इंदौर ने 12 लाख से ज्यादा पौधे लगाकर बनाकर विश्व रिकॉर्ड, गृह मंत्री अमित शाह ने अपनी मां के नाम लगाया पौधा
इंदौर ने पौधारोपण में आखिरकार रिकॉर्ड बना लिया है। शाम करीब पांच बजे 12 लाख 42 हजार पौधे के साथ ये रिकॉर्ड इंदौर के नाम हो गया। इसमें केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी पौधा रोपकर भागीदारी निभाई। अभी तक एक दिन में सबसे ज्यादा पौधे लगाने का रिकॉर्ड असम सरकार के नाम पर है। वहां एक दिन में 9 लाख 26 हजार पौधे लगाए गए थे। हालांकि इंदौर में अभी भी पौधारोपण चल रहा है, ये आंकड़ा और बढ़ेगा।
गिनीज बुक ऑफ द वर्ल्ड’ में दर्ज हुआ रिकॉर्ड
इस ऐतिहासिक महाभियान के लिए ‘गिनीज बुक ऑफ द वर्ल्ड’ की टीम पहले ही इंदौर पहुंच चुकी थी। शनिवार शाम को मंत्रोच्चार और शंखनाद के साथ गड्ढे खोदने का कार्य शुरू हुआ। देपालपुर के युवाओं की टोली ने गेती और फावड़े लेकर इस कार्य में जुट गई। देर रात तक गड्ढे खोदने का काम चलता रहा।
गिनीज बुक ऑफ द वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की टीम इंदौर आई है। बीएसएफ टेकरी को नौ जोनों में बांटा गया है। हर जोन में दो सुपरवाइजर होंगे और 300 लोगों की टीम पौधों की गिनती करेगी। इस अभियान का डिजीटल रिकॉर्ड भी रखा जाएगा। यदि शाम छह बजे से पहले 11 लाख पौधे लगाए जाते हैं, तो इंदौर को उसी समय विश्व रिकॉर्ड का सर्टिफिकेट मिल सकता है।
अभियान की विशेषताएं
- 70 किलोमीटर लंबाई की ट्रेंच टेकरी पर खोदी गई, जिसे खाद और मिट्टी से भरा गया।
- पौधों के लिए गड्ढे खोदने का काम शनिवार शाम छह बजे से शुरू हुआ।
- अलग-अलग शहरों से 300 ट्रक पौधे मंगाए गए।
- इस अभियान पर 50 करोड़ रुपये से अधिक की राशि खर्च हो रही है।
20 करोड़ रुपये के पौधे
मेयर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि इंदौरवासियों ने इस शहर को देश के सबसे साफ शहरों में शामिल किया है, और अब हरियाली के मामले में भी इंदौर को नंबर वन बनाया जाएगा। इस अभियान के लिए 20 करोड़ रुपये के पौधे जनभागीदारी से मिले हैं। टेकरी पर एक नर्सरी भी बनेगी, और भविष्य में अगर कोई पौधा नहीं पनपता, तो उसे नए पौधों से बदला जाएगा। टेकरी पर तीन तालाब और दो बोरिंग भी किए गए हैं। पौधों की पांच साल तक देखभाल की जाएगी। कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि कांग्रेस के नेता भी 5 हजार पौधे लगाएंगे और उन स्थानों को ‘गांधी वन’ नाम दिया जाएगा।