पितृ पक्ष समाप्त होने को है और देशभर में नवरात्रि की तैयारियों की धूम मचने लगी है। मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में भी लोग गरबा उत्सव की तैयारियों में जुट गए हैं। इस बीच, बीजेपी के जिला अध्यक्ष चिंटू वर्मा ने गरबा पंडालों को लेकर एक अनोखी और विवादित सलाह दी है, जो सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गई है।
गरबा पंडाल में गोमूत्र पिलाने की सलाह
चिंटू वर्मा ने कहा कि गरबा पंडाल में आने वाले हर व्यक्ति को गोमूत्र पिलाया जाए। उनका कहना है कि हिंदू धर्म में गोमूत्र का विशेष स्थान है और इससे किसी भी हिंदू को कोई आपत्ति नहीं होगी। उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग तिलक लगाकर नहीं आते हैं, उन्हें गरबा में प्रवेश न करने दिया जाए। इस बयान के बाद वर्मा का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
एंट्री के लिए गोमूत्र अनिवार्य
चिंटू वर्मा ने यह भी जोड़ा कि गरबा पंडाल में कई तरह के लोग आते हैं, जिनकी पहचान करना मुश्किल हो जाता है। इसलिए, उनकी सलाह है कि जो भी पंडाल में प्रवेश करना चाहता है, उसे पहले गोमूत्र पिलाया जाए। उनका तर्क है कि इससे केवल वही लोग प्रवेश करेंगे जो हिंदू होंगे, क्योंकि गैर-हिंदू लोग गोमूत्र नहीं पीएंगे। उन्होंने आधार कार्ड से पहचान करने पर भी सवाल उठाए और कहा कि आधार कार्ड में एडिटिंग हो जाती है, इसलिए पहचान के लिए गोमूत्र सबसे अच्छा विकल्प है।
गैर-हिंदुओं को रोकने का तरीका
वर्मा का मानना है कि हर साल गरबा पंडालों में गैर-हिंदू लोग प्रवेश करते हैं, जो तिलक लगाकर हिंदुओं का भेष बना लेते हैं। इससे समस्याएं उत्पन्न होती हैं। वर्मा के अनुसार, हिंदू युवकों को गोमूत्र पीने में कोई आपत्ति नहीं होगी, जबकि गैर-हिंदू युवक ऐसा नहीं कर पाएंगे। इससे उनकी पहचान आसानी से की जा सकेगी और गरबा में प्रवेश रोकने का यह प्रभावी तरीका साबित होगा।
आधार कार्ड नहीं, गोमूत्र है सही पहचान
बीजेपी नेता चिंटू वर्मा ने आधार कार्ड पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि आजकल आधार कार्ड आसानी से एडिट हो जाते हैं, जिससे असली पहचान नहीं हो पाती। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि गोमूत्र ही एकमात्र सही पहचान का तरीका है, जो लोगों की असल पहचान को उजागर करेगा।