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पूर्व सीएम शिवराज का राहुल के आरोपों पर पलटवार, बोले- खतरे में अगर कोई है तो वह कांग्रेस है

लोकसभा के चुनाव होने में कुछ ही दिन बचे है ऐसे में नेताओं के बीच सियासी आरोप- प्रत्यारोप का दौर जारी है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी समेत कई नेताओं ने मोदी सरकार पर तानाशाही का आरोप लगाते हुए गंभीर बयान दिए है कांग्रेस का कहना है कि यह लोकतंत्र और संविधान को बचाने का चुनाव है। जिस पर पूर्व सीएम शिवराज सिंह ने पलटवार किया है।

खतरे में अगर कोई है तो वह कांग्रेस है

विदिशा सीट से बीजेपी प्रत्याशी शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस और उसके नेता बार-बार यह रट लगा रहे हैं कि लोकतंत्र खतरे में है, संविधान खतरे में है। लेकिन हकीकत यह है कि लोकतंत्र खतरे में नहीं है, संविधान भी सुरक्षित हाथों में है। वास्तव में खतरे में अगर कोई है तो वह कांग्रेस है। कांग्रेस गर्त में जा रही है ।

निरपराधों को कांग्रेस ने भेजा था जेल

पूर्व सीएम शिवराज ने विपक्षी नेताओं को जेल भेजने के आरोप पर कहा कि ये बार-बार कहते हैं कि जेल भेज रहे हैं। लेकिन कांग्रेस को जवाब देना पड़ेगा इमरजेंसी के समय मेरी उम्र 17 साल की थी तब मैं 11 वीं में पढ़ता था, मुझे उस वक्त जेल भेजा गया था। तब स्वर्गीय इंदिरा जी प्रधानमंत्री थीं। उस बीच संविधान को तार-तार किसने किया था? लोकतंत्र का गला किसने घोंटा था? केवल नेताओं को नहीं, बल्कि मासूम बच्चों तक को जेल में भेजा था। साथ ही पूर्व सीएम शिवराज ने आगे कहा कि आज एक बात साफ है। पहले यह धारणा रही होगी कि कोई भी अपराध या फिर भ्रष्टाचार कर ले उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी। यह धारणा जनता की बन गई थी लेकिन यह बीजेपी का शासन है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं। अगर कोई गलत काम करेगा तो जेल जाएगा। कांग्रेस ने तो निरपराधों को जेल भेजा था।

सीएम मोहन यादव ने शिवराज सिंह चौहान को लेकर कही ये बड़ी बात, कहा – उनसे कुर्सी छीनी नहीं गई बल्कि

मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के सीएम डॉ मोहन यादव ने पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) को लेकर एक बड़ा बयान दिया है, डॉ मोहन दिल्ली प्रवास के दौरान मीडिया कॉन्क्लेव में पहुँचे थे। पत्रकार के सवाल का जवाब देते हुए डॉ मोहन ने कहा कि शिवराज सिंह जी से मैंने मुख्यमंत्री की कुर्सी छीनी नहीं बल्कि उन्होंने खुद दी है।

शिवराज जी मेरे मार्गदर्शक हैं

हमारी पार्टी वंश, परिवारवाद, भाई-भतीजावाद से दूर कार्यकर्ता हितैषी पार्टी है। हमारी पार्टी की ये विशेषता है कि अगर आप पैरवी करेंगे तो आपका नंबर कभी नहीं आएगा। हमारी पार्टी सब कुछ देखती और जानती है। पार्टी एक परिवार की तरह काम करती है। शिवराज सिंह चौहान मेरा मार्गदर्शन करते हैं, मैं उनसे मिलता रहता हूँ।

मुझे विश्वास ही नहीं हुआ था

सीएम मोहन यादव ने कहा बैठक के दौरान में पछली पंक्ति में अपने विधायक मित्रो के साथ बैठकर बात कर रहा था तभी हमारे पर्यवेक्षक मनहोर जी ने अपनी बात रखी, उसके बाद शिवराज सिंह जी ने घोषणा की हमारे विधायक दल के नेता डॉ मोहन यादव होगें, मैं 2 मिनट तक विश्वास ही नहीं कर पाया। कभी नहीं सोचा थ कि पार्टी मेरे जैसे छोटे कार्यकर्ता को इतना बड़ा दायित्व देगी।

क्या आपको बनाकर बीजेपी UP और Bihar में यादवों को साध रही है

इस प्रश्न का जवाब देते हुए कहा कि उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी जाति, वंश या परंपरा नहीं देखती। वो एक किसान परिवार से आते हैं। केवल बीजेपी ही एक ऐसी पार्टी है जो एक कार्यकर्ता को मौका दे सकती है।

पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने राहुल गांधी पर जमकर बोला हमला, भारत जोड़ो यात्राओं को बताया विफल यात्रा

लोकसभा चुनाव की तारीखें घोषित हो गई है। इसी के साथ सभी उम्मदीवारों और प्रत्याशियों ने चुनाव को लेकर अपनी तैयारियां भी शुरू कर दी है। इसी बीच मप्र के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस के दिग्गज नेता राहुल गांधी पर जमकर बोला है। उन्होंने कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा और भारत जोड़ो न्याय यात्रा को दोनों को विफल बताया है। इसके अलावा कांग्रेस नेताओं के राम मंदिर न जाने पर भी सवाल खड़े किए है।

दोनों यात्रा को विफल यात्रा

पूर्व सीएम शिवराज ने सोमवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि राहुल गांधी ने अपनी एक और विफल यात्रा का समापन किया। राहुल ने दो यात्राएं की और वह दो यात्राएं भारत जोड़ो, कांग्रेस तोड़ो, कांग्रेस छोड़ो यात्रा साबित हुई । पूर्व सीएम ने कहा कि उनकी यात्रा जहां से गुजरी वहां से कांग्रेस ही गुजर गई।  न्याय यात्रा ने भी कांग्रेस के साथ अन्याय ही किया।

जहां से वो गुजरे वहां कांग्रेस या तो हारी या शीर्ष नेताओं ने कांग्रेस छोड़ी। शिवराज ने कहा कि मैं राहुल जी और खड़गे जी से आज कुछ सवाल पूछ रहा हूं और उनके जवाब चाहता हूं। देश जानना चाहता है वो जवाब दें!शिवराज ने राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे से पूछा कि जब अयोध्या में भगवान श्री राम के दिव्य और भव्य मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा हुई थी तब संपूर्ण देश आनंद, उत्सव और भक्ति से सरोवार था। निमंत्रण उन्हें भी मिला था, कि वो सनातन धर्म के सबसे बड़े पर्व में शामिल हों उन्होंने इस कार्यक्रम में सम्मिलित नहीं होने का फैसला क्यों किया? निमंत्रण ठुकरा दिया। मैं यह मानता हूं, कांग्रेस की इस ऐतिहासिक भूल के लिए जवाब देना चाहिए।

संदेशखाली को लेकर भी साधा निशाना

पश्चिम बंगाल का संदेशखाली में बहन और बेटियों के साथ जो अमानसिक मध्ययुगीन अत्याचार और अन्याय, घिनौने कृत्य हुआ। बहनें सड़कों पर उतरी, लेकिन कांग्रेस की तरफ से उनके समर्थन में एक भी बयान नहीं आया। क्या यह आपकी तुष्टिकरण की नीति नहीं है।

पूर्व सीएम ने कहा कि एक बात मैं पूछना चाहता हूं देश भी जानना चाहता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुनिया के सर्वाधिक लोकप्रिय नेता, जो जनता के दिलों में बसते हैं देश उनका पूरा परिवार है। उनके खिलाफ राहुल जी और उनकी पार्टी के नेता आपत्तिजनक बयान देते हैं यह भारत की संस्कृति नहीं है। प्रधानमंत्री के पद पर आसीन एक ऐसे नेता जो विकसित भारत का निर्माण कर रहे हैं  सारी दुनिया जिनका सम्मान करती है, उनके खिलाफ अशब्द शब्दो का इस्तेमाल क्या यही कांग्रेस और इंडी गठबंधन का चरित्र है? वहीं,  सोनिया गांधी ने लोकसभा का चुनाव क्यों नहीं लड़ा?, इसका जवाब भी जनता चाहती है।

मोहन सरकार पर हमलावर हुए कमलनाथ, कर्ज लेकर पार्टी के कार्यक्रम कर रही सरकार

कई दिनों कि चुप्पी के बाद पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमलनाथ, फिर अपने सोशल मीडिया एकाउंट से प्रदेश सरकार पर हमलावर हुए हैं। जहाँ मीडिया में कयास लागए जा रहे थे कि (kamalnath) अपने बेटे नकुलनाथ के साथ बीजेपी जॉइन कर सकते हैं। इन सब अटकलों को दुर करते हुए नाथ ने कहा कि डॉ मोहन सरकार तो शिवराज (shivraj singh Chouhan) सरकार से भी तेजी से प्रदेश को कर्ज के दलदल में डाल रही है।

दो महीने में 17500 करोड़ का कर्ज

विकास के वादे करने वाली सरकार प्रदेश को कर्ज के दलदल में डाल रही है। विकास के नाम और कर्ज लेकर सरकार राजनैतिक कार्यक्रम कर रही है। पिछले 2 महीने सरकार ने 17500 करोड़ का loan लिया और अब 27 फरवरी को अतिरिक्त 5000 करोड़ का कर्ज ले रही है।

शिवराज सरकार से भी तेज है मोहन सरकार

शिवराज सरकार पहले से ही प्रदेश पर 3.50 लाख करोड़ का कर्ज छोड़कर गई है और अब नवागत सरकार प्रदेश को कर्ज में डुबाने में एक कदम आगे है।