खुद को मुख्यमंत्री का OSD बताकर सरकारी कर्मचारियों को ठगते थे, 20 लाख से ज्यादा का लगा चुके थे चूना
मध्य प्रदेश की साइबर क्राइम पुलिस ने दो शातिर ठगों को पकड़ा है। यह ठग खुद को मुख्यमंत्री का ओएसडी बताकर सरकारी कर्मचारियों को ब्लैकमेल करते थे। दोनों आरोपी ट्रांसफर रुकवाने के नाम पर पैसे लिया करते थे। दोनों आरोपी सरकारी कर्मचारियों को एमपी सरकार के लोगो वाले फर्जी ट्रांसफर आर्डर भेजते थे, और बाद में ऑर्डर रद्द करने की पेशकश करते थे। यह आरोपी सरकारी कर्मचारियों के मोबाइल नंबर गूगल से निकालकर खुद को मुख्यमंत्री का ओएसडी बताकर उनसे बात करते थे।
दो लोग मिलकर ठगते थे
यह आरोपी इतने ज्यादा बदमाश थे कि वह फोन लगाकर ट्रांसफर की बात तो करते ही थे बल्कि जो सरकार के द्वारा लिस्ट निकाली जाती थी वह भी भेज देते थे। भोपाल की टीम इस पर कार्यवाही कर मैदानी स्तर पर जुट गई और दो आरोपियों को निवाड़ी जिले से सौरभ और हरबल को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपियों के पास से मोबाइल और दो सिम कार्ड भी मिले जिस से वह आरोपी लोगो को ठगते थे।
20 लाख की रुपये की कर चुके थे ठगी
आरोपियों ने पूछताछ के दौरान बताया है कि वह 6 सरकारी कर्मचारियों को ठग चुके हैं और 20 लाख रुपए की अभी तक ठगी कर चुके हैं। सरकारी कर्मचारियों को आरोपियों पर शक ना हो इसलिए वह हमेशा व्हाट्सएप पर मध्य प्रदेश शासन के लोगो की डीपी लगाया करते थे और व्हाट्सएप पर एक फर्जी लिस्ट अधिकारियों को भेजते थे। ठग कर पैसा लेने के लिए आरोपी गांव के आसपास मनी ट्रांसफर वालों के खाते में राशि डलवाते थे।