Sun. Nov 10th, 2024

MP में महिलाओं को मिली एक और बड़ी सौगात, अब सरकारी नौकरियों में मिलेगा 35% आरक्षण

MP सरकार ने राज्य में महिलाओं के लिए सरकारी नौकरियों में आरक्षण को 33% से बढ़ाकर 35% करने का निर्णय लिया है। यह फैसला राज्य सरकार द्वारा 3 अक्टूबर 2023 को लिया गया था, लेकिन अब जाकर कैबिनेट ने इसे आधिकारिक तौर पर अनुमोदित किया है। इस आरक्षण का लाभ राज्य में होने वाली सभी सरकारी नियुक्तियों में महिलाओं को मिलेगा।

कैबिनेट बैठक में अनुमोदन

मंगलवार को हुई कैबिनेट की बैठक में इस महत्वपूर्ण प्रस्ताव पर मुहर लगी। हालांकि, शिवराज सरकार का यह निर्णय पहले ही लागू हो चुका था, लेकिन उसे कैबिनेट से औपचारिक अनुमोदन मिलना बाकी था। इस निर्णय का उद्देश्य महिलाओं को सरकारी नौकरियों में ज्यादा प्रतिनिधित्व दिलाना है।

MP सीएम ने खाली पदों की जानकारी मांगी

बैठक के दौरान, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने ग्वालियर में मानसिक आरोग्यशाला, मंदसौर में कल्याण विभाग, स्कूल शिक्षा विभाग और वन विभाग के लिए भरे जाने वाले पदों की जानकारी मांगी। उन्होंने विशेष रूप से राज्य के विभिन्न विभागों में खाली पड़े पदों को भरने की प्रक्रिया को तेज करने का निर्देश दिया।

आयु सीमा में बदलाव और अन्य फैसले

कैबिनेट ने मेडिकल कॉलेजों में असिस्टेंट प्रोफेसर पदों के लिए आयु सीमा को 40 साल से बढ़ाकर 50 साल करने का फैसला लिया। यह कदम विशेषकर उन उम्मीदवारों के लिए फायदेमंद होगा जो पहले इस पद के लिए आवेदन करने के योग्य नहीं थे। इसके अलावा, मध्यप्रदेश पैरामेडिकल काउंसिल के नियमों को फिर से स्थापित करने का निर्णय लिया गया, ताकि पैरामेडिकल कोर्स के लिए एडमिशन और परीक्षाएं जारी रखी जा सकें।

बेटा मांग रहा था पिता से शराब के लिए पैसे, पिता ने मोगरी से मारकर कर दी हत्या

कनाड़िया थाना क्षेत्र के पहाड़ी टेकरी में एक युवक की हत्या का मामला सामने आया, जिसने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया। मृतक का शव घर में खून से लथपथ हालत में मिला, जिससे इलाके में भय का माहौल बन गया। पुलिस के अनुसार, पिता और बेटे के बीच रुपयों को लेकर विवाद हुआ था। मृतक की पहचान 27 वर्षीय चेतन नवरंग के रूप में हुई, जिस पर पहले से ही लूट और मारपीट के सात आपराधिक मामले दर्ज थे।

नशे की हालत में बेटे ने मांगे थे पैसे

एडिशनल डीसीपी (जोन-2) अमरेंद्र सिंह के अनुसार, चेतन का पिता श्यामलाल नवरंग, जो एक गैस एजेंसी में गोदामकीपर के रूप में कार्यरत है, ने पुलिस को घटना की जानकारी दी। श्यामलाल ने बताया कि चेतन अक्सर नशे में धुत्त होकर घर आता था और शराब के लिए पैसे मांगता था। बुधवार रात भी चेतन नशे की हालत में घर आया और रुपये न मिलने पर गाली-गलौज कर घर से चला गया। रात करीब ढाई बजे वह फिर घर लौटा और पिछली तरफ से आकर सो गया।

पिता-पुत्र के बीच विवाद, हत्या पर पुलिस को संदेह

श्यामलाल ने बताया कि चेतन के साथ दो और युवक घर आए थे। उसकी पत्नी शारदा ने दावा किया कि रूम से विवाद की आवाजें आ रही थीं, जिसके बाद श्यामलाल ने आवाज लगाई तो दोनों युवक दरवाजा खोलकर फरार हो गए। चेतन को खून से सना देख श्यामलाल ने तत्काल पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव का पोस्टमार्टम करवाया, जिसमें सिर और शरीर पर चोट के निशान पाए गए।

पड़ोसियों ने की पिता-पुत्र विवाद की पुष्टि

पुलिस को श्यामलाल के बयान पर संदेह हुआ, क्योंकि पड़ोसियों ने पिता-पुत्र के बीच कई बार विवाद होने की पुष्टि की। पुलिस को शक है कि पिता-पुत्र के बीच हुए इस तनावपूर्ण संबंध का हत्याकांड से कोई न कोई कनेक्शन हो सकता है। फिलहाल पुलिस विभिन्न कोणों से जांच कर रही है और मृतक के परिवार वालों से पूछताछ जारी है।

महाराष्ट्र में बाबा सिद्दीकी की सीट से विधानसभा चुनाव लडेगे लांरेस बिश्नोई, इस पार्टी ने मांग नामकंन पत्र

महाराष्ट्र में अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले एक बार फिर गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का नाम चर्चा में आ गया है। उत्तर भारतीय विकास सेना ने पश्चिम बांद्रा सीट से बिश्नोई का नामांकन दाखिल करने की पहल की है, जिसने राजनीतिक हलकों में खलबली मचा दी है। आइए जानते हैं इस मामले की पूरी कहानी।

लॉरेंस बिश्नोई के नाम से नामांकन की मांग

चुनाव आयोग से पंजीकृत उत्तर भारतीय विकास सेना के नेता सुनील शुक्ला ने जेल में बंद लॉरेंस बिश्नोई की ओर से पश्चिम बांद्रा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने की योजना बनाई है। इसके लिए सुनील शुक्ला ने रिटर्निंग अधिकारी को पत्र लिखकर बिश्नोई के लिए आवश्यक एबी फॉर्म की मांग की है, जो नामांकन के लिए जरूरी दस्तावेज है। उन्होंने यह भी दावा किया कि वे फॉर्म पर बिश्नोई के हस्ताक्षर ले लेंगे ताकि उनकी उम्मीदवारी को वैधता मिल सके।

बाबा सिद्दीकी का क्षेत्र और राजनीतिक महत्व

पश्चिम बांद्रा विधानसभा क्षेत्र का राजनीतिक दृष्टिकोण से विशेष महत्व है। यह क्षेत्र दिवंगत नेता बाबा सिद्दीकी का गढ़ माना जाता था, जो राकांपा से जुड़े थे। बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद यह सीट खाली हुई है, और उत्तर भारतीय विकास सेना इस क्षेत्र से बिश्नोई को प्रत्याशी बनाने की योजना बना रही है।

50 उम्मीदवारों की सूची जारी करने का दावा

उत्तर भारतीय विकास सेना ने यह भी संकेत दिया है कि अगर लॉरेंस बिश्नोई ने अनुमति दी, तो वे जल्द ही 50 उम्मीदवारों की सूची जारी करेंगे। यह कदम महाराष्ट्र की राजनीति में नई हलचल पैदा कर सकता है, जहां चुनावों से पहले हर पार्टी अपनी रणनीति में बदलाव ला रही है।

असली नाम बलकरण बराड और नामांकन प्रक्रिया

सूत्रों के अनुसार, बिश्नोई का असली नाम बलकरण बराड है, जिसे लेकर सुनील शुक्ला पहले खार पुलिस स्टेशन पहुंचे और फिर रिटर्निंग अधिकारी से बलकरण बराड के नाम से नामांकन पत्र की मांग की।बिश्नोई का हालिया विवाद और चर्चालॉरेंस बिश्नोई वर्तमान में गुजरात के साबरमती जेल में बंद है। हाल ही में वह बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान को धमकी देने और राकांपा नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में सुर्खियों में रहा। उत्तर भारतीय विकास सेना द्वारा उन्हें उम्मीदवार बनाने की इस पहल ने महाराष्ट्र की राजनीति में एक नया मोड़ ला दिया है

मप्र में हसनैन के प्यार में पागल हुई अंकिता, दोनों की शादी के लिए जबलपुर हाईकोर्ट ने दिया बड़ा फैसला

जबलपुर के सिहोरा क्षेत्र में रहने वाले हसनैन अंसारी और इंदौर की एक युवती के प्यार ने अब एक नया मोड़ ले लिया है। युवती ने स्पेशल मैरिज एक्ट के तहत शादी के लिए आवेदन दिया, जिसके बाद दोनों ने सुरक्षा की मांग की। इस मामले में आज हाईकोर्ट में अर्जेंट सुनवाई हुई, जिसमें कोर्ट ने युवती को कड़ी सुरक्षा के साथ नारी निकेतन में रखने का आदेश दिया है। वहीं, हसनैन की सुरक्षा के लिए पुलिस को भी निर्देशित किया गया है। हालांकि, दोनों को शादी की तारीख से पहले मिलने की अनुमति नहीं होगी।

कोर्ट ने दी सुरक्षा के निर्देश

हाईकोर्ट ने युवती को 11 नवंबर तक शास्त्री ब्रिज स्थित राजकुमारी बाई बाल निकेतन में रखने का आदेश दिया है। साथ ही, युवक को किसी अज्ञात स्थान पर रखने और स्थिति सामान्य होने पर उसके घर भेजने के निर्देश भी दिए गए हैं। इस दौरान दोनों को संपर्क करने की अनुमति नहीं होगी। जस्टिस विशाल धगट ने जबलपुर के एसपी को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि दोनों को कोई भी क्षति न पहुंचे। यदि कोई भी पक्ष जबरन मिलने या नुकसान पहुंचाने का प्रयास करता है, तो पुलिस उसे कानूनी कार्रवाई का सामना करने के लिए बाध्य करेगी।

12 नवंबर को युवती के बयान का लिया जाएगा संज्ञान

कोर्ट ने कहा कि 12 नवंबर को युवती को नारी निकेतन से मैरिज रजिस्ट्रार के पास लाया जाएगा। शादी से पहले उसके बयान दर्ज किए जाएंगे। नारी निकेतन में रह रही युवती को अपने प्रेमी से विवाह करने के निर्णय पर विचार करने की स्वतंत्रता दी गई है। युवती ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर कहा है कि यह उसका निजी मामला है और लोग इसमें जबरन हस्तक्षेप कर रहे हैं।

परिवार की चिंता और अदालत का फैसला

युवती के पिता, हीरालाल राठौर ने आरोप लगाया कि हसनैन ने उनकी बेटी का ब्रेनवॉश किया है और उसे लव जिहाद के तहत निशाना बनाया गया है। उन्होंने कहा कि युवती को उसके परिवार वालों से मिलने नहीं दिया जा रहा है। हालांकि, कोर्ट ने स्पष्ट किया कि हर व्यक्ति को अपने निजी जीवन के फैसले लेने का अधिकार है।

इस मामले ने मध्य प्रदेश में व्यापक चर्चा पैदा कर दी है। हिंदू संगठनों ने इसे लव जिहाद का मामला बताकर विरोध प्रदर्शन किया है, जबकि युवती ने इसे अपना निजी मामला बताते हुए लोगों से दखल न देने की अपील की है। मामला उस समय गरमा गया जब तेलंगाना के बीजेपी विधायक ने इस शादी को रोकने का आह्वान किया, अन्यथा युवती के खिलाफ गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी।

पैसों के लालच में युवक ने की बुजुर्ग हत्या, पुलिस ने आनोखे अंदाज में पकड़ आरोपी

मंदसौर जिले के नारायणगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम सिंदपन में सोमवार को एक बुजुर्ग की हत्या से इलाके में सनसनी फैल गई। इस हत्या के आरोपी को गिरफ्तार करने के प्रयास में एक दिलचस्प घटना सामने आई, जब आरोपी ने पुलिस से बचने के लिए खदान में छलांग लगा दी। इस घटना में आरोपी घायल हो गया, जिसके बाद पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर अस्पताल में भर्ती कराया।

बुजुर्ग की हत्या और पुलिस की त्वरित कार्रवाई

ग्राम सिंदपन में रहने वाले मांगीलाल बावरी का खून से सना शव देखकर ग्रामीणों ने तुरंत पुलिस को सूचित किया। सूचना मिलते ही नारायणगढ़ थाना प्रभारी अनिल रघुवंशी और बूढ़ा चौकी प्रभारी भीम सिंह राठौर मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का निरीक्षण किया। प्रारंभिक जांच में पता चला कि मांगीलाल कुछ दिनों से टकरावद निवासी राजू उर्फ सुखलाल के साथ रह रहा था, जो घटना के बाद से फरार हो गया था। पुलिस को राजू पर शक हुआ और उसकी गिरफ्तारी के लिए एक टीम का गठन किया गया।

पुलिस को देख खदान में कूदा आरोपी

सोमवार की सुबह पुलिस को सूचना मिली कि राजू पहेड़ा मगरा क्षेत्र में देखा गया है। पुलिस ने घेराबंदी कर उसे पकड़ने की कोशिश की, लेकिन खुद को घिरा देख राजू ने गिट्टी खदान में छलांग लगा दी। इस कोशिश में उसके हाथ-पैर में गंभीर चोटें आईं, जिसके बाद पुलिस ने उसे घायल अवस्था में गिरफ्तार कर लिया और तुरंत अस्पताल में भर्ती करवाया।

रुपयों के लालच में की गई हत्या

पुलिस की पूछताछ में राजू ने कबूल किया कि उसने मांगीलाल के पास रखे 13,500 रुपये के लालच में उसकी हत्या की थी। मांगीलाल इस रकम से कंप्रेशर मशीन खरीदने वाला था, लेकिन रुपयों की चाह में राजू ने उसकी हत्या कर दी। पुलिस अब इस मामले की गहराई से जांच कर रही है और अन्य सुरागों की तलाश में जुटी है।

जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने लिया कानून की आंखों से पट्टी हटाकर लिया ऐतिहासिक फैसला, अब रोड पर दिखेंगा सुप्रीम कोर्ट में कितने केस निपटे और कितने बचे

सुप्रीम कोर्ट के प्रधान न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ की अगुवाई में भारतीय न्याय व्यवस्था एक महत्वपूर्ण बदलाव के दौर से गुजर रही है। अदालत में न्याय की देवी की प्रतिमा को नए रूप में प्रस्तुत कर, न्याय की पारंपरिक धारणा में सुधार का प्रतीक बना दिया गया है। इसके साथ ही, सुप्रीम कोर्ट ने अपनी कार्यप्रणाली को और अधिक पारदर्शी और आधुनिक बनाने की दिशा में कई कदम उठाए हैं, जिसमें रियल टाइम मुकदमों की जानकारी उपलब्ध कराने के लिए जस्टिस क्लॉक का प्रयोग शामिल है।

नई प्रतिमा का संदेश आंखों से खुला न्याय

सुप्रीम कोर्ट की जजेस लाइब्रेरी में हाल ही में न्याय की देवी की एक नई प्रतिमा स्थापित की गई है, जो न्याय के नए आदर्शों को दर्शाती है। इस प्रतिमा की सबसे प्रमुख विशेषता यह है कि इसकी आंखों से पट्टी हटा दी गई है। न्याय की देवी की आंखों से पट्टी हटाने का यह प्रतीकात्मक बदलाव यह संदेश देता है कि अब न्याय अंधा नहीं है, बल्कि वह सभी के लिए समान रूप से सुलभ है।

तलवार की जगह संविधान

इस नई प्रतिमा के दूसरे बड़े बदलाव में न्याय की देवी के हाथ से तलवार को हटा दिया गया है और उसके स्थान पर एक पुस्तक थमा दी गई है, जो संविधान या कानून की किताब प्रतीत होती है। यह परिवर्तन न्याय के संतुलन और समानता को दर्शाता है, जो यह इंगित करता है कि न्याय व्यवस्था अब केवल शक्ति या दंड पर आधारित नहीं है, बल्कि संवैधानिक मूल्यों के आधार पर संचालित होती है।

औपनिवेशिक प्रतीकों से मुक्ति

न्याय की देवी की पारंपरिक प्रतिमा में एक हाथ में तराजू और दूसरे में तलवार थी, जो यह दर्शाती थी कि कानून निष्पक्ष है और केवल कानून के सिद्धांतों पर चलता है। परंतु नई प्रतिमा में तलवार को हटाकर यह स्पष्ट संदेश दिया गया है कि अब समय आ गया है कि औपनिवेशिक प्रतीकों को छोड़कर आधुनिक और अधिक मानवतावादी दृष्टिकोण अपनाया जाए।

पारदर्शिता की नई पहल

न्याय प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने तिलक मार्ग पर एक बड़ी वीडियो वॉल स्थापित की है, जिसे ‘जस्टिस क्लॉक’ कहा जाता है। यह जस्टिस क्लॉक जनता को सुप्रीम कोर्ट में दर्ज हुए, निपटाए गए और लंबित मुकदमों की वास्तविक समय (रियल टाइम) जानकारी प्रदान करती है। इसके माध्यम से जनता को सीधे तौर पर यह पता चल सकता है कि अदालत में क्या हो रहा है और न्यायिक प्रक्रिया किस प्रकार आगे बढ़ रही है। इससे पहले यह जानकारी वेबसाइट पर उपलब्ध थी, लेकिन अब वीडियो वॉल के माध्यम से इसे और अधिक सुलभ बनाया गया है।

मथुरा रोड पर भी लगेगी जस्टिस क्लॉक

सुप्रीम कोर्ट की इस पहल को और विस्तार देने के लिए मथुरा रोड पर भी एक और जस्टिस क्लॉक लगाने का प्रस्ताव है। ऐसा अनुमान है कि यह जस्टिस क्लॉक दीपावली की छुट्टियों के दौरान स्थापित की जा सकती है, जिससे और भी अधिक लोगों तक न्यायिक प्रक्रिया की जानकारी पहुंच सकेगी।

फर्जी इनकम टैक्स अधिकारी बनकर बांट रहा पैन कार्ड, पुलिस ने जाल बिछाकर पकड़ा

जिले के बंडोल थाना क्षेत्र में एक बड़े धोखाधड़ी रैकेट का खुलासा हुआ है, जहां एक शातिर ठग खुद को इनकम टैक्स अधिकारी बताकर ग्रामीणों को फर्जी पैन कार्ड के जरिए ठगी कर रहा था। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए इस आरोपी को धर दबोचा है।

गांव के संतकुमार सनोडिया की शिकायत से हुआ भंडाफोड़

बंडोल थाना क्षेत्र के ग्राम छिंदग्वार निवासी संतकुमार सनोडिया ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि उनके गांव में एक व्यक्ति खुद को इनकम टैक्स अधिकारी बताकर फर्जी पैन कार्ड बांट रहा है। जब उसका नाम पूछा गया, तो उसने अपना नाम निवेश कुमार सुपले बताया, जो कान्हीवाड़ा के कामता थाना क्षेत्र का रहने वाला है।

फर्जी पैन कार्ड से हो रही थी ठगी

निवेश कुमार सुपले गांव के लोगों को पैन कार्ड के महत्व के बारे में गुमराह कर पैसे ऐंठ रहा था। उसकी चाल का पर्दाफाश तब हुआ, जब उसके द्वारा दिए गए पैन कार्ड की जांच मोबाइल पर की गई और वे नकली पाए गए। इसके बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू की।

त्वरित कार्रवाई में पकड़ा गया आरोपी

शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने संतकुमार सनोडिया द्वारा दिए गए विवरण के आधार पर आरोपी निवेश कुमार सुपले को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपी ने अपना जुर्म कबूल किया और बताया कि वह काफी समय से इस धोखाधड़ी में लिप्त था।

पुलिस को मिला बड़ा सबूत

पुलिस ने आरोपी के घर से एक लैपटॉप, प्रिंटर मशीन, लेमिनेशन मशीन, 88 फर्जी पैन कार्ड, 4100 रुपये नकद और एक बाइक बरामद की है। आरोपी अपने घर पर ही लैपटॉप के जरिए फर्जी पैन कार्ड बनाता था और उन्हें प्रिंट करके लेमिनेशन कर लोगों को बेचता था। वह लोगों को सरकारी कामों में इन पैन कार्डों की जरूरत का झूठा भरोसा दिलाकर उनसे पैसे वसूलता था।

लोगों से सावधानी बरतने की अपील

पुलिस का दावा है कि आरोपी लंबे समय से इस धोखाधड़ी को अंजाम दे रहा था और उसने कई लोगों को ठगा है। पुलिस ने सभी लोगों से अपील की है कि वे किसी भी अज्ञात व्यक्ति से सावधान रहें और अगर उन्हें किसी भी तरह की धोखाधड़ी का संदेह हो, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।

इस घटना से साफ है कि ठग लोगों को गुमराह करने के लिए नित नए हथकंडे अपना रहे हैं, इसलिए जनता को सतर्क रहना बेहद जरूरी है।

KYC के लिए आया काॅल और उड़ गए 1.72 लाख रुपये, अब पुलिस कर रही जांच

सागर के मोतीनगर थाना क्षेत्र में रहने वाले दिनकर जैन साइबर ठगी का शिकार हो गए। ठगों ने KYC अपडेट के बहाने उनके बैंक खाते से 1 लाख 72 हजार रुपये उड़ा लिए। इस मामले की शिकायत उन्होंने एसपी कार्यालय में दर्ज कराई है।

व्हाट्सएप पर आया KYC का संदिग्ध मैसेज

दिनकर जैन को 12 अक्तूबर 2024 को यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के नाम से एक व्हाट्सएप मैसेज मिला, जिसमें KYC अपडेट करने का अनुरोध था। इस मैसेज में एक मोबाइल नंबर (9110597513) दिया गया था, साथ ही एक Apk फाइल भी भेजी गई थी।

एप डाउनलोड कर की जानकारी साझा

मैसेज पर विश्वास करते हुए दिनकर जैन ने Apk फाइल को डाउनलोड किया। जब उन्होंने इस फाइल को खोलने के बाद दिए गए लिंक पर क्लिक किया, तो एक एप इंस्टॉल हो गया। इस एप में उनसे डेबिट कार्ड और पिन की जानकारी मांगी गई, जिसे उन्होंने भर दिया। जानकारी भरते ही उनके बैंक खाते से 1 लाख 72 हजार रुपये काट लिए गए।

पुलिस कार्रवाई की मांग

ठगी का शिकार होने के बाद दिनकर जैन ने तुरंत एसपी कार्यालय पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने पुलिस से अनुरोध किया है कि ठगों को पकड़कर उन्हें न्याय दिलाया जाए और उनके खोए हुए पैसे वापस दिलवाए जाएं।

साइबर ठगी से बचने के उपाय

आजकल फिशिंग ई-मेल, फेक कॉल और फर्जी वेबसाइट के जरिए KYC अपडेट करने के नाम पर लोगों को ठगा जा रहा है। इसलिए यह जरूरी है कि कोई भी संदिग्ध लिंक या एप डाउनलोड न करें और अपनी बैंकिंग जानकारी किसी के साथ साझा न करें। बैंक कभी भी व्हाट्सएप या एसएमएस के जरिए KYC अपडेट करने के लिए नहीं कहते हैं।

नवरात्रि महापर्व में महिलाओं की आत्मरक्षा की अनूठी पहल, गरबा पंडाल में केंद्रीय मंत्री ने लडकियों को बांटी तलवार

मां शक्ति की उपासना के महापर्व नवरात्रि के अवसर पर धार जिले के कई गरबा पंडालों में भव्य कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इनमें से एक आयोजन ने सोशल मीडिया पर खासा ध्यान आकर्षित किया है, जिसमें केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री सावित्री ठाकुर महिलाओं और बेटियों को तलवारें भेंट करती नजर आईं। इस आयोजन का आयोजन ‘मां त्रिपुरा सुंदरी गरबा उत्सव सेवा समिति’ की ओर से धारेश्वर मंदिर के प्रांगण में पिछले 15 वर्षों से किया जा रहा है। इस उत्सव में सैकड़ों महिलाएं और बालिकाएं भाग लेती हैं। केंद्रीय मंत्री सावित्री ठाकुर ने कहा, “नारी शक्ति अबला नहीं है। हमें अत्याचारों का सामना करने और उन पर काबू पाने का साहस रखना चाहिए।”

शौर्य का प्रतीक तलवारें

इस विशेष कार्यक्रम के तहत, महिलाओं और बालिकाओं को तलवारें भेंट की गईं। केंद्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि जरूरत पड़ने पर महिलाएं महारानी लक्ष्मीबाई और मां दुर्गा का रूप धारण कर अपने दुश्मनों का सामना कर सकती हैं। इस मौके पर कई बालिकाओं ने गरबा नृत्य के साथ तलवार चलाकर शस्त्र कला का प्रदर्शन भी किया। सावित्री ठाकुर ने हाथ में तलवार उठाकर अपने शौर्य का प्रदर्शन किया, जिससे माहौल और भी उत्साहपूर्ण हो गया।

समाज में बदलाव की आवश्यकता

गरबा पंडाल में मौजूद महिलाओं और लड़कियों ने इस अनोखी पहल की सराहना की और इसे अत्याचारों के खिलाफ एक मजबूत कदम बताया। उनका कहना था, “आज के समय में महिलाओं के प्रति हो रहे अपराधों को देखते हुए आत्मरक्षा के लिए शस्त्र वितरण एक सराहनीय कदम है। नारी शक्ति अबला नहीं है, और आवश्यकता पड़ने पर वे अपने दुश्मनों का नाश करने के लिए तैयार हैं।” इस आयोजन ने महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया है और नवरात्रि के इस महापर्व को विशेष बना दिया है।

दमोह में युवक पर ऑनलाइन गेम से हुआ 7 लाख का कर्ज उतारने के लिए लूटा बैंक, तीन दोस्तों के साथ मिलकर की लूट

दमोह जिले के तेजगढ़ थाना क्षेत्र में सहकारी बैंक से 7 लाख 50 हजार रुपए की चोरी का मामला सामने आया है। इस वारदात का पर्दाफाश पुलिस ने कर दिया है, जिसके अनुसार एक युवक ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर यह अपराध किया।

चोरी की योजना का मास्टरमाइंड

4 अक्तूबर की रात, तीनों आरोपियों—हिमांशु उर्फ निक्की दीक्षित, दीपक उर्फ दिप्पू और अंशुल—ने बैंक की दीवार में छेद करके लॉकर से पैसे चुराने की योजना बनाई। हिमांशु ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर यह कृत्य किया ताकि ऑनलाइन गेम के चलते बढ़े कर्ज को चुकाया जा सके।

पुलिस कार्रवाई और गिरफ्तारी

पांच अक्तूबर को जब बैंक कर्मचारी पहुंचे, तो उन्हें चोरी का पता चला और पुलिस को सूचित किया गया। घटना के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। तेजगढ़ थाना प्रभारी अभिषेक पटेल ने बताया कि हिमांशु ने अपनी योजनाबद्ध तरीके से चोरी की थी और वह बैंक के पास ही रहता था, जिससे उसे बैंक का पूरा ज्ञान था।

पैसों की बरामदगी

पुलिस ने जांच के दौरान पाया कि बैंक की तिजोरी में कुल 22 लाख 50 हजार रुपए थे, जिनमें से 7 लाख 50 हजार रुपए गायब थे। आरोपियों से चोरी की गई राशि भी बरामद कर ली गई है। न्यायालय में पेश करने के बाद सभी को जेल भेज दिया गया है।