Sun. Nov 3rd, 2024

मप्र व्यापम घोटाले में 11 आरोपितों को सात-सात साल की सजा, 7 लोगों को सूबत के आभाव में हुए बरी

भोपाल । जिला कोर्ट के विशेष न्यायाधीश (व्यापम प्रकरण) नीतिराज सिंह सिसोदिया ने व्यापम घोटाले के एक मामले की सुनवाई करते हुए 11 आरोपितों को सात-सात वर्ष के कठोर कारावास और 10-10 हजार रुपये के अर्थदंड की सजा सुनाई। इसके अलावा 14 आरोपितों को साक्ष्य के अभाव में बरी कर दिया गया।

किसी और बिठाकर दिलवाई थी परीक्षा

सीबीआई के लोक अभियोजक सुशील कुमार पांडेय ने बताया कि व्यापम द्वारा 30 सितंबर 2012 को मध्य प्रदेश पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा आयोजित की गई थी, जिसमें छह अभ्यर्थियों लोकेन्द्र कुमार धाकड़, अविनाश जयंत, राजेश प्रजापति, भूरा रावत, राधेश्याम यादव तथा विकास रावत ने अपने स्थान पर किसी अन्य व्यक्ति (प्रतिरूपक) को परीक्षा में बैठाकर लिखित परीक्षा पास की थी।

अभ्यर्थी लोकेन्द्र कुमार धाकड़ के स्थान पर प्रतिरूपक हेमंत सिंह जाट ने, अविनाश जयंत के स्थान पर कुमार झा, राजेश प्रजापति के स्थान पर अभ्यर्थी के भाई नरेश प्रजापति, भूरा रावत के स्थान पर रामवीर सिंह रावत, राधेश्याम यादव के स्थान पर अज्ञात प्रतिरूपक ने तथा विकाश रावत के स्थान पर प्रतिरूपक हरिओम तोमर ने परीक्षा दी थी।

चार को किया दंडित

परिणाम स्वरूप उक्त छह अभ्यर्थी पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा में पास हो गए थे। सोमवार को न्यायालय ने कई गवाहों, दस्तावेजों और आर्टिकल्स के आधार पर छह अभ्यथियों तथा पांच प्रतिरूपकों को भारतीय दंड संहिता की धारा 419, 420, 467, 468, 471 सहपठित धारा 120-बी एवं मध्यप्रदेश मान्यता प्राप्त परीक्षा अधिनियम 1937 की धारा 3-घ (1) (2) सहपठित धारा चार के अधीन दंडित किया।

MP को फिर “तेंदुआ स्टेट” का दर्जा, 2024 में देश में सबसे ज्यादा 3097 तेदुंआ

Delhi: केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेन्द्र यादव (Union Minister for Environment, Forest and Climate Change, Bhupender Yadav) ने गुरुवार 29 फरवरी, 2024 को नई दिल्ली में भारत में तेंदुओं की स्थिति पर रिपोर्ट (Report on Status of Leopards in India) जारी की है। रिपोर्ट से पता चला है कि देश में तेंदुओं की सर्वाधिक संख्या 3907 मध्यप्रदेश में है। इसके बाद महाराष्ट्र में 1985, कर्नाटक में 1,879 और तमिलनाडु में 1,070 हैं। इस उपलब्धि पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री (Chief Minister of Madhya Pradesh) डॉ मोहन यादव (CM Mohan Yadav) ने वन विभाग और वन्यजीवों के प्रबंधन में लगे कर्मियों को बधाई दी।

मध्य प्रदेश ने बरकरार रखा तेंदुआ स्टेट का दर्जा

MP में तेंदुओं की आबादी में बढ़ोतरी हुई है, जो 2018 में 3421 थी अब 2024 में 3907 हो गई है, मध्यप्रदेश में के दो टाइगर रिजर्व सतपुड़ा और पन्ना में बढ़ोतरी से शीर्ष 3 टाइगर रिजर्व में स्थान प्राप्त हुआ है। मप्र के वनमंत्री नागर ने वन्यजीवों के प्रबंधन और तेंदुआ स्टेट का दर्जा बरकरार रखने में अहम योगदान देने के लिए वनविभाग के सभी कर्मचारियों को बधाई दी है।

चार साल के अंतराल में होती गणना

शिवालिक पहाडियों और गंगा के मैदानों में इनकी संख्या में 3.4 प्रतिशत की गिरावट दर्ज हुई है। 2018 में इस क्षेत्र में 1253 तेंदुए पाए गए थे, जबकि 2022 में यहां 1109 तेंदुए ही पाए गए है। इसके साथ ही यह तेंदुओं की गणना की पांचवीं रिपोर्ट होगी। मंत्रालय की ओर से तेंदुओं की यह गणना प्रत्येक चार साल बाद कराई जाती है।

कहाँ कितने बड़े तेंदुए

राज्य 2018 2022

मप्र 3421 3907

महाराष्ट्र 1690 1985

कर्नाटक 1783 1879