मप्र उच्च शिक्षा विभाग ने जारी किया नया फरमान, अब स्टूडेंट्स काॅलेज में नहीं पहनकर जा सकेंगे ये ड्रेस
मध्यप्रदेश उच्च शिक्षा विभाग ने काॅलेज के स्टूडेंट्स के लिए एक नया फरमान जारी किया है। जिसके तहत अब स्टूडेंट्स काॅलेज जींस और टी शर्ट पहनकर काॅलेज नहीं जा सकेंगस। विभाग के अनुसार, सरकारी कॉलेजों में यूनिफॉर्म के लागू होने का निर्णय की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है जो छात्र-छात्राओं के बीच एकरूपता और समानता की भावना को बढ़ावा देने की दिशा में है। इस फैसले से यह सुनिश्चित होगा कि अब किसी भी छात्र-छात्रा के पसंद के अनुसार नहीं, बल्कि एक निश्चित यूनिफॉर्म में सभी कॉलेज जाएंगे।
पैंट और शर्ट में जाए काॅलेज
छात्रों को पैंट-शर्ट और छात्राओं को सलवार-कुर्ता पहनना होगा। इस यूनिफॉर्म के अंतर्गत, विभिन्न आर्थिक स्थितियों और समाजिक परिस्थितियों में रहने वाले छात्र-छात्राओं के बीच किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं होगा। इसके साथ ही, यह एक संवेदनशील परिवेश भी बनाएगा जहां शिक्षा के प्रति रुचि और स्थिरता बढ़ाई जा सकती है।
अर्थिक और सामजिक भेदभाव कम होगा
उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने इस निर्णय को लेकर बताया कि इससे छात्रों के बीच अदालतीकरण और सामाजिक रूप से व्याप्त भेदभाव को कम किया जा सकता है। विभाग ने यूनिफॉर्म के रंग को तय करने का जिम्मेदारी कॉलेज प्रबंधन पर छोड़ दिया है, जिससे कि यह रंग छात्र-छात्राओं के जनभागीदारी समिति के साथ मिलकर चुना जा सके। वही इंदर सिंह परमार ने प्रदेश भर के मदरसों को लेकर कहा है कि जो मदरसे सरकारी पोर्टल पर दर्ज है, वहीं चलेंगे, जो नहीं है उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।