेकिन उस शिकायत को खारिज कर दिया गया था, बाद सयुंक्त कलेक्टर को ज्ञापन दिया देने के बाद फिर 5 अप्रैल को शिकायत की गई । जिसके बाद प्रशासन ने तत्काल जांच के आदेश दिए थे जिसमें सभी आरोपों को सही पाया गया।कांग्रेस के नेता और पूर्व महासचिव पंकज शर्मा ने आरोप लगाया कि प्रशासन सरकार के दबाव में काम कर रहा है, इसीलिए हमारे द्वारा सभी तथ्य पेश करने के बाद अर्जी को खारिज कर दिया गया था, बाद में मीडिया में मामला आने केबाद प्रशासन ने कारवाही की है।

क्या होता है आचार संहिता का उल्लंघन?

लोकसभा चुनाव के लिए पूरे देश मे आदर्श आचार संहिता लागू है और आचार संहिता की नियमावली के अनुसार कोई भी जनप्रतिनिधि किसी भी तरह की नई योजना की शुरुआत नही कर सकते और ना ही सार्वजनिक उद्धघाटन कार्यक्रम नहीं कर सकते हैं। इसका उल्लंघन करने निर्वाचन अधिकारी द्वारा शिकायत की पुष्टि होने पर आरोपी पर केस दर्ज कर लिया जाता है।

चुनाव की तारीखों के घोषणा के बाद आमने-सामने हुए बीजेपी कांग्रेस, कांग्रेस ने कहा- इस बार चौंकाने वाले परिणाम होंगे

शानिवार को लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। चुनाव की शुरुआत 11 अप्रैल से होगी और 1 जून तक चलेगी। इस दौरान पूरे देश में 7 चरणों में मतदान होगें। वही प्रदेश में 4 चरणों में चुनाव होगें। चुनाव की घोषणा के बाद प्रदेश में कांग्रेस और भाजपा ने अपने-अपने चौंकाने वाला बयान दिया है। जहां भाजपा ने चुनाव को पव बताया तो वही कांग्रेस ने कहा इस बार के नतीजे चौंकाने वाले होगें।

सीएम ने बताया महापर्व

लोकसभा चुनाव के लिए तारीखों के ऐलान के बाद CM डॉ. मोहन यादव ने सोशल मीडिया पर लिखा- लोकतंत्र में जनता और जनादेश ही सर्वोपरि है, जनता ही सरकार का निर्माण करती है और देश की प्रगति के लिए समर्पित हाथों को नेतृत्व सौंपती है। लोकतंत्र के महापर्व ‘आम चुनाव’ घोषित होने पर विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र हमारे भारत के समस्त नागरिकों का अभिनंदन करता हूं।

आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने विकसित भारत का जो संकल्प लिया है, उसे साकार करने के प्रयासों में सहभागिता का अवसर अब करीब है। आज जन-जन का मन PhirEkBaarModiSarkar के प्रण से उत्साहित है. आइए, हम सभी लोकतंत्र के महापर्व में अपनी भूमिका का निर्वहन करें और भारत को विश्व की प्रमुख शक्ति बनाने में योगदान दें. भारत माता की जय!

चौंकाने वाले परिणाम होंगे

कांग्रेस नेता महेंद्र सिंह चौहान ने लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा- इस बार बहुत ही चौंकाने वाले परिणाम आएंगे. मंडलम, सेक्टर और बूथ तक कांग्रेस पार्टी ने अपनी तैयारी की है. दो-तीन दिन के भीतर सभी बची हुई सीटों पर भी प्रत्याशी घोषित हो जाएंगे. इस चुनाव से पहले जिन लोगों ने कांग्रेस पार्टी छोड़ी है उनसे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला।

पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता पीसी शर्मा ने लोकसभा चुनाव को लेकर कहा कि कांग्रेस की तैयारी पूरी है. उन्होंने कहा- कांग्रेस की पूरी तैयारी है. विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस का माहौल था. अब कांग्रेस की टीम बूथ स्तर तक सक्रिय है. पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने मीटिंग ली है. आम चुनाव के लिए एमपी कांग्रेस की मीटिंग चल रही है. इस बार चुनाव में इलेक्टोरल बॉन्ड का नया मुद्दा जुड़ गया है. कई बड़ी कंपनियों ने बॉन्ड के जरिए पैसे दिए।

लोकसभा चुनाव का बजा बिगुल, जानिए आपके गांव और शहर में कब डलेगें वोट

लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। इस साल लोकसभा चुनाव की शुरुआत 19 अप्रैल से होगी। जो 7 चरण में 1 जून तक होगें। चुनाव के नतीजे 4 जून को आएंगे। चुनाव के ऐलान के साथ ही पूरे देश में आचार संहिता लग गई है। वही मप्र में भी 4 चरणों में चुनाव होगें। जिसमें पहला चरण 19 अप्रैल, दूसरे चरण 26 अप्रैल, तीसरे चरण 7 मई और चौथे चरण 13 मई को संपन्न होगा।

पूरे प्रदेश में लगी आचार संहिता

प्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने कहा है कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा लोकसभा निर्वाचन 2024 की तारीखों की शनिवार को घोषणा कर दी गई है। इसके साथ ही प्रदेश में आदर्श आचार संहिता भी पूरी तरह से प्रभावशील हो गई है। इसका सख्ती से पालन कराया जाएगा। राजन ने बताया कि प्रदेश में चार चरणों में चुनाव प्रक्रिया संपन्न होगी।

पहले चरण के लिए मतदान 19 अप्रैल, दूसरे चरण के लिए 26 अप्रैल, तीसरे चरण के लिए 7 मई और चौथे चरण के लिए मतदान प्रक्रिया 13 मई को संपन्न होगी। मतगणना 4 जून 2024 को होगी।

पहले चरण में इन सीटों पर

राजन ने बताया कि पहले चरण में छह लोकसभा संसदीय क्षेत्रों सीधी, शहडोल, जबलपुर, मंडला, बालाघाट एवं छिंदवाड़ा में 19 अप्रैल 2024 को मतदान होगा। पहले चरण के लिए अधिसूचना 20 मार्च को जारी होगी। इसी दिन से नामांकन पत्र दाखिल किए जाएंगे। नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि 27 मार्च है। 28 मार्च को नामांकन पत्रों की स्क्रूटनी की जाएगी। प्रत्याशी 30 मार्च तक अपने नाम वापस ले सकेंगे। 

26 अप्रैल को इन सीटों पर वोटिंग

दूसरे चरण में 7 लोकसभा संसदीय क्षेत्रों टीकमगढ़, दमोह, खजुराहो, सतना, रीवा, होशंगाबाद एवं बैतूल में 26 अप्रैल 2024 को मतदान होगा। इस चरण के लिए अधिसूचना 28 मार्च को जारी होगी। इसी दिन से नामांकन पत्र दाखिल किए जाएंगे। नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि 4 अप्रैल है। नामांकन पत्रों की स्क्रूटनी 5 अप्रैल को की जाएगी। प्रत्याशी 8 अप्रैल तक अपने नाम वापस ले सकेंगे। मतदान 26 अप्रैल को होगा। 

7 मई को इन आठ सीटों पर

तीसरे चरण में आठ लोकसभा संसदीय क्षेत्रों मुरैना, भिंड, ग्वालियर, गुना, सागर, विदिशा, भोपाल एवं राजगढ़ में 7 मई 2024 को मतदान होगा। इस चरण के लिए अधिसूचना 12 अप्रैल को जारी होगी। प्रत्याशी 19 अप्रैल तक नामांकन पत्र जमा कर सकेंगे। 20 अप्रैल को नामांकन पत्रों की स्क्रूटनी की जाएगी। प्रत्याशी 22 अप्रैल तक अपने नाम वापस ले सकेंगे। मतदान 7 मई को होगा। 

चौथा व अंतिम चरण 13 मई को इन सीटों

प्रदेश में मतदान के चौथे व अंतिम चरण में आठ लोकसभा क्षेत्रों देवास, उज्जैन, मंदसौर, रतलाम, धार, इंदौर, खरगोन एवं खंडवा में 13 मई को मतदान होगा। इस चरण के लिए अधिसूचना 18 अप्रैल को जारी होगी। प्रत्याशी 25 अप्रैल तक नामांकन पत्र जमा कर सकेंगे। 26 अप्रैल को नामांकन पत्रों की स्क्रूटनी की जाएगी। प्रत्याशी 29 अप्रैल तक अपने नाम वापस ले सकेंगे। मतदान 13 मई को होगा।

कांग्रेस ने जारी की लोकसभा उम्मदीवारों की दूसरी सूची, एमपी की 10 सीटों पर इन दिग्गजों को उतारा

मंगलवार को अखिल भारतीय कांग्रेस ने लोकसभा के लिए अपने उम्मदीवारों की दूसरी सूची जारी कर दी है। जहां देश भर की 43 सीटों के लिए कांग्रेस ने अपने उमीदीवारो के नाम जारी किये है। इनमे 10 एमपी के उम्मीदवारो के भी नाम शामिल है। 10 प्रत्याशियों में छिंदवाड़ा सीट से मौजूदा सांसद नकुलनाथ का नाम है। कांग्रेस ने अपनी साख बचाने के लिए तीन मौजूदा विधायकों को चुनाव मैदान में उतारा है। वहीं, दिग्गज नेताओं के चुनाव लड़ने से इनकार के बाद नए चेहरे को मौका दिया गया है। इसमें इंदौर, भोपाल, जबलपुर और ग्वालियर समेत 18 नामों को अभी होल्ड पर रखा गया है।

नकुलनाथ एक बार फिर छिंदवाड़ा से मैदान में

पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ की उपस्थिति में नकुल नाथ ने पहले ही साफ कर दिया था कि वे ही चुनाव लड़ेंगे। वें एक बार फिर छिंदवाड़ा से चुनाव लड़ रहे हैं। वही पार्टी ने तीन विधायक और एक पूर्व विधायक पर दांव लगाया गया है। अनुसूचित जनजाति के लिए सुरक्षित मंडला से विधायक ओमकार सिंह मरकाम को टिकट दिया है तो रामू टेकाम पर भरोसा जताते हुए फिर बैतूल से मैदान में उतारा है। कांग्रेस ने मध्य प्रदेश में अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए सुरक्षित छह सीटों में से चार के प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं।

इसमें धार से राधेश्याम मुवेल को मैदान में उतारा गया है। मुवेल आदिवासी कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष हैं और युवा कांग्रेस में लंबे समय तक काम कर चुके हैं। खरगोन से पोरलाल खरते को मैदान में उतारा है। अगस्त 2023 में उन्होंने सेल्स टैक्स अधिकारी की नौकरी छोड़कर कांग्रेस की सदस्यता ली थी और सेंधवा से विधानसभा की टिकट मांग रहे थे।

8 नए प्रत्याशी मैदान में

कांग्रेस ने दस में से आठ सीटें के प्रत्याशी बदले हैं। पिछली बार भिंड से देवाशीष जरारिया, टीकमगढ़ से किरण अहिरवार, सतना से राजाराम त्रिपाठी, सीधी अजय सिंह, मंडला कमल सिंह मरावी, देवास प्रहलाद सिंह टिपानिया, धार से दिनेश ग्रेवाल और खरगोन से डा. गोविंद मुजाल्दा को प्रत्याशी बनाया था।

बीजेपी का गढ़ है विदिशा लोकसभा सीट, शिवराज के अलावा अटल बिहारी वाजपेयी, सुषमा स्वराज और शिवराज सिंह चौहान पहले भी उतार चुके हैं

Election 2024: लोकसभा चुनावों (Loksabha Election) की सरगर्मी BJP की पहली लिस्ट आने के बाद से तेज हो गई है, हाल में ही पार्टी ने 195 की प्रत्याशियों की सूची जारी की। जिसमें मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को विदिशा से भाजपा ने प्रत्याशी बनाया है। 60 के दशक से ही विदिशा जनसंघ और बाद में बीजेपी के गठन से ही गढ़ रहा है।

शिवराज को लेकर सारे कयास विफल रहे

मुख्यमंत्री पद छोड़ने के बाद से ही मीडिया जगत में कयास लगाए जा रहे थे कि उन्हें केंद्रीय मंत्री मंडल में जगह मिलेगी पर ऐसा हुआ नहीं, वहीं शिवराज ने विधानसभा के बाद से 29 कमल के फूलों की माला प्रधानमंत्री मोदी को पहनाएंगे ऐसा नारा दिया था। 2019 में प्रदेश की 29 में से 28 सीट बीजेपी के खाते में गई थी, एक छिंदवाड़ा लोकसभा पर कांग्रेस विजय हुई थी। छिंदवाड़ा के दौरे से लग रहा था कि शिवराज को इस बार छिंदवाड़ा से प्रत्याशी बनाएगी पर ऐसा हुआ नहीं।

अटल, सुषमा जैसे दिग्गजों ने किया है प्रतिनिधित्व

1967 में पहली बार चुनाव हुए थे तब भी जनसंघ के प्रत्याशी पंडित शिव शर्मा की जीत हुई थी। 1991 में अटल जी ने भी विदिशा से चुनाव लड़ा ओर जीते थे, वहीं पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने 2009 ओर 2014 में जीत दर्ज की थी। पाँच बार रह चुके सांसद शिवराज सिंह चौहान सूबे के बागडोर सम्भालने से पहले विदिशा लोकसभा से ही चुन कर सदन में पहुँचे थे। वे इस सीट पर 1991 के उपचुनाव में पहली बार जीतकर आए थे उसके बाद लगातार अटल जी के 96, 98, 99, 2004 तक इसी सीट से सांसद रहे हैं, और एक बार फिर पार्टी ने उन्हें इसी सीट से मौका दिया है।