जयवर्धन सिंह ने सरकार पर लगाए सुस्ती के आरोप, कहा – पदोन्रति को लेकर सरकार गंभीर नहीं है
भोपाल। यह आरोप पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह ने लगाया है की वर्ष 2016 से अधिकारी-कर्मचारी लगातार पदोन्नत हुए सेवानिवृत्त हो रहे हैं। सरकार के गंभीर न होने के कारण सेवानिवृत्ति को लेकर समिति बनाई, बैठके की परन्तु कोई निष्कर्ष नहीं निकला। सुप्रीम कोर्ट सुप्रीम कोर्ट प्रकरण के लेकर विचार कर रही हैं ऐसा कहकर को सेवानिवृत्त कराया जा रहा है।
कर्मचारियों की पदोन्नति पर प्रश्न विधानसभा में उठे प्रश्न
दिग्विजय के बेटे जयवर्धन सिंह ने विधानसभा में भी कर्मचारियों की पदोन्नति पर सवाल उठाया था, पर सरकार ने कोई उत्तर नहीं दिया। सरकार ने बस इतना ही कहा कि अभी प्रकरण पर विचार कर रही हैं। पदोन्नति का रास्ता निकालने के लिए सरकार ने 2021 से ले कर अब तक पांच बार बैठक की लेकिन अभी तक कोई रास्ता नहीं निकाल पाई। उच्च पद का कार्यवाहक प्रभार सौंपा जा रहा है लेकिन स्थायी व्यवस्था या सामाधान नहीं।
जयवर्धन सिंह ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है की पदोन्रति को लेकर सरकार गंभीर नहीं है जयवर्धन ने कहा कि मैंने विधानसभा में भी कर्मचारियों की पदोन्नति पर सवाल उठाया था लेकिन सरकार ने उसका कोई जवाब नहीं दिया और न ही उनके आरोंपो को स्पष्ट किया। सरकार ने बस इतना ही बताया की सुप्रीम कोर्ट प्रकरण के लेकर विचार कर रही हैं।