Fri. Mar 29th, 2024

अब मध्यप्रदेश में आम आदमी कलेक्टर को नहीं कर पाएंगे अपनी शिकायत, आचार संहिता के कारण जन सुनवाई पर लगी रोक

मध्य प्रदेश में जनसुनवाई पर रोक लगा दी गई है। लोकसभा चुनाव को देखते हुए प्रदेश में जनसुनवाई नहीं की जाएगी। इसे लेकर सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से आदेश जारी कर दिया गया है। जारी आदेश के मुताबिक दिनांक से आदर्श आचार संहिता प्रभावशील होने की वजह से आचार संहिता की अवधि के दौरान जन सुनवाई का कार्यक्रम स्थगित रहेगा। यानी आचार संहिता लागू होने तक जनसुनवाई का कार्यक्रम स्थगित रहेगा।

भोपाल से जारी हुआ आदेश

प्रदेश संभागायुक्त, कलेक्टर को आदेश जारी किए गए हैं। सामान्य प्रशासन विभाग की तरफ से सभी कलेक्टर, संभागायुक्त, विभागाध्यक्ष और विभाग प्रमुख को आदेश जारी किए। इसमें लिखा है कि मध्यप्रदेश लोकसभा चुनाव – 2024 की “आदर्श आचार संहिता” शनिवार से प्रभावशील हो गई है। इसके चलते जिला स्तर पर होने वाली जन सुनवाई का कार्यक्रम स्थगित रहेगा।

पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने राहुल गांधी पर जमकर बोला हमला, भारत जोड़ो यात्राओं को बताया विफल यात्रा

लोकसभा चुनाव की तारीखें घोषित हो गई है। इसी के साथ सभी उम्मदीवारों और प्रत्याशियों ने चुनाव को लेकर अपनी तैयारियां भी शुरू कर दी है। इसी बीच मप्र के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस के दिग्गज नेता राहुल गांधी पर जमकर बोला है। उन्होंने कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा और भारत जोड़ो न्याय यात्रा को दोनों को विफल बताया है। इसके अलावा कांग्रेस नेताओं के राम मंदिर न जाने पर भी सवाल खड़े किए है।

दोनों यात्रा को विफल यात्रा

पूर्व सीएम शिवराज ने सोमवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि राहुल गांधी ने अपनी एक और विफल यात्रा का समापन किया। राहुल ने दो यात्राएं की और वह दो यात्राएं भारत जोड़ो, कांग्रेस तोड़ो, कांग्रेस छोड़ो यात्रा साबित हुई । पूर्व सीएम ने कहा कि उनकी यात्रा जहां से गुजरी वहां से कांग्रेस ही गुजर गई।  न्याय यात्रा ने भी कांग्रेस के साथ अन्याय ही किया।

जहां से वो गुजरे वहां कांग्रेस या तो हारी या शीर्ष नेताओं ने कांग्रेस छोड़ी। शिवराज ने कहा कि मैं राहुल जी और खड़गे जी से आज कुछ सवाल पूछ रहा हूं और उनके जवाब चाहता हूं। देश जानना चाहता है वो जवाब दें!शिवराज ने राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे से पूछा कि जब अयोध्या में भगवान श्री राम के दिव्य और भव्य मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा हुई थी तब संपूर्ण देश आनंद, उत्सव और भक्ति से सरोवार था। निमंत्रण उन्हें भी मिला था, कि वो सनातन धर्म के सबसे बड़े पर्व में शामिल हों उन्होंने इस कार्यक्रम में सम्मिलित नहीं होने का फैसला क्यों किया? निमंत्रण ठुकरा दिया। मैं यह मानता हूं, कांग्रेस की इस ऐतिहासिक भूल के लिए जवाब देना चाहिए।

संदेशखाली को लेकर भी साधा निशाना

पश्चिम बंगाल का संदेशखाली में बहन और बेटियों के साथ जो अमानसिक मध्ययुगीन अत्याचार और अन्याय, घिनौने कृत्य हुआ। बहनें सड़कों पर उतरी, लेकिन कांग्रेस की तरफ से उनके समर्थन में एक भी बयान नहीं आया। क्या यह आपकी तुष्टिकरण की नीति नहीं है।

पूर्व सीएम ने कहा कि एक बात मैं पूछना चाहता हूं देश भी जानना चाहता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुनिया के सर्वाधिक लोकप्रिय नेता, जो जनता के दिलों में बसते हैं देश उनका पूरा परिवार है। उनके खिलाफ राहुल जी और उनकी पार्टी के नेता आपत्तिजनक बयान देते हैं यह भारत की संस्कृति नहीं है। प्रधानमंत्री के पद पर आसीन एक ऐसे नेता जो विकसित भारत का निर्माण कर रहे हैं  सारी दुनिया जिनका सम्मान करती है, उनके खिलाफ अशब्द शब्दो का इस्तेमाल क्या यही कांग्रेस और इंडी गठबंधन का चरित्र है? वहीं,  सोनिया गांधी ने लोकसभा का चुनाव क्यों नहीं लड़ा?, इसका जवाब भी जनता चाहती है।

दमोह में कांग्रेस नेता के भई पर हमला,पीड़ित का अस्तपाल में चल इलाज

सरकारें आएंगी जाएंगी लेकिन प्रदेश की कानून व्यवस्था वैसी ही रहेगी गुडों माफियाओं के हौसले बुलन्द रहेंगे और आम आदमी प्रताड़ित हो रहा है। कई दावे करने वाली मोहन सरकार भी गुंडों, माफियों का ज़्यादा कुछ बिगड़ ना सकी

खेत से घर लौटते वक्त हुआ हमला

देहात थाना क्षेत्र की सुरेखा कॉलोनी निवासी राजेंद्र पटेल अपने हिन्नई उमरी गांव में स्थित फार्म हाउस से लौट रहे थे। इसी दौरान कुछ ही दूरी पर पहुंचने पर पुराने विवाद पर मुन्ना उर्फ हर प्रसाद उसके बेटे जय और एक अन्य व्यक्ति ने लाठी, डंडों से उनके ऊपर हमला कर दिया। उन्होंने बचाव करने का काफी प्रयास किया, लेकिन तीन आरोपी थे, जो लगातार डंडे बरसा रहे थे। जब वह बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़े तो आरोपी वहां से भाग निकले।

आरोपी पहले भी कर चुका है हमला

पीड़ित व्यक्ति ने पुलिस को बताया कि मुन्ना लागातार दबाव बना रहा था राजीनामा करने लिए, पर मेरे मना करने के कारण उसने पहले भी हमला किया था पर सफल नहीं हो पाया।

न्यायालय में 2 मामले लम्बित है

राजेंद्र ने बताया कि मुन्ना के ऊपर न्यायालय में दो मामले चल रहे हैं। जिसमें एक चेक बाउंस का मामला है और एक जमीन हड़पने का मामला है। घायल का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है वहीं पुलिस ने आरोपियों पर मामला दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है।

लोकसभा चुनाव की घोषणा के बाद कांग्रेस के एक राज्यसभा सांसद ने छोड़ी पार्टी, इस पार्टी को ज्वाइन

आगामी लोकसभा चुनाव से पहले मध्य प्रदेश में बीजेपी को बड़ा झटका लगा है। राज्यसभा सांसद अजय प्रताप सिंह ने 16 मार्च को पार्टी से इस्तीफा दे दिया। बताया जा रहा है की अजय प्रताप सिंह लोकसभा का टिकट नहीं मिलने से नाराज हैं। अब उनके निर्दलीय चुनाव लडने की संभावना है।

आख़िर क्यों छोड़नी पड़ी पार्टी?

अजय प्रताप सिंह ने सोशल मीडिया पर अपना इस्तीफा शेयर किया है। उन्होंने सभी संगठनों को समाज का प्रतिनिधित्व की भावना में विश्वास रखने की सलाह दी। उन्होंने यह कहकर पार्टी छोड़ दी है कि यहां सभी समाज को प्रतिनिधित्व नहीं मिल पा रहा है।

वह सीधी में बीजेपी के घोषित उम्मीदवार से नाराज बताए जा रहे हैं। दरअसल अजय प्रताप सिंह सीधी लोकसभा सीट से बीजेपी से दावेदारी कर रहे थे, लेकिन बीजेपी ने सीधी लोकसभा सीट से डॉ राजेश मिश्रा को टिकट दिया है। अजय सिंह 2018 में मध्य प्रदेश से राज्यसभा सांसद चुने गए थे। फिलहाल उन्होंने अपना इस्तीफा बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को भेजा है।

मैं जातिगत राजनीति में विश्वास नहीं करता हूं: अजय सिंह

इस्तीफा देने के बाद अजय सिंह ने कहा, ”राजनीति मेरे लिए सेवा का माध्यम है, धन अर्जन का माध्यम नहीं, लेकिन अब परिस्थितियां ऐसी बन गई है कि मेरा बीजेपी में रुकना ठीक नहीं है। इसलिए मैं अब पार्टी से इस्तीफा दे रहा हूं। ‘मैं जातिगत राजनीति में विश्वास नहीं करता हूं, लेकिन लोकतंत्र में सभी जातियों की भागीदारी हो। मैं इसपर विश्वास रखता हूं।

सभी दलों को भी इसका पूरा ख्याल रखना चाहिए।” उनसे पूछा गया कि आखिर वो किस बात से नाराज हैं तो उन्होंने कहा कि बहुत विषय हैं। बातें लंबे समय से चल रहे है। प्रश्नों के उत्तर नहीं मिल रहे हैं।

अब मध्यप्रदेश में सरकारी अधिकारी बनने के लिए पढ़ना होगा जनजातीय विकास के बारे में, एमपीपीएससी ने अपने सिलेबस में किया बदलाव

मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग ने जनवरी में नए सिलेबस को जारी किया था। इसके अनुसार मप्र में अब यदि अधिकारी बनना है तो फिर यहां के जनजातीय समाज को बेहतर तरीके से समझना होगा। मप्र की 21 प्रतिशत आबादी जनजातीय श्रेणी में आती है। जनजातीय संस्कृति,महापुरुष, साहित्य आदि को सिलेबस में शामिल किया गया है।

Mppsc प्री और मेन्स दोनों में ही जनजातीय समाज को महत्व

चूंकी प्रदेश की 21% जनसंख्या इस श्रेणी में आती है। इसलिए इसे विशेष ध्यान में रखते हुए नया सिलेबस बनाया गया है। स्टूडेंट्स सिलेबस में जनजातीय वर्ग की बेहतर जानकारी रखेंगे तो भविष्य में अधिकारी बनने पर उन्हें मैदान में काम करने में आसानी होगी।

आयोग ने जनवरी 2024 में नए सिलेबस को जारी किया था। इसके अनुसार मप्र में अब यदि अधिकारी बनना है तो फिर यहां के जनजातीय समाज को बेहतर तरीके से समझना होगा। एमपीएससी प्री और मेन्स दोनों में ही जनजातीय समाज को बहुत अधिक महत्व दिया गया है।

क्या जुड़ा नए सिलेबस में ?

नए सिलेबस में प्री में पूरा एक चैप्टर ही जनजातीय समाज पर है वहीं अन्य चैप्टर में जनजातीय विषयों को जोड़ा गया है। इसमें जनजाति समाज की बोलियां, प्रमुख व्यक्तित्व, विरासत, लोकसंस्कृत्ति, लोक साहित्य, भौगोलिक विस्तार, संवैधानिक प्रावधान, विशेष जनजातियां, साहित्य, स्वतंत्रता आंदोलन में भूमिका, लोक संस्कृति जैसे कई पहलू शामिल किए गए हैं।

वहीं मेन्स के पहले प्रश्नपत्र में इतिहास और भूगोल है। इसमें मप्र के जनजातीय नायकों के संघर्ष और इतिहास का अलग पूरा चैप्टर रखा गया है। इसी तरह विविध उनके संवैधानिक प्रावधान, उनकी भूमिका जैसे चैप्टर भी सिलेबस में जोड़े गए है।

चुनाव की तारीखों के घोषणा के बाद आमने-सामने हुए बीजेपी कांग्रेस, कांग्रेस ने कहा- इस बार चौंकाने वाले परिणाम होंगे

शानिवार को लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। चुनाव की शुरुआत 11 अप्रैल से होगी और 1 जून तक चलेगी। इस दौरान पूरे देश में 7 चरणों में मतदान होगें। वही प्रदेश में 4 चरणों में चुनाव होगें। चुनाव की घोषणा के बाद प्रदेश में कांग्रेस और भाजपा ने अपने-अपने चौंकाने वाला बयान दिया है। जहां भाजपा ने चुनाव को पव बताया तो वही कांग्रेस ने कहा इस बार के नतीजे चौंकाने वाले होगें।

सीएम ने बताया महापर्व

लोकसभा चुनाव के लिए तारीखों के ऐलान के बाद CM डॉ. मोहन यादव ने सोशल मीडिया पर लिखा- लोकतंत्र में जनता और जनादेश ही सर्वोपरि है, जनता ही सरकार का निर्माण करती है और देश की प्रगति के लिए समर्पित हाथों को नेतृत्व सौंपती है। लोकतंत्र के महापर्व ‘आम चुनाव’ घोषित होने पर विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र हमारे भारत के समस्त नागरिकों का अभिनंदन करता हूं।

आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने विकसित भारत का जो संकल्प लिया है, उसे साकार करने के प्रयासों में सहभागिता का अवसर अब करीब है। आज जन-जन का मन PhirEkBaarModiSarkar के प्रण से उत्साहित है. आइए, हम सभी लोकतंत्र के महापर्व में अपनी भूमिका का निर्वहन करें और भारत को विश्व की प्रमुख शक्ति बनाने में योगदान दें. भारत माता की जय!

चौंकाने वाले परिणाम होंगे

कांग्रेस नेता महेंद्र सिंह चौहान ने लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा- इस बार बहुत ही चौंकाने वाले परिणाम आएंगे. मंडलम, सेक्टर और बूथ तक कांग्रेस पार्टी ने अपनी तैयारी की है. दो-तीन दिन के भीतर सभी बची हुई सीटों पर भी प्रत्याशी घोषित हो जाएंगे. इस चुनाव से पहले जिन लोगों ने कांग्रेस पार्टी छोड़ी है उनसे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला।

पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता पीसी शर्मा ने लोकसभा चुनाव को लेकर कहा कि कांग्रेस की तैयारी पूरी है. उन्होंने कहा- कांग्रेस की पूरी तैयारी है. विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस का माहौल था. अब कांग्रेस की टीम बूथ स्तर तक सक्रिय है. पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने मीटिंग ली है. आम चुनाव के लिए एमपी कांग्रेस की मीटिंग चल रही है. इस बार चुनाव में इलेक्टोरल बॉन्ड का नया मुद्दा जुड़ गया है. कई बड़ी कंपनियों ने बॉन्ड के जरिए पैसे दिए।

लोकसभा चुनाव का बजा बिगुल, जानिए आपके गांव और शहर में कब डलेगें वोट

लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। इस साल लोकसभा चुनाव की शुरुआत 19 अप्रैल से होगी। जो 7 चरण में 1 जून तक होगें। चुनाव के नतीजे 4 जून को आएंगे। चुनाव के ऐलान के साथ ही पूरे देश में आचार संहिता लग गई है। वही मप्र में भी 4 चरणों में चुनाव होगें। जिसमें पहला चरण 19 अप्रैल, दूसरे चरण 26 अप्रैल, तीसरे चरण 7 मई और चौथे चरण 13 मई को संपन्न होगा।

पूरे प्रदेश में लगी आचार संहिता

प्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने कहा है कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा लोकसभा निर्वाचन 2024 की तारीखों की शनिवार को घोषणा कर दी गई है। इसके साथ ही प्रदेश में आदर्श आचार संहिता भी पूरी तरह से प्रभावशील हो गई है। इसका सख्ती से पालन कराया जाएगा। राजन ने बताया कि प्रदेश में चार चरणों में चुनाव प्रक्रिया संपन्न होगी।

पहले चरण के लिए मतदान 19 अप्रैल, दूसरे चरण के लिए 26 अप्रैल, तीसरे चरण के लिए 7 मई और चौथे चरण के लिए मतदान प्रक्रिया 13 मई को संपन्न होगी। मतगणना 4 जून 2024 को होगी।

पहले चरण में इन सीटों पर

राजन ने बताया कि पहले चरण में छह लोकसभा संसदीय क्षेत्रों सीधी, शहडोल, जबलपुर, मंडला, बालाघाट एवं छिंदवाड़ा में 19 अप्रैल 2024 को मतदान होगा। पहले चरण के लिए अधिसूचना 20 मार्च को जारी होगी। इसी दिन से नामांकन पत्र दाखिल किए जाएंगे। नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि 27 मार्च है। 28 मार्च को नामांकन पत्रों की स्क्रूटनी की जाएगी। प्रत्याशी 30 मार्च तक अपने नाम वापस ले सकेंगे। 

26 अप्रैल को इन सीटों पर वोटिंग

दूसरे चरण में 7 लोकसभा संसदीय क्षेत्रों टीकमगढ़, दमोह, खजुराहो, सतना, रीवा, होशंगाबाद एवं बैतूल में 26 अप्रैल 2024 को मतदान होगा। इस चरण के लिए अधिसूचना 28 मार्च को जारी होगी। इसी दिन से नामांकन पत्र दाखिल किए जाएंगे। नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि 4 अप्रैल है। नामांकन पत्रों की स्क्रूटनी 5 अप्रैल को की जाएगी। प्रत्याशी 8 अप्रैल तक अपने नाम वापस ले सकेंगे। मतदान 26 अप्रैल को होगा। 

7 मई को इन आठ सीटों पर

तीसरे चरण में आठ लोकसभा संसदीय क्षेत्रों मुरैना, भिंड, ग्वालियर, गुना, सागर, विदिशा, भोपाल एवं राजगढ़ में 7 मई 2024 को मतदान होगा। इस चरण के लिए अधिसूचना 12 अप्रैल को जारी होगी। प्रत्याशी 19 अप्रैल तक नामांकन पत्र जमा कर सकेंगे। 20 अप्रैल को नामांकन पत्रों की स्क्रूटनी की जाएगी। प्रत्याशी 22 अप्रैल तक अपने नाम वापस ले सकेंगे। मतदान 7 मई को होगा। 

चौथा व अंतिम चरण 13 मई को इन सीटों

प्रदेश में मतदान के चौथे व अंतिम चरण में आठ लोकसभा क्षेत्रों देवास, उज्जैन, मंदसौर, रतलाम, धार, इंदौर, खरगोन एवं खंडवा में 13 मई को मतदान होगा। इस चरण के लिए अधिसूचना 18 अप्रैल को जारी होगी। प्रत्याशी 25 अप्रैल तक नामांकन पत्र जमा कर सकेंगे। 26 अप्रैल को नामांकन पत्रों की स्क्रूटनी की जाएगी। प्रत्याशी 29 अप्रैल तक अपने नाम वापस ले सकेंगे। मतदान 13 मई को होगा।

वित्तीय संकट को लेकर CM मोहन यादव ने कहा चिंता ना करे कोई योजना बन्द नहीं होगी, 31 मार्च तक लक्ष्यों को पूरा करें

क्या मध्यप्रदेश के ऊपर वित्तीय संकट छा रहा है, मंत्रियों को निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कोई संकट नहीं आप सभी लक्ष्यों को 31 मार्च तक पूरा करें

मध्यप्रदेश में वित्तीय संकट को लेकर विपक्ष लगातार हमलावर हो रहा था इसी बीच मुख्यमंत्री ने कैबिनेट की बैठक से पहले कहा कि हमारे पास किसी तरह का को संकट नहीं है और ना ही हमने कोई योजना बन्द की है। 31 मार्च तक सभी विभाग अपने लक्ष्यों को पूरा करें।

मोहन सरकार के लगभग 90 दिन पूरे

भाजपा सरकार ने लगभग 90 दिनों का कार्यकाल पूरा किया है, सीएम ने अपने कार्यकाल की उप्लब्धधियों को बताया। उन्होंने कहा कि मार्च में पूंजीगत व्यय में कुछ कमी दिखाई दे रही है, जिसे 31 मार्च तक पूरा करें। जल संसाधन, एनवीडीए, लोक निर्माण, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, नगरीय विकास एवं आवास तथा पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग लक्ष्य की प्राप्ति करें।

धार्मिक पर्यटन और अंतरराज्य हवाई सेवा को देंगे बढ़ावा

धार्मिक पर्यटन को सुविधाजनक बनाने और प्रोत्साहित करने के लिए हवाई सेवा शुरू की जा रही है। प्रारंभिक रूप से इंदौर को केंद्र बनाते हुए उज्जैन तथा ओंकारेश्वर के लिए हवाई सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। इससे धार्मिक पर्यटन बढ़ने के साथ-साथ बड़े शहरों से कनेक्टिविटी भी बढ़ेगी।
अंतर राज्य हवाई सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश में हवाई सेवा आरंभ की जा रही है। ग्वालियर और जबलपुर के लिए शुरू की गई इस सेवा का विस्तार सागर, रीवा, रतलाम तथा अन्य स्थानों पर किया जाएगा। जहां-जहां हवाई पट्टी और यात्रियों की उपलब्धता होगी, वहां यह सुविधा शीघ्र आरंभ होगी।

कांग्रेस बाकि बची 19 लोकसभा सीटों पर इस हफ्ते घोषित कर सकती है उम्मीदवार

अभी तक कांग्रेस ने MP में सिर्फ 10 ही उमीदवार तय किए हैं, वहीं कल Mhow (डॉ अम्बेडकर नगर) के दिग्गज नेता अंतर सिंह ने बीजेपी का दामन थाम लिया

क्या वाकई में मध्यप्रदेश में कांग्रेस को नहीं मिल रहे हैं प्रत्याशी या फिर बड़े नेताओं के बीच नही बैठ रही पटरी। हालांकि आपको बता दें कि मप्र में विधानसभा चुनावों के बाद से लगातार कांग्रेसी नेता पार्टी छोड़ कर BJP का दामन थाम रहे हैं। ऐसे में पीसीसी चीफ़ पटवारी के लिए नेताओं का जाना गले मे फसी हड्डी की तरह हो गया है, क्योंकि जितने भी नेता गए है उन सभी का अपना जनाधार है ऐसे में पार्टी को चुनाव में बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है।

19 सीटों पर प्रत्याशी तय होना बाकि है

कांग्रेस ने 29 में 10 उम्मीदवार ही तय किये हैं और बीजेपी ने अपने सभी उम्मीदवारों के नाम तय कर दिए हैं। कांग्रेस के नेता का कहना है कि लेट उम्मीदवार तय करने से हमे प्रचार के लिए क्षेत्र में कम समय मिल पाता है, जिससे हमें नुकसान उठाना पड़ता है।

प्रदेश अध्यक्ष कर रहे सम्भावित प्रत्याशी से चर्चा

ऐसा पहली बार हो रहा है कि जब किसी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष प्रत्याशियों से वन टू वन चर्चा कर रहे हैं, क्योंकि नेताओं के पार्टी छोड़ने से पार्टी 2014 वाली गलती दोहराना नहीं चाहती है।

मंगलवार तक फाइनल होंगे नाम

सोमवार को दिल्ली में केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक होगी। इसमें समन्वयकों की रिपोर्ट और विभिन्न माध्यमों से प्राप्त संभावित दावेदारों के नामों पर विचार कर अंतिम रूप दिया जाएगा और सभी 19 सीटों पर मंगलवार तक नामों की घोषणा की जाएगी।

शाजापुर में अवैध खनन रोकने गए खनिज विभाग पर पथराव, जान बचाकर भागे अधिकारी

Shajapur Illegal Mining : कभी माफिया प्रशासन से भागते थे आज सरकारी अमला माफियाओं से डरकर भाग रहा है, शाजापुर में अवैध उत्खनन करने वाले माफिया और ग्रामीणों ने माइनिंग विभाग की टीम पर हमला किया अवैध खनन रोकने गए अधिकारी अपनी जान बचाकर भागे।
शाजापुर। विधानसभा चुनाव के दौरान तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह (Shivraj singh chouhan) का एक बयान खूब चर्चा में रहा था “यह मैं हूं, यह मेरी सरकार है, यह मेरी प्रशासनिक टीम है और आप देखो कि माफिया भाग रहे हैं”। लेकिन वही भाजपा की सरकार फिर बनी लेकिन सुबे की जिम्मेवारी डॉ मोहन यादव के पास और अब उल्टा हो रहा माफिया बोल रहे “यह मैं हूँ यह मेरी अवैध खदान है और देखो खनिज विभाग भाग रहा है”

शाजापुर के कालापीपल का है वकया

जिले के कालापीपल तहसील के मोहम्मदपुर मछनई गांव में नदी क्षेत्र में अवैध उत्खनन की शिकायत माइनिंग विभाग को मिली थी। इस शिकायत के बाद माइनिंग विभाग के अधिकारी शाजापुर जिले में खनिज उत्खनन का ठेका लेने वाली निजी कंपनी के लोगों के साथ यहां कार्रवाई करने पहुंचे थे। मौके पर पोकलेन मशीन भी मिली और इसी दौरान माइनिंग विभाग के दल पर ग्रामीणों ने जबरदस्त पथराव कर दिया।


कंजर समुदाय ने की पत्थरबाजी

अवैध उत्खनन रोकने गए प्रशासनिक अधिकारियों के दल और कंजर समुदाय के अवैध उत्खननकर्ताओं के बीच यह पत्थरबाजी की घटना हुई। जिला खनिज अधिकारी आरिफ खान शाजापुर पुलिस लाइन से अतिरिक्त रिजर्व फोर्स के साथ अवैध उत्खनन की सूचना पर पोकलेन मशीन जब्त करने के लिए मोहम्मदपुर मछनई के पास नदी क्षेत्र में पहुंचे थे।

ग्रामीणों ने किया हमला जान बचाकर भागे अधिकारी

यहां पहुंचते ही ग्रामीणों ने शोर मचाना शुरू कर दिया। उनका कहना था कि ठेकेदार के प्राइवेट गुंडे लेकर अफसर बंद पड़ी पोकलेन मशीन को जबरन जब्त करने आए हैं। इसके बाद अवैध उत्खनन में लगे लोगों ने पथराव शुरू कर दिया और गाड़ियों में तोड़फोड़ शुरू कर दी।

अतिरिक्त पुलिस बल गांव रवाना

पत्थरबाजी की सूचना के बाद शुजालपुर थाना प्रभारी, एसडीएम सत्येंद्र कुमार सिंह, एसडीओपी पिंटू कुमार बघेल, कालापीपल पुलिस थाना प्रभारी जितेंद्र वर्मा सहित अतिरिक्त पुलिस बल गांव के लिए रवाना किया गया है। बताया जा रहा है खनिज विभाग का दल बिना स्थानीय प्रशासनिक अमले, लोकल पुलिस प्रशासन को सूचना दिए बगैर यहां बिना तैयारी किए यहां कार्रवाई करने के लिए पहुंचा था।