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इंदौर में हुई चौंकाने वाली घटना, पुलिसवाले ने फर्जी टीआई बनकर पहले लोगों को धमकाया और अनजान शख्स को मारी टक्कर

इंदौर के लसूड़िया थाना क्षेत्र में सोमवार रात को एक चौंकाने वाली घटना सामने आई। टीआई की वर्दी पहने एक शख्स ने अपनी स्कॉर्पियो से बाइक सवार को टक्कर मार दी और फिर पिस्तौल दिखाकर धमकाने लगा। इस घटना के बाद आरोपी भाग निकला, लेकिन बाइक सवार ने हिम्मत नहीं हारी और आरोपी का पीछा कर लिया।

घटना का विवरण

पुलिस ने बताया कि आरोपी गणेश पिता मोहनलाल परमार (40), जो जलालपुरा-देपालपुर का निवासी है, ने रात करीब 8:30 बजे सुखलिया जा रहे संजय को अपनी स्कॉर्पियो (MP09 BE 7171) से टक्कर मार दी। टक्कर के बाद संजय ने स्कॉर्पियो को रोकने की कोशिश की, लेकिन गणेश तेजी से विजय नगर की तरफ बढ़ गया। संजय ने तुरंत घटना की सूचना वहां मौजूद ट्रैफिक जवान को दी, जिसने वायरलेस के माध्यम से विजय नगर पुलिस को सूचित किया।

व्यक्ति और आरोपी के बीच हुई मुठभेड़

संजय ने अपने दोस्त के साथ स्कॉर्पियो का पीछा किया और कुछ दूर जाकर गणेश की कार के आगे अपनी बाइक अड़ा दी। जब वे गणेश को बाहर निकालने की कोशिश कर रहे थे, तब गणेश ने पिस्तौल तान दी। इसी बीच विजय नगर थाने के जवान भी मौके पर पहुंच गए और गणेश को पकड़ लिया।

पुलिस ने जताई हैरानी

टीआई की वर्दी और लोअर पहने गणेश को देखकर पुलिस जवान भी हैरान रह गए। उसे थाने लाया गया और पूछताछ में पता चला कि गणेश खुद को रौबदार दिखाने के लिए तीन स्टार लगी खाकी शर्ट पहनकर घूमता था। जो पिस्तौल उसने संजय को डराने के लिए निकाली थी, वह असल में एक एयर पिस्टल थी।

सीआरपीएफ से पहले हो चुका बर्खास्त

डीसीपी अमरेंद्र सिंह ने बताया कि गणेश सीआरपीएफ का बर्खास्त सब इंस्पेक्टर है। उसका भाई भी सीआरपीएफ में कार्यरत है और यह संभव है कि गणेश ने जो वर्दी पहनी थी, वह उसके भाई की हो। गणेश का पुलिस रिकॉर्ड जांचने के बाद यह भी पता चला कि उसे सीआरपीएफ से बर्खास्त किया जा चुका है।

BHOPAL UPDATE : थाने के अंदर चल रहा था सुंदरकांड, दिग्विजय ने कहा – अगर थाने में सुंदरकांड हो सकता है, तो बकरा ईद और गुरु नानक जयंती भी मनाई जाए

गुरुवार को Bhopal में कांग्रेस ने प्रदेश के सहकारिता, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास सारंग के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग को लेकर राजधानी के अशोका गार्डन थाने तक पैदल मार्च निकाला। इस दौरान थाने के परिसर में स्थित मंदिर में भाजपा के एक कार्यकर्ता के जन्मदिन पर सुंदरकांड का आयोजन हो रहा था। कांग्रेस कार्यकर्ताओं को थाने के परिसर में घुसने से रोकने के लिए थाने के गेट पर ताला लगा दिया गया था।

दिग्विजय ने दिया बड़ा बयान

इस पर नाराज कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने मीडिया से आरोप लगाते हुए कहा कि थाने के परिसर में सुंदरकांड के आयोजन की अनुमति कैसे दी गई? कांग्रेस ने पहले ही पुलिस को पैदल मार्च और मंत्री सारंग के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग का ज्ञापन देने की सूचना दी थी, फिर भी भाजपा कार्यकर्ता और मंत्री सारंग के समर्थक पंडाल लगाकर थाने में सुंदरकांड कैसे कर रहे थे? टीआई से पूछने पर उन्होंने पहले कहा कि उन्हें इस बारे में जानकारी नहीं है।

टीआई ने दी सफाई

बाद में उन्होंने कहा कि ऐसा कोई नियम नहीं है जो कहता हो कि मंदिर में सुंदरकांड नहीं हो सकता। फिर बताया कि भाजपा कार्यकर्ता नरेश यादव के जन्मदिन पर सुंदरकांड हो रहा है।दिग्विजय सिंह ने यह भी आरोप लगाया कि थाने के मंदिर परिसर में जिस जगह सुंदरकांड चल रहा था, वहां से कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर जूता फेंका गया, जो एक पुलिसवाले को लगा। कुछ लोगों ने बोतलें भी फेंकीं।

बकरा ईद और गुरु नानक जयंती भी मनाई जाए

पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि वे 10 साल मुख्यमंत्री रहे, लेकिन कभी थाने में सुंदरकांड का आयोजन नहीं देखा। अगर थाने में सुंदरकांड हो सकता है, तो बकरा ईद और गुरु नानक जयंती भी मनाई जाए। सभी धर्मों के त्योहार मनाए जाएं और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के जन्मदिन पर भी पुलिस सुंदरकांड का आयोजन कराए।

गेंहू का व्यापारी फर्म बनकर किया 39 लाख का धोखा, पुलिस ने किया धोखाधड़ी गैंग का पर्दाफाश

उज्जैन पुलिस ने अंतर्राज्यीय धोखाधड़ी गैंग का पर्दाफाश किया है। बड़नगर पुलिस टीम ने 39 लाख 50 हजार रुपए की राशि के साथ आरोपियों को गिरफ्तार किया। यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा के निर्देशानुसार और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नितेश भार्गव के मार्गदर्शन में की गई।

शिकायत के आधार पर की गई कार्रवाई

बड़नगर निवासी जितेन्द्र मारू ने पुलिस को शिकायत दी थी कि आरोपी जयेश सिंधी और विनोद हरयाणी ने उन्हें बड़े व्यापारी फर्म का प्रतिनिधि बताकर 10 ट्रक गेहूं का ऑर्डर दिया था। इनमें से 3 ट्रक का भुगतान किया गया और शेष 7 ट्रक के भुगतान की मांग पर आरोपियों ने फोन बंद कर लिया और गायब हो गए। इस धोखाधड़ी का आवेदन थाने में प्रस्तुत किया गया और मामले को विवेचना में लिया गया।

आरोपियों की गिरफ्तरी

पुलिस ने आरोपियों की मोबाइल लोकेशन ट्रैक कर 31 मई को आरोपी विनोद हरयाणी को गांधीनगर, गुजरात से गिरफ्तार किया। पूछताछ के दौरान अन्य आरोपियों के नाम सामने आए जिनमें जयेश सिंधी, भावेश सिंधी, पंकज जैन और धीरू शामिल थे। पुलिस ने 6 जून को जयेश को हिम्मतनगर, साबरकाठा से, 24 जून को भावेश को नाना चिरोडा, अहमदाबाद से और पंकज व धीरू को कठवाडा नारोडा, अहमदाबाद से गिरफ्तार किया।

39 लाख 50 हजार रुपए जब्त

गिरफ्तार आरोपियों से कुल 39 लाख 50 हजार रुपए की राशि जब्त की गई है। इस महत्वपूर्ण कार्रवाई से पुलिस ने धोखाधड़ी के एक बड़े अंतर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है और कई लोगों को न्याय दिलाने में सफलता प्राप्त की है।

इंदौर में ट्रेन में मिली लाश की गुत्थी सुलझी, हत्यारे ने अपनी ही पत्नी के सामने किए थे महिला के शव टुकड़े

बीते एक महीने से पूरे मध्यप्रदेश में ट्रेन में महिला की लाश मिलने का मामला गरमाया हुआ था। इसके बाद हर दिन इस मामले की चर्चा पूरे प्रदेश सहित देश में हो रही थी। अब इस मामले की पूरी गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। पुलिस ने हत्या करने वाले हत्यारे को गिरफ्तार कर लिया है साथ ही हत्या करने की वजह का भी पता लगा लिया है।

स्टेशन पर महिला से मिला था हत्यारा

रेल पुलिस (जीआरपी) के मुताबिक कमलेश पटेल उप्र के ललितपुर के पिपरोनिया बेहट का रहने वाला है, जो हीरा मिल की चाल उज्जैन में रहता है। 6 जून को मीराबाई उज्जैन प्लेटफार्म क्रमांक-1 पर मथुरा जाने वाली ट्रेन के इंतजार में बैठी थी। कमलेश ने उससे बात की और कहा मथुरा की ट्रेन निकल गई है। दूसरी ट्रेन कल मिलेंगी, वह समझाबुझा कर घर ले गया।

7 जून को उसने खाने में नींद की गोलियां मिला दी। मीराबाई को नींद तो नहीं आई लेकिन हल्की बेहोशी छाने लगी थी।आरोपित ने उसके साथ दुष्कर्म का प्रयास किया तो उसने विरोध किया। धक्का-मुक्की मेें मीरा नीचे गिर गई। कमलेश ने ट्रैक से चुराए बोल्ट से हमला कर दिया। बेहोश होने पर उसका गला घोंट कर मार डाला।

बाथरूम में किए शव के टुकड़े

8 जून को जीरो पाइंट से कैरी काटने का संतूर लेकर आया और मौरी (नहाने का स्थान) पर पहले हाथ-पैर काटे फिर शरीर के दो टूकड़े कर दिए। आरोपित ने शरीर के टुकड़े नागदा-महू ट्रेन में रखे और हाथ-पैर उज्जैयनी एक्सप्रेस में एस-1 में रख दिए।टीआइ संजय शुक्ला के मुताबिक कमलेश करीब 15 साल से उज्जैन रहता है। उसके घर में अनैतिक गतिविधियां भी चलती है।

उसकी पत्नी आरती मूक बधीर है। कमलेश ने पुलिस को गुमराह करने का प्रयास किया था। उसने दो मुस्लिम युवकों का नाम बता कर जांच से भटका दिया। पुलिस ने आरती को हिरासत में लिया और मूक बधीर विशेषज्ञ ज्ञानेंद्र पुरोहित की मदद से पूछताछ की। आरती ने इशारों में पूरा घटनाक्रम बता दिया। उसने यह भी बताया कि कमलेश ने उसे धमकाया था। वह उसके साथ मारपीट करता रहा है।

पुलिस आरती को कोर्ट ले गई और मजिस्ट्रेट के समक्ष धारा 164 के तहत कथन दर्ज करवाए।इसके बाद कमलेश से सख्ती से पूछताछ की तो वह टूट गया। पुलिस ने कपड़े, संतूर जब्त कर लिया है। आरोपित ने बताया शव ठिकाने लगाने के बाद रामघाट जाकर शिप्रा में जाकर स्नान किया था।

कार को रोकने वाले ट्रैफिक हवलदार को ही 500 मीटर लेकर दौड़ी कार, पुलिस ने घेराबंदी कर की पकडने की कोशिश

शुक्रवार को प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक हैरान करने वाला दृश्य देखने को मिला। जहां एक पेट्रोल पंप के सामने एक ट्रैफिक हवलदार ने एक कार को रोकने को कोशिश की। लेकिन कार वाला नही रूका और वो आरक्षक अपने बोनट पर बिठाकर काफी दूर तक घसीट कर ले गया था। इस दौरान कार ने एक बुजुर्ग को भी टक्कर मार दी। इसके बाद काफी देर बाद घेराबंदी कर उसे गिरफ्तार किया गया है। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो गया है।

500  मीटर तक दौड़ी कार

पिपलानी पुलिस के मुताबिक लोकसभा चुनाव के चलते आचार संहिता का पालन करवाने के लिए सड़क पर वाहनों की चैकिंग की जा रही है। पिपलानी पेट्रोल पंप चौराहे पर ट्रैफिक के एएसआई और दो सिपाही भी रोजाना चैकिंग करते हैं। शाम के समय इस चौराहे पर वाहनों की संख्या बहुत ज्यादा बढ़ जाती है, इसलिए पुलिस ट्रैफिक व्यवस्था संभालती है।

शुक्रवार की शाम करीब सवा छह बजे काले रंग की एक कार, जिसमें काली फिल्म चढ़ी हुई थी, वह पिपलानी से रत्नागिरी की तरफ जा रही थी। पुलिस की टीम को देखकर चालक ने रेड सिग्नल में चौराहे को पार करने का प्रयास किया तो ड्यूटी पर तैनात आरक्षक राहुल जायसवाल ने उसे रोकना चाहा। चालक ने कार रोकने के बजाए राहुल को टक्कर मार दी, जिससे वह उछलकर उसी कार के बोनट पर जाकर गिरा। इसके बावजूद चालक ने कार रोकने के बजाए उसे रत्नागिरी तिराहे की तरफ दौड़ना शुरू कर दिया।

आरोपी की कार हुई जब्त

बोनट पर फंसा सिपाही चालक को कार रोकने के लिए आवाज लगाता रहा। इधर, चौराहे पर तैनात दूसरे पुलिस कर्मचारियों ने बाइक से उसका पीछा करना शुरू किया। राहुल के शोर मचाने पर राहगीरों ने भी कार रोकने का प्रयास किया, लेकिन चालक ने कार नहीं रोकी। बाइक पर सवार एक बुजुर्ग राहगीर ने उसे रोकने का प्रयास किया तो कार चालक ने बाइक को टक्कर मार दी, जिससे बुजुर्ग गिरकर घायल हो गए। पीछा कर रहे पुलिस कर्मचारियों के शोर मचाने पर करीब 500 मीटर दूर चालक ने कार रोकी तो पुलिस ने आरोपी चालक को हिरासत में ले लिया।

पिपलानी पुलिस ने घायल सिपाही की रिपोर्ट पर आरोपी कार चालक के खिलाफ हत्या का प्रयास और शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने का मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी का नाम सुजय सिंह (29) निवासी लवकुश नगर अवधपुरी बताया गया है। वह एक निजी कंपनी में मार्केटिंग का काम करता है। आरोपी की अल्ट्रोज कार जब्त कर ली गई है। प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह अपने दोस्त के साथ कार से किसी काम से निकला था। कार में काली फिल्म चढ़ी होने के कारण वह पुलिस को देख घबरा गया था। उसे लगा कि पुलिस पकड़ लेगी, इसलिए रेड सिग्नल में निकले का प्रयास कर रहा था।

असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर ने यूनिफॉर्म में स्टेज पर लडकियों के साथ लगाए जमकर ठुमक, कलेक्टर ने दिया ऐसा आदेश कि अब कभी नहीं चढ़ेगा स्टेज पर

आम आदमी अक्सर स्टेज पर लडकियों के साथ स्टेज पर  जमकर ठुमके लगाते हुए नजर आते हैं। लेकिन इस बार आम आदमी नहीं एक पुलिसकर्मी ने खाकी वर्दी में स्टेज पर जमकर ठुमके लगाए। पुलिसकर्मी ने ठुमके कुछ इस तरह लगाए कि उनका वीडियो सोशल मीडिया पर लाखों लोगों ने देख डाला और इनमें कलेक्टर और कई प्रशासनिक अधिकारी भी शामिल है। जिसके बाद उन्हें सस्पेंड कर दिया गया।

मैहर का मामला

दरअसल मामला मध्य प्रदेश के मैहर जिले में न्यू रामनगर थाने में पदस्थ असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर सुशील कुमार का है। जिनका एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें वह किसी स्टेज पर एक लड़की के साथ डांस करते हुए दिखाई दे रहे थे। इस दौरान वह यूनिफॉर्म में थे।

नशे में धुत्त होकर लगा रहा था ठुमके

लोकल मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मैहर जिले के रामनगर थाने में पदस्थ सहायक पुलिस उपनिरीक्षक सुशील कुमार अहिरवार रामनगर थाना क्षेत्र के हिनौता गांव में गुलाब सिंह के यहां एक कार्यक्रम में भोजपुरी गाने पर आधी रात को डांस किया था। आरोप है कि दरोगा शराब के नशे में धुत्त होकर खूब ठुमके लगा रहे थे। जिस प्रकार से उन्होंने नृत्य किया, उससे पुलिस का अनुशासन तार-तार करने के साथ ही पूरे विभाग को शर्मसार कर दिया है। आपको बता दें कि सुशील अहिरवार खुद को सिंघम साबित करने में अक्सर फजीहतों का सामना करते रहते हैं।

Bhopal police की मुस्तैदी से 80 लाख की लूट की गुत्थी, चंद मिनटों में सुलझी

Bhopal: Bhopal police ने लूट की मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया। उनके पास से 49 लाख रुपये नकद, घटना में स्तमाल गाड़ी, कट्टा-कारतूस, धारदार हथियार चाकू, एटीएम कार्ड जब्त किए हैं। वारदात के खुलासा करने वाली Police टीम को 50 हजार का इनाम देने की अनुसंशा की गई है।

नौकर ने ही बनाई थी लूट की योजना

जांच में पता चला कि घर का नौकर ही लूट में शामिल था। उसने आरोप को लूट करने के लिए बुलाया था। नौकर ने आरोपियों द्वारा पीटे जाने का नाटक भी किया था ताकि उस पर कोई संदेह नहीं कर सके। लेकिन जाँच में विरोधाभास तथ्यों से पुलिस को शक हुआ तो पुलिस ने सख्ती से पूछताछ करने खुलासा हुआ।

मंडीदीप के एक घर मे मिला समान

पकड़े गए आरोपियों ने पूछताछ में एक आरोपी अमित के घर पहुँची तो बोरी भरकर रखे गए रुपये और एक देशी कट्टा तथा 2 कारतूस बरामद किए। आरोपी लक्ष्मण लूट के बाद बाइक से भाग रहा था पर बाइक खराब होने पर पैदल धकेल रहा था तभी उसे Police ने पकड़ लिया था।

Police की जांच टीम को 50 हज़ार का इनाम

भोपाल कमिश्नर पुलिस कमिश्नर हरिनारायणाचारी मिश्र ने बताया कि मूलत सतना निवासी ज्ञानेंद्र सिंह परिहार (59) यहां बी-234 शाहपुरा में परिवार के साथ रहते हैं। बड़े किसान होने के साथ ही शहर में उनके कई फार्महाउस और दुकानें हैं। परिवार में पत्नी सविता सिंह के साथ ही तीन बेटियां सोनल सिंह, डॉ. अंशुल सिंह और प्रियल सिंह हैं। सुमन सिंह शहर से बाहर गई हुई हैं। सबसे छोटी बेटी प्रियल सिंह का सोमवार को बर्थडे था, इसलिए पूरा परिवार खाना खाने के लिए होटल गया था।

Police ने 5 घंटे में सुलझाई गुत्थी

इस दौरान घर पर काम करने वाले धर्मेंद्र सिंह परिहार, उनकी पत्नी सुमन परिहार और एक नाबालिग लड़का था। सोमवार रात करीब सवा 10 बजे आधा दर्जन नकाबपोश बदमाश घर के अंदर दाखिल हुए और धर्मेंद्र और उनकी पत्नी के साथ हथौड़े से मारकर लहूलुहान कर दिया और उन्हें एक कमरे में बंद कर दिया। उसके बाद नाबालिग के साथ मारपीट कर उसे दूसरे कमरे में बंद कर दिया। बाद में पूरे घर की तलाशी ली और ज्ञानेंद्र सिंह के कमरे से 50 लाख रुपये नकदी तथा 10 लाख रुपये कीमत के सोने और डायमंड के जेवरात चोरी कर भाग निकले। पुलिस की मुस्तेदी से हमने 5 घंटे में ही आरोपियों को पकड़ लिया और सारा सामान बरामद कर लिया है। जाँच में जुटे सभी पुलिसकर्मियों को 50 हज़ार के इनाम देने की अनुसंशा हुई है।

आचार संहिता के बाद एक्शन में Police, प्रदेश में अब तक 18 करोड़ की अवैध शराब और 6 करोड़ की नगदी जब्त की

लोकसभा चुनावों के आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद से प्रशासन और Police की मुस्तैदी के चलते प्रदेश में 6 करोड़ से ज्यादा की नगदी, 18 करोड़ की अवैध शराब बरामद की है। दो लाख 60 हजार 74 लाइसेंसी शस्त्र थानों में जमा कराए गए हैं। यह कारवाई Police ने चुनाव की आचार संहिता लगने के बाद की है।

Police ने 6 करोड़ से ज्यादा के नगदी जब्त

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने बताया है कि आचार संहिता के प्रभावशील होने के बाद Police एवं अन्य जांच एजेंसियों द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है। दो अप्रैल 2024 तक छह करोड़ 58 लाख 53 हजार 49 रुपये की ऐसे नकदी जब्त की गई है, जिसका ब्योरा नगदी के साथ पकड़ाया व्यक्ति नहीं दे पाया।

आचार संहिता के बाद एक्शन में Police

11 लाख लीटर अवैध शराब जब्त की आबकारी ने

11 लाख 32 हजार 859 लीटर अवैध शराब जब्त की गई, जिसका मूल्य 17 करोड़ 95 लाख 55 हजार 629 रुपये होता है। इसी तरह 14 करोड़ 34 लाख 35 हजार 955 रुपये मूल्य के 10 हजार 285 किलोग्राम से अधिक ड्रग्स और तीन करोड़ 92 लाख 71 हजार 21 रुपये मूल्य की 199 किलोग्राम से अधिक कीमती धातुएं भी जब्त की गई हैं। इसके अलावा 20 करोड़ 69 लाख 650 रुपये मूल्य की अन्य सामग्री भी जब्त की गई हैं।