नाथूराम गोडसे को देशभक्त कहने वाली प्रज्ञा ठाकुर का लोकसभा चुनाव से कटा टिकट, पीएम मोदी और पार्टी को लेकर कही ये बड़ी बात
भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा चुनाव को लेकर बिगुल बजा दिया है। पार्टी ने दिल्ली में अपने लोकसभा चुनाव के उम्मीदवारों की पहली सूची कर दी है। जिसमें 195 उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं। इनमें मप्र के भी 24 उम्मीदवार शामिल हैं। जिनमें विदिशा से शिवराज सिंह चौहान, गुना से ज्योतिरादित्य सिंधिया और भोपाल से आलोक शर्मा से दिग्गजों के भी नाम शामिल हैं। इस बार लोकसभा चुनाव से भोपाल की सासंद प्रज्ञा ठाकुर का नाम कट गया है। अब इसको लेकर उनकी प्रतिक्रिया सामने आयी है।
नमस्ते पीएम मोदी और पार्टी को लेकर कहा ये
साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने सूची जारी होने के अगले दिन से एक टीवी न्यूज चैनल से बात की। जहां उन्होंने अपने टिकट कटने को लेकर कहा, ”बीजेपी सिद्धांतों पर चलने वाला संगठन है और इसमें किसी तरह का सवाल नहीं होता है।पार्टी ने आलोक शर्मा को टिकट दिया है और ये मुझे सहज स्वीकर है।” उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से आलोक शर्मा काम करेंगे और हम सब मिलकर उन्हें विजयी बनाएंगे।
इसके अलावा प्रज्ञा ठाकुर से सवाल किया कि क्या बयानों की वजह से आपका टिकट तो नहीं कटा? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि ”मेरे द्वारा दिए गए बयान पर मैंने पीएम मोदी से माफी मांग ली थी, मेरा उद्देश्य उनका मन दुखाना नहीं था और मैंने दुखाया भी नहीं।”साध्वी प्रज्ञा ने आगे कहा ” मेरा सत्य बोलना विरोधियों और कांग्रेस के लोगों को खटकता है, और मेरी आड़ लेकर वो मोदी जी पर प्रहार करते हैं। मैंने जो कहा वो सत्य कहा लेकिन मीडिया ने उसे विवादित बयान कहकर मुद्दे को हवा दी इसी कारण उस बयान को इतना बल मिला। जब साध्वी प्रज्ञा से पार्टी छोड़ने या फिर आगे के राजनीतिक भविष्य को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने बताया कि “मेरा पार्टी छोड़ने का कोई विचार नहीं है” “संगठन जो जिम्मेदारी मुझे देगा, मैं उसे निभाऊंगी और जहाँ मेरी ज़रूरत होगी। मैं वहां उपलब्ध रहूंगी।
नाथूराम गोडसे को देशभक्त कहा था
माना जा रहा है कि सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर को पीएम मोदी की नाराजगी का खामियाजा भुगतना पड़ा है. दरअसल, उन्होंने संसद में बयान देते हुए नाथूराम गोडसे को देशभक्त कहा था, जिससे उन्हें विपक्ष के साथ-साथ पार्टी के भीतर भी काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था. उनके इस बयान के बाद ही उन्हें रक्षा संबंधी कमेटी से हटा दिया गया था. पीएम मोदी ने भी साफ कर दिया था कि भले ही उन्होंने अपने इस बयान के लिए माफी मांग ली है, लेकिन वह कभी उनको माफ नहीं कर पाएंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नाराजगी अब साफतौर पर देखी गई और भारी मतों से जीतने के बाद बावजूद प्रज्ञा सिंह ठाकुर को भोपाल से उम्मीदवार नहीं बनाया गया।