Sun. Apr 28th, 2024

कांग्रेस ने अपने ही गढ़ में ऐसी मात खाई की 35 साल से अब तक चुनाव जीतने में विफल आजादी से ही कांग्रेस का गढ़ रहा

इंदौर लोकसभा क्षेत्र अब पूरी तरह से भाजपामय हो गया है, 1989 में पहली बार जीती सुमित्रा महाजन ने पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाशचंद्र सेठी को कड़ी शिकस्त दी थी, जिसके बाद ताई के नाम से मशहूर सुमित्रा महाजन 8 बार सांसद रही। वर्तमान में इंदौर लोकसभा क्षेत्र में आने वाली 9 विधानसभा भी भाजपा के कब्जे में है और 1983 में पहली बार इंदौर निगम जीतकर कांग्रेस का सफाया कर दिया।

देश एक मात्र शहर है इंदौर

मप्र के आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले इंदौर शहर पूरे देश मे एक मात्र शहर ऐसा है जहाँ आईआईएम और आईआईटी दोनों ही मौजूद हैं। विश्वप्रसिद्ध दोनों संस्थानों की स्थापना कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में ही गई। बीआरटीएस का प्रोजेक्ट भी यूपीए सरकार के समय शहर को मिला था, पर स्थानीय कांग्रेस नेताओं ने मुद्दा ना भुना पाने से नगर निगम तक हाथ से निकल गया।

कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष भी हार गए चुनाव

2023 विधानसभा चुनावों में जहाँ कांग्रेस दम लगा रही थी कि 18 साल की एन्टी इनकम्बेंसी है पर तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के द्वारा शुरू की गई योजना की लहर में लगातार अच्छे बहुमत से जीत रहे जीतू पटवारी को भी हार का सामना करना पड़ा जिसके बाद कांग्रेस इंदौर की सभी विधानसभा से वर्चस्व खत्म हो गया।विजयवर्गीय जहाँ गए वहाँ जीते इंदौर के कद्दावर नेता और वर्तमान सरकार में कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के लिए ऐसा कहा जाता है कि वे जिस विधानसभा से चुनाव लड़ ले उसके बाद वहां कांग्रेस चुनाव नहीं जीत पाती है, उन्होंने तीन नम्बर हो महू और इस विधानसभा क्रमांक 1 में लगातार कांग्रेस को प्रचंड बहुमत से हराया है।

अपने नेताओं की सुस्ती और कामों को जनता तक ना पहुचना पड़ा भारी

इंदौर के सामाजिक कार्यकर्ता शिवाजी मोहिते का कहना है कि इंदौर में कांग्रेस एक समय काफी मजबूत थी, लेकिन 1989 के बाद संगठन पर बड़े नेतागणों ने ध्यान नहीं दिया। कई सालों तक कार्यकारिणी घोषित नहीं होती थी, जबकि भाजपा ने वार्ड और बूथ स्तर पर संगठन खड़ा करने में मेहनत की। इंदौर में कई बड़े काम कांग्रेस सरकार की देन हैं, लेकिन चुनाव के समय कांग्रेस उम्मीदवार उसे भुना नहीं पाए।

राहुल के महुआ बीनने पर बयानों की बौछारें तेज, सीएम मोहन के बयान पर PCC चीफ जीतू पटवारी ने दिया करारा जवाब,बोले – मोहन यादव पर्ची के CM हैं जनता के नहीं

राहुल गांधी के महुआ बीनने पर एमपी में सियासत कम होने का नाम नहीं ले रही है। अब PCC चीफ जीतू पटवारी ने भी सीएम डॉ. मोहन यादव के बयान को आदिवासियों के अपमान बताते हुए उनको माफी मांगने की बात कही। साथ ही उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को लेकर दिए गए बयान पर नाराजगी भी जाहिर की।

मोहन यादव पर्ची के CM हैं जनता के नहीं

लोकसभा चुनाव की तारीखे नजदीक है ऐसे में पार्टियां चुनावी प्रचार- प्रसार में जुटी हुई है। इस बीच सियासी बयानों का शोर भी तेज होता हुआ नजर आ रहा है। राहुल गांधी के ऊपर दिए बयान पर PCC चीफ जीतू पटवारी ने सीएम डॉ. मोहन यादव को घेरते हुए कहा कि उन्हें आदिवासी समाज से माफी मांगनी चाहिए। सीएम मोहन ने आदिवासियों का अपमान किया है। बीजेपी सरकार ने जो महंगाई गरीबों पर लादी है, उससे निजात पाने के लिए आदिवासी भाई बहन महुआ बीनते है। इससे उनकी रोजी-रोटी चलती है। साथ ही उन्होंने कहा कि मोहन यादव बार- बार बताते हैं कि वह पर्ची के सीएम हैं। जनता के चुने हुए मुख्यमंत्री नहीं हैं।

शहडोल दौरे पर थे PCC चीफ जीतू पटवारी

बुधवार को मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी शहडोल दौरे पर थे। जहां उन्होंने लोकसभा प्रत्याशी फुन्देलाल सिंह के पक्ष में प्रचार किया। इस बीच उन्होंने अनूपपुर जिले के पुष्पराजगढ़ विधानसभा क्षेत्र के दमेहड़ी में जनसभा को संबोधित किया। जहां उन्होंने आदिवासी परंपरा के अनुसार ढोल-मांदल बजाया। इस दौरान PCC चीफ जीतू पटवारी ने मीडिया से चर्चा करते हुए सीएम को माफी मांगने की बात कहीं।

सीएम ने राहुल के महुआ बीनने पर दिया था बयान

गौरतलब है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी मध्य प्रदेश दौरे पर आए थे। तब उन्होंने रास्ते में जाते समय महुआ बीन रही आदिवासी महिलाओं से मुलाकात की थी, और तभी उन्होंने उनसे बात करते हुए महुआ का स्वाद भी चखा था। जिस पर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा था कि राहुल गांधी जबरदस्ती के नेता हैं उनका पिंड राजनीति नहीं है. उन्हें यदि महुआ खाना है, तो हम उनका स्वागत करते हैं।

लोकसभा प्रत्याशी के नामंकन के लिए रीवा पहुँचे पीसीसी चीफ Jitu Patwari, बीजेपी पर वादाखिलाफी का लगाया आरोप

चुनाव आते ही आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो जाता है ऐसा ही वाक्या देखने मिला जब कांग्रेस प्रत्याशी नीलम मिश्रा के नामंकन फॉर्म दाखिल करने प्रदेश अध्यक्ष Jitu Patwari रीवा पहुँचे थे। जहां jitu ने आरोप लागया कि बीजेपी से बड़ी वादा खिलाफी करने वाली कोई पार्टी नहीं है, यह बहुत बड़े ठग हैं, इन्होंने चुनाव से पहले कहा था कि हम किसानों को 2700 रुपये का समर्थन मूल्य देंगे पर इन्होंने अभी तक ऐसा कुछ नहीं किया।

रीवा पहुँचे पीसीसी चीफ Jitu Patwari, बीजेपी पर वादाखिलाफी का लगाया आरोप

आवाज उठाने पर जेल में डाल देते हैं

रैली को संबोधित कर रहे Jitu Patwari ने आरोप लगाया कि मोदी जी ने विकास का वादा किया था, ग़रीबी हटाने का वादा किया पर उन्होंने गरीबों को ही हटा दिया और अगर कोई विरोध करता है तो उन्हें जेल में डाल देते हैं। ईडी, सीबीआई से धमकाया जाता है।

बीजेपी नेता ने पलटवार कर कमलनाथ के दिन याद दिलाए

मप्र बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता आशीष अग्रवाल के मुताबिक किसानों ने कांग्रेस की कमलनाथ सरकार के 15 महीने देखे हैं। 10 दिन में कर्ज माफी का वादा करने वाली कांग्रेस की सरकार ने 15 महीने तक किसानों का कर्ज माफ नहीं किया और उनके साथ छलावा किया है।

लोकसभा चुनावों में विधानसभा चुनावों के चर्चे

दोनों ही पार्टी के नेताओं में विधानसभा चुनाव के दौरान किये वादों को याद दिलाने की होड़ लगी है। एक ओर कांग्रेस नेता लाड़ली लक्ष्मी के पैसे में वर्द्धि नहीं हुई इसे लेकर सरकार को घेर रहे हैं तो बीजेपी के नेता 10 दिन कर्जमाफी को याद दिला रहे हैं।

कांग्रेस बाकि बची 19 लोकसभा सीटों पर इस हफ्ते घोषित कर सकती है उम्मीदवार

अभी तक कांग्रेस ने MP में सिर्फ 10 ही उमीदवार तय किए हैं, वहीं कल Mhow (डॉ अम्बेडकर नगर) के दिग्गज नेता अंतर सिंह ने बीजेपी का दामन थाम लिया

क्या वाकई में मध्यप्रदेश में कांग्रेस को नहीं मिल रहे हैं प्रत्याशी या फिर बड़े नेताओं के बीच नही बैठ रही पटरी। हालांकि आपको बता दें कि मप्र में विधानसभा चुनावों के बाद से लगातार कांग्रेसी नेता पार्टी छोड़ कर BJP का दामन थाम रहे हैं। ऐसे में पीसीसी चीफ़ पटवारी के लिए नेताओं का जाना गले मे फसी हड्डी की तरह हो गया है, क्योंकि जितने भी नेता गए है उन सभी का अपना जनाधार है ऐसे में पार्टी को चुनाव में बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है।

19 सीटों पर प्रत्याशी तय होना बाकि है

कांग्रेस ने 29 में 10 उम्मीदवार ही तय किये हैं और बीजेपी ने अपने सभी उम्मीदवारों के नाम तय कर दिए हैं। कांग्रेस के नेता का कहना है कि लेट उम्मीदवार तय करने से हमे प्रचार के लिए क्षेत्र में कम समय मिल पाता है, जिससे हमें नुकसान उठाना पड़ता है।

प्रदेश अध्यक्ष कर रहे सम्भावित प्रत्याशी से चर्चा

ऐसा पहली बार हो रहा है कि जब किसी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष प्रत्याशियों से वन टू वन चर्चा कर रहे हैं, क्योंकि नेताओं के पार्टी छोड़ने से पार्टी 2014 वाली गलती दोहराना नहीं चाहती है।

मंगलवार तक फाइनल होंगे नाम

सोमवार को दिल्ली में केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक होगी। इसमें समन्वयकों की रिपोर्ट और विभिन्न माध्यमों से प्राप्त संभावित दावेदारों के नामों पर विचार कर अंतिम रूप दिया जाएगा और सभी 19 सीटों पर मंगलवार तक नामों की घोषणा की जाएगी।

बैतूल के जिला अध्यक्ष ने जीतू पटवारी के कारण इस्तीफा दिया, कांग्रेस में मची घमासान

एमपी में पूर्व सीएम कमलनाथ को ना केवल बीजेपी के हमलों का सामना ही नहीं करना पड़ रहा है बावजूद इसके उनकी अपनी पार्टी कांग्रेस में भी उन्हें अपमानित और उनके समर्थकों को प्रताड़ित किया जा रहा है। जिसके कारण बैतूल के जिला अध्यक्ष सुनील शर्मा ने इस्तीफा दे दिया।

सुनील शर्मा ने भी कमलनाथ के नाम पर एड्रेस किया

अपना इस्तीफा बैतूल के जिला कांग्रेस अध्यक्ष सुनील शर्मा उर्फ गुड्डू ने अपना इस्तीफा पूर्व सीएम कमलनाथ को भेजा और इसकी एक कॉपी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी को भेजी दी। आपको बता दें कि कांग्रेस पार्टी की ज्यादातर नेता दीपक सक्सेना से लेकर सुनील शर्मा तक अपना इस्तीफा, पूर्व सीएम कमलनाथ के नाम एड्रेस कर रहे हैं जबकि प्रोटोकॉल के अनुसार इसी का प्रतिशत अध्यक्ष और राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम एड्रेस होना चाहिए। जिसका माध्यम कोई भी हो सकता है।

PCC चीफ जीतू पटवारी ने जिला अध्यक्ष को किया अपमानित

बुधवार को बैतूल में कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी रामू टेकाम ने नामांकन भरा। इस मौके पर पार्टी की तरफ से आमसभा भी की गई थी। जिसमें PCC चीफ जीतू पटवारी ने सुनील शर्मा को दो शब्द कहने का मौका भी नहीं दिया जबकि वह बैतूल के जिला अध्यक्ष थे। सुनील शर्मा उर्फ गुड्डू ने कमलनाथ के लिए लिखा कि – मैंने आपके सफल नेतृत्व में पूरी निष्ठा से करीब 30 सालों से कांग्रेस पार्टी में कई पदों पर रहकर सेवा की, लेकिन मैं वर्तमान में जिला कांग्रेस अध्यक्ष पद पर कार्य करने में असमर्थ हूं। आपसे अनुरोध है कि कृपया मेरा इस्तीफा स्वीकार करवाने की कृपा करें।

सिंधिया के गढ़ से राहुल गांधी की न्याय यात्रा प्रारंभ, अध्यक्ष के दायित्व के बाद जीतू पटवारी की पहली बार अग्नि परीक्षा

राहुल गांधी यात्रा के दौरान मुरैना से उज्जैन तक अलग-अलग समूहों में संवाद करेंगे। इनमें अग्निवीर योजना के उम्मीदवारों, पूर्व सैनिकों, किसानों, पटवारी परीक्षार्थियों, एमपीपीएससी की तैयारी कर रहे युवाओं, महिलाओं आदि से संवाद करेंगे…

मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष का दायित्व मिलने के बाद पहली बार जीतू पटवारी (Jitu Patwari) की अग्नि परीक्षा होने जा रही है। दरअसल, कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की भारत जोड़ो न्याय यात्रा एमपी आ रही है। मार्च महीने के पहले सप्ताह में यह यात्रा एमपी में आएगी। भारत जोड़ो न्याय यात्रा में किसी तरह की कोई चूक न हो, इसके लिए पीसीसी चीफ पटवारी अलर्ट हैं और प्रदेश भर का दौरा कर चुके हैं। इसी क्रम में पटवारी मंगलवार से फिर प्रदेश के दौरे पर निकलेंगे। राहुल अपनी इस यात्रा के जरिए सात लोकसभा सीटों को कवर करेंगे। इनमें मुरैना, ग्वालियर, रतलाम, देवास, गुना, राजगढ़ और उज्जैन सीट शामिल है। कांग्रेस ने राहुल गांधी की यात्रा के पूरे रूट पर हर स्थान के लिए एक नेता को जिम्मेदारी दी है। स्वागत, रोड शो, नुक्कड़ सभा, दोपहर भोजन, रात्रि विश्राम, संवाद और जनसभा के लिए वरिष्ठ नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी गई है। दोपहर 12 बजे बदनावर में ही राहुल गांधी जनसभा को संबोधित करेंगे

कमलनाथ करेंगे राहुल गांधी की यात्रा का स्वागत

सूत्रों के मुताबिक 2 मार्च को राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा का कमलनाथ ग्वालियर में स्वागत करेंगे। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ दो मार्च से लगातार राहुल गांधी के साथ रहेंगे। कमलनाथ ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि हमारे नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा कल 2 मार्च को मुरैना से मध्यप्रदेश में प्रवेश करेगी। यह यात्रा भारत के सभी वर्गों को न्याय देने की यात्रा है। यह जन जागरण और नया भारत रचने के सपने की यात्रा है।

मध्य प्रदेश कांग्रेस निकालेगी राम यात्रा, यात्रा के जरिए सरकार को महंगाई, बेरोजगारी की याद दिलाएंगे

मध्य प्रदेश में बढ़ रही महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दे को लेकर सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए कांग्रेस राम यात्रा निकालने वाली है।प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि सही समय पर राम मंदिर यात्रा भी होगी और भगवान श्रीराम के दर्शन भी किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि अभी मध्य प्रदेश में हम राम यात्रा निकाल के सरकार का ध्यान जनता से जुड़ी समस्याओं को लेकर खींचने की कोशिश करेंगे

राम यात्रा में जनता से जुड़ी समस्याओं की याद दिलाएंगे

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस राम यात्रा निकालेगी। यात्रा के जरिए हम जनता को महंगाई, बेरोजगारी की याद दिलाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश के कांग्रेस कार्यकर्ता भगवान राम के दर्शन करते हुए भाजपा के जनता से किए वादे याद दिलाएंगे।

उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम का मंदिर बना उसके लिए स्वागत भी है, सत्कार भी और खुशी भी है। कांग्रेस पार्टी ने कभी इस मामले में कुछ नहीं कहा, केवल इतना कहा कि कोर्ट के आदेश से जो भी होगा वह स्वीकार होगा। कोर्ट के आदेश से जो हुआ उसकी खुशी है। जब कोर्ट ने मंदिर के ताले खुलवाने का आदेश दिया था तब वह ताले खुलवाए गए थे।

सोनिया जी और राहुल जी से पूछ लें : वीडी

जीतू पटवारी की राम यात्रा को लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि वह दिग्विजय सिंह से तो पूछ लें पहले। कमलनाथ जी तो गए, लेकिन सोनिया जी और राहुल जी से पूछना चाहिए। पहले उनको ये कमिट कर लें कि सोनिया जी राहुल जी ने ओके किया है कि नहीं किया है।

शर्मा ने कहा कि राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा किसी राजनीतिक दल का काम नहीं था। पॉलीटिकल काम नहीं था। तो वो तब कहां गए थे। शर्मा ने कहा कि कम से कम ऐसे जो नए लोग आए हैं इन्हें तो सोचना चाहिए की दोहरा चरित्र तो ना रखें। पहले उनकी पार्टी की नीतियां क्या हैं। उनकी पार्टी चाहती क्या है? तब आगे बढ़ो। दोहरा चरित्र तो मध्य प्रदेश की जनता क्या, देश ने देखा है और कांग्रेस अप्रासंगिक हो गई है, मध्यप्रदेश से तो पलायन करने लगी है।

पीसीसी दफ्तर में हुई अहम बैठक, कमलनाथ आभासी रुप से जुड़े

2 मार्च को राहुल गांधी की न्याय जोड़ो यात्रा मध्यप्रदेश में प्रवेश करेगी। इसको लेकर पीसीसी दफ्तर में हुई बैठक में कामलनाथ समर्थक सज्जन सिंह वर्मा, सुखदेव पांसे, बाला बच्चन, लखन घनघोरिया, मधु भगत सहित अधिकतर विधायक उपस्थित रहे।

न्याय यात्रा 2 मार्च को मध्यप्रदेश पहुँचेगी

राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा 2 मार्च को राजस्थान के धौलपुर से मध्यप्रदेश के मुरैना में प्रवेश करेगी। इसके अतरिक्त लोकसभा चुनाव को लेकर पीसीसी दफ्तर में अहम बैठक हुई जिसमे प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी जितेंद्र सिंह और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने विभिन्न समितियों के सदस्यों के साथ चर्चा कर तैयारियों को अंतिम दिया।

इस बैठक में कमलनाथ सिंह वर्चुअली शामिल हुए। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह और विवेक तन्खा भी इस मीटिंग से वर्चुअली जुड़े।

एमपी कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने दिया बड़ा बयान, कहा – कमलनाथ कही नहीं जा रहा है यह केवल मीडिया की पकाई खिचड़ी थी

एमपी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने यह दावा किया है की कमलनाथ कांग्रेस में ही रहेंगे। मीडिया से चर्चा करते हुए जीतू पटवारी ने कहा कि मेरी कमलनाथ जी से फोन पर बात हुई है और उन्होंने कहा है की वह कांग्रेस में ही रहेंगे। जीतू पटवारी ने कहा कि यह बात मैं उनके बोलने पर ही कर रहा हूं। सूत्रों से पता चला है की शनिवार को कमलनाथ अपने पुत्र नकुलनाथ के साथ दिल्ली गए हुए थे। कमलनाथ के दिल्ली जाने के बाद ही यह अफवाये उड रही थी की वह कांग्रेस छोड़ने वाले हैं। हालांकि अब सारी बातें साफ नजर आ रही है। जीतू पटवारी के अलावा कमलनाथ के करीबी माने जाने वाले व्यक्ति सज्जन सिंह वर्मा ने दिल्ली में मुलाकात के बाद कहा है कि कमलनाथ जी कांग्रेस में ही हैं और रहेंगे।

जीतू पटवारी ने क्या कहा?

एमपी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा है की भाजपा मीडिया का गलत उपयोग कर किसी भी सम्मानित राजनेता की छवि को खराब करने और उसकी अपने दल के प्रति प्रतिबद्धता पर संदेह पैदा करने का षड्यंत्र रचती रही है। कमलनाथ जी ने इस बात का खुलासा किया है की मैं कांग्रेस का था, कांग्रेस का हूं, और कांग्रेस का ही रहूंगा।कमलनाथ जी हमेशा कांग्रेस की विचारधारा के साथ जिये हैं और जियेंगे ऐसी भावना उन्होंने व्यक्त की है। कमलनाथ के सामने आकर खुलासा करने की बात पर जीतू पटवारी ने कहा है की जब सही समय आयेगा तब वह सामने आकर बयान देंगे।