Sun. Nov 3rd, 2024

BJP को जीताने के लिए कांग्रेस में शामिल हुए थे ये नेता, महू से उषा ठाकुर को MLA बनाने के लिए बनाई थी रणनीति, बोले- चुनावी महाभारत में पांडवों की हुई विजय 

कांग्रेस से भाजपा में आए  बीजेपी नेता का चौकाने वाला बयान सामने आया है। उनका कहना है कि महू से उषा ठाकुर को जिताते के लिए ही उन्होंने कांग्रेस ज्वाइन की थी। आरएसएस और भाजपा नेताओं ने मुझे कांग्रेस में जाने के लिए कहा था। 

उषा ठाकुर के कहने पर कांग्रेस में गए थे रामकिशोर शुक्ला

लोकसभा चुना एजव के दौरान कई कांग्रेसियों ने बीजेपी ज्वाइन की है। ऐसे में कांग्रेस से बीजेपी में आए महू के नेता रामकिशोर शुक्ला इन दिनों काफी सुर्खियों में बने हुए क्योंकि उनके एक बयान ने हर किसी को सोचने के लिए मजबूर कर दिया है। बीजेपी नेता रामकिशोर शुक्ला का कहना है कि वे RSS और BJP नेताओं के कहने पर ही महू से कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़े है। साथ ही उन्होंने यह भी दावा किया है कि उषा ठाकुर के कहने पर ही वो कांग्रेस में गए थे और विधानसभा चुनाव का लड़े। क्योंकि चुनाव से पहले हमें ऐसा नहीं लग रहा था कि उषा दीदी जीतेंगी। जिसके बाद मैने कांग्रेस में जाने का फैसला लिया। और हमारी इसी रणनीति ने महू से उषा दीदी को रिकॉर्ड तोड़ जीत दिलाई।  

‘चुनावी महाभारत में पांडवों की हुई विजय’

महू से भाजपा नेता रामकिशोर शुक्ला ने आगे कहा कि उषा ठाकुर को MLA बनाने के लिए बीजेपी ने यह रणनीति बनाई थी। कि कांग्रेस के पूर्व विधायक अंतर सिंह दरबार निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ेंगे। जिसके बारे में हमें पहले से ही जानकारी थी। चुनावी महाभारत में मुझे कांग्रेस के चक्रव्यूह में लड़ने के लिए भेजा गया था और मैंने इस काम को करने में जीत हासिल की है। चुनावी महाभारत में पांडवों की विजय हुई। जिसके कारण विधायक उषा ठाकुर 34 हजार वोटों से दूसरी बार महू से विधायक बनी। हालांकि इसके बारे में खुद उषा दीदी ने भी नहीं पता था,कि वो जीत जाएगी।हालांकि मेरी इस बात पर उन्होंने भी सहमति जताई है। 

कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में दिया था टिकट

गौरतलब है कि रामकिशोर शुक्ला ने विधानसभा चुनाव के ठीक पहले भाजपा छोड़कर कांग्रेस ज्वाइन की थी। इसके बाद कांग्रेस ने उन्हें महू से टिकट भी दे दिया था। जिसके कारण कांग्रेस नेता अंतरसिंह दरबार का टिकट कट गया और तब उन्होंने कांग्रेस से नाराज होकर निर्दलीय चुनाव लड़ा। जिसके बाद मुकाबला त्रिकोणीय हो गया, जिसमें बीजेपी प्रत्याशी उषा ठाकुर 25 हजार वोटों से जीत हासिल की। निर्दलीय अंतरसिंह दरबार दूसरे नंबर पर  और कांग्रेस से उतरे शुक्ला तीसरे नंबर पर रहे। अब रामकिशोर शुक्ला ने कुछ दिनों पहले ही भाजपा में वापस लौट आए हैं।

राहुल के महुआ बीनने पर बयानों की बौछारें तेज, सीएम मोहन के बयान पर PCC चीफ जीतू पटवारी ने दिया करारा जवाब,बोले – मोहन यादव पर्ची के CM हैं जनता के नहीं

राहुल गांधी के महुआ बीनने पर एमपी में सियासत कम होने का नाम नहीं ले रही है। अब PCC चीफ जीतू पटवारी ने भी सीएम डॉ. मोहन यादव के बयान को आदिवासियों के अपमान बताते हुए उनको माफी मांगने की बात कही। साथ ही उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को लेकर दिए गए बयान पर नाराजगी भी जाहिर की।

मोहन यादव पर्ची के CM हैं जनता के नहीं

लोकसभा चुनाव की तारीखे नजदीक है ऐसे में पार्टियां चुनावी प्रचार- प्रसार में जुटी हुई है। इस बीच सियासी बयानों का शोर भी तेज होता हुआ नजर आ रहा है। राहुल गांधी के ऊपर दिए बयान पर PCC चीफ जीतू पटवारी ने सीएम डॉ. मोहन यादव को घेरते हुए कहा कि उन्हें आदिवासी समाज से माफी मांगनी चाहिए। सीएम मोहन ने आदिवासियों का अपमान किया है। बीजेपी सरकार ने जो महंगाई गरीबों पर लादी है, उससे निजात पाने के लिए आदिवासी भाई बहन महुआ बीनते है। इससे उनकी रोजी-रोटी चलती है। साथ ही उन्होंने कहा कि मोहन यादव बार- बार बताते हैं कि वह पर्ची के सीएम हैं। जनता के चुने हुए मुख्यमंत्री नहीं हैं।

शहडोल दौरे पर थे PCC चीफ जीतू पटवारी

बुधवार को मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी शहडोल दौरे पर थे। जहां उन्होंने लोकसभा प्रत्याशी फुन्देलाल सिंह के पक्ष में प्रचार किया। इस बीच उन्होंने अनूपपुर जिले के पुष्पराजगढ़ विधानसभा क्षेत्र के दमेहड़ी में जनसभा को संबोधित किया। जहां उन्होंने आदिवासी परंपरा के अनुसार ढोल-मांदल बजाया। इस दौरान PCC चीफ जीतू पटवारी ने मीडिया से चर्चा करते हुए सीएम को माफी मांगने की बात कहीं।

सीएम ने राहुल के महुआ बीनने पर दिया था बयान

गौरतलब है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी मध्य प्रदेश दौरे पर आए थे। तब उन्होंने रास्ते में जाते समय महुआ बीन रही आदिवासी महिलाओं से मुलाकात की थी, और तभी उन्होंने उनसे बात करते हुए महुआ का स्वाद भी चखा था। जिस पर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा था कि राहुल गांधी जबरदस्ती के नेता हैं उनका पिंड राजनीति नहीं है. उन्हें यदि महुआ खाना है, तो हम उनका स्वागत करते हैं।

खतरे में कांग्रेस MLA आरिफ मसूद की विधायकी ! नामांकन फॉर्म में मामले में कोर्ट ने 14 अप्रैल तक मसूद से जवाब मांगा

कांग्रेस MLA आरिफ मसूद की विधायकी खतरे में आ सकती है। क्योंकि उनके खिलाफ दाखिल की गई याचिका को जबलपुर हाई कोर्ट में स्वीकार कर लिया गया है। दरअसल बीजेपी प्रत्याशी ने उन पर विधानसभा चुनाव में सही संपत्ती जानकारी नहीं देने के मामले में एक याचिका दायर की थी। याचिका को जबलपुर हाई कोर्ट ने स्वीकार कर ली है।

बीजेपी प्रत्याशी ने दायर की थी याचिका

भोपाल मध्य विधानसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी रहे ध्रुव नारायण सिंह ने जबलपुर हाई कोर्ट में यह याचिका दायर की थी कि कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान नामांकन फॉर्म में लोन संबंधी सही जानकारी नहीं दी है। ध्रुव नारायण सिंह के मुताबिक आरिफ मसूद ने खुद की और अपनी पत्नी के नाम पर करीब 65 लाख रुपये का लोन लिया है जिसे छुपाया गया है। इस मामले की याचिका को जबलपुर हाई कोर्ट ने स्वीकार कर लिया है।

14 अप्रैल तक कोर्ट ने आरिफ मसूद से जवाब मांगा

अब विधायक आरिफ मसूद से हाई कोर्ट ने 14 अप्रैल 2024 तक जवाब मांगा है। ध्रुव नारायण सिंह के वकील अजय मिश्रा के अनुसार मसूद और उनकी पत्नी रुबीना मसूद ने बैंक से करीब 65 लाख 38 हजार रुपये का लोन लिया था.जिसमें से आरिफ ने 34 लाख 10 हजार और रुबीना मसूद ने 31 लाख 28 हजार रुपये के लोन लेने की जानकारी नामांकन फॉर्म में नहीं दी थी। बता दें कि बीते कुछ महीनों पहले हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने 15 हजार वोटों से जीत हासिल की थी।

राहुल गांधी के दौरे से पहले हुई बड़ी लापरवाही, कांग्रेस के मंच पर BJP नेता फग्गन सिंह कुलस्ते की लगी फोटो, CM ने ली चुटकी

लोकसभा के चुनाव होने में कुछ ही समय बचा है। सभी पार्टियां चुनावी प्रचार-प्रसार में जुटी हुई है 19 अप्रैल को एमपी के मंडला समेत 6 सीटों पर पहले चरण के चुनाव होने है जिसके प्रचार अभियान में कांग्रेस के केंद्रीय नेता जुटे हुए है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी एमपी में चुनाव अभियान की शुरुआत 8 अप्रैल को सिवनी जिले की धनौरा से करेंगे। हालांकि उनके दौरे से पहले कांग्रेस समर्थकों की बड़ी लापरवाही सामने आई है। जिस पर बीजेपी तंज कसती हुई नजर आ रही है।

कांग्रेस के मंच पर BJP नेता फग्गन सिंह कुलस्ते की लगी फोटो

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी इन दिनों एमपी दौरे पर हैं। वह आज सिवनी जिले से चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत करेंगे। जहां राहुल गांधी सबसे पहले लखनादौन विधानसभा के धनोरा गांव में जनता को संबोधित करेंगे। कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता राहुल गांधी के आगमन पर प्रशासन ने भी सुरक्षा को लेकर चाक चौबंद व्यवस्थाएं की है लेकिन इस दौरान कांग्रेस नेताओं से एक बड़ी चूक हो गई।

केंद्रीय मंत्री का लगाया फोटो

दरअसल पूरा मामला राहुल गांधी की रैली से एक दिन पहले का है। जहां मंच पर मुख्य बैनर लगाया गया जिसमें कांग्रेस के दिग्गजों की फोटो लगाई गई, लेकिन इसी बैनर में बीजेपी के केंद्रीय मंत्री और प्रत्याशी फग्गन सिंह कुलस्ते की तस्वीर भी लग गई। जिसे कार्यकर्ताओं ने तुरंत ढकने का काम किया। और बाद में उस तस्वीर पर कांग्रेस विधायक रजनीश हरवंश सिंह की फोटो को चिपका दिया गया।

लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस गंभीर नहीं

कांग्रेस के मंच पर बीजेपी प्रत्याशी की तस्वीर को लेकर सीएम डॉ. मोहन यादव ने तंज कसा। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस गंभीर नहीं है ।लग रहा है कि कांग्रेस ने चुनाव से पहले ही हार मान ली है। साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस, अपनी पार्टी और समर्थकों का मजाक बना रही है, जिस पार्टी के मंच पर उनके प्रत्याशी का फोटो लगाना चाहिए, वहां उनकी फोटो के बजाय बीजेपी के प्रत्याशी का फोटो लगाया जा रहा हैं। संजना मौर्या

पूर्व सीएम शिवराज का राहुल के आरोपों पर पलटवार, बोले- खतरे में अगर कोई है तो वह कांग्रेस है

लोकसभा के चुनाव होने में कुछ ही दिन बचे है ऐसे में नेताओं के बीच सियासी आरोप- प्रत्यारोप का दौर जारी है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी समेत कई नेताओं ने मोदी सरकार पर तानाशाही का आरोप लगाते हुए गंभीर बयान दिए है कांग्रेस का कहना है कि यह लोकतंत्र और संविधान को बचाने का चुनाव है। जिस पर पूर्व सीएम शिवराज सिंह ने पलटवार किया है।

खतरे में अगर कोई है तो वह कांग्रेस है

विदिशा सीट से बीजेपी प्रत्याशी शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस और उसके नेता बार-बार यह रट लगा रहे हैं कि लोकतंत्र खतरे में है, संविधान खतरे में है। लेकिन हकीकत यह है कि लोकतंत्र खतरे में नहीं है, संविधान भी सुरक्षित हाथों में है। वास्तव में खतरे में अगर कोई है तो वह कांग्रेस है। कांग्रेस गर्त में जा रही है ।

निरपराधों को कांग्रेस ने भेजा था जेल

पूर्व सीएम शिवराज ने विपक्षी नेताओं को जेल भेजने के आरोप पर कहा कि ये बार-बार कहते हैं कि जेल भेज रहे हैं। लेकिन कांग्रेस को जवाब देना पड़ेगा इमरजेंसी के समय मेरी उम्र 17 साल की थी तब मैं 11 वीं में पढ़ता था, मुझे उस वक्त जेल भेजा गया था। तब स्वर्गीय इंदिरा जी प्रधानमंत्री थीं। उस बीच संविधान को तार-तार किसने किया था? लोकतंत्र का गला किसने घोंटा था? केवल नेताओं को नहीं, बल्कि मासूम बच्चों तक को जेल में भेजा था। साथ ही पूर्व सीएम शिवराज ने आगे कहा कि आज एक बात साफ है। पहले यह धारणा रही होगी कि कोई भी अपराध या फिर भ्रष्टाचार कर ले उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी। यह धारणा जनता की बन गई थी लेकिन यह बीजेपी का शासन है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं। अगर कोई गलत काम करेगा तो जेल जाएगा। कांग्रेस ने तो निरपराधों को जेल भेजा था।

केंद्रीय जेल में कैदियों से मिलने पर वसूले जा रहे रुपये, युवक ने बनाया वीडियो, जेल-प्रशासन में मचा हड़कंप

ग्वालियर। एमपी में भ्रष्टाचार अपने चरम पर है। ऐसा इसलिए कह रहे है क्योंकि यहां कैदियों से मिलने आए परिजनों से भी पैसे वसूले जा रहे है ताजा मामला ग्वालियर के केंद्रीय जेल का है जिसका एक वीडियो भी तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में युवक जेल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाता हुआ नजर आ रहा है। हालांकि वीडियो सामने आने के बाद जेल-प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है।

कैदियों से मुलाकात के नाम पर वसूले जा रहे रुपये

एक तरफ जहां जेल – प्रशासन तरह-तरह के लाख दावे करता है तो वहीं दूसरी तरफ इस वायरल वीडियो ने उन तमाम दावों की पोल खोल दी है। युवक ने 1.57 मिनट का लाइव वीडियो बनाया है जिसमें वो कैमरे के सामने आकर बता रहा है कि वो अभी सेंट्रल जेल ग्वालियर में है और उससे कैदियों से मिलने के लिए रिश्वत की मांग की जा रही है। बावजूद इसके उसने अपने साथी का रिश्वत देते हुए भी वीडियो बनाया और फिर उसने इस वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। Video Viral होने के बाद जेल प्रहरी को निलंबित कर दिया गया है साथ ही जांच के आदेश भी दिए गए हैं।

पूरे मामले की जांच जारी है

यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही ग्वालियर से लेकर भोपाल तक जेल विभाग में हड़कंप मच गया है। मामले को लेकर केंद्रीय जेल ग्वालियर के जेलर ए एस नरवरिया ने बताया कि इसके बारे में अभी तक कोई शिकायत नहीं आई है लेकिन वीडियो में दिख रहे जेल प्रहरी की पहचान सतेंद्र हरषाना के रूप में हुई है, उसे तुरंत निलंबित कर दिया गया है। साथ ही पूरे मामले की जांच भी कराई जा रही है।

बैतूल के जिला अध्यक्ष ने जीतू पटवारी के कारण इस्तीफा दिया, कांग्रेस में मची घमासान

एमपी में पूर्व सीएम कमलनाथ को ना केवल बीजेपी के हमलों का सामना ही नहीं करना पड़ रहा है बावजूद इसके उनकी अपनी पार्टी कांग्रेस में भी उन्हें अपमानित और उनके समर्थकों को प्रताड़ित किया जा रहा है। जिसके कारण बैतूल के जिला अध्यक्ष सुनील शर्मा ने इस्तीफा दे दिया।

सुनील शर्मा ने भी कमलनाथ के नाम पर एड्रेस किया

अपना इस्तीफा बैतूल के जिला कांग्रेस अध्यक्ष सुनील शर्मा उर्फ गुड्डू ने अपना इस्तीफा पूर्व सीएम कमलनाथ को भेजा और इसकी एक कॉपी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी को भेजी दी। आपको बता दें कि कांग्रेस पार्टी की ज्यादातर नेता दीपक सक्सेना से लेकर सुनील शर्मा तक अपना इस्तीफा, पूर्व सीएम कमलनाथ के नाम एड्रेस कर रहे हैं जबकि प्रोटोकॉल के अनुसार इसी का प्रतिशत अध्यक्ष और राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम एड्रेस होना चाहिए। जिसका माध्यम कोई भी हो सकता है।

PCC चीफ जीतू पटवारी ने जिला अध्यक्ष को किया अपमानित

बुधवार को बैतूल में कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी रामू टेकाम ने नामांकन भरा। इस मौके पर पार्टी की तरफ से आमसभा भी की गई थी। जिसमें PCC चीफ जीतू पटवारी ने सुनील शर्मा को दो शब्द कहने का मौका भी नहीं दिया जबकि वह बैतूल के जिला अध्यक्ष थे। सुनील शर्मा उर्फ गुड्डू ने कमलनाथ के लिए लिखा कि – मैंने आपके सफल नेतृत्व में पूरी निष्ठा से करीब 30 सालों से कांग्रेस पार्टी में कई पदों पर रहकर सेवा की, लेकिन मैं वर्तमान में जिला कांग्रेस अध्यक्ष पद पर कार्य करने में असमर्थ हूं। आपसे अनुरोध है कि कृपया मेरा इस्तीफा स्वीकार करवाने की कृपा करें।