शिवपुरी के निवोदा गांव में एक दुखद घटना ने बंजारा समाज की बस्ती को शोक में डुबो दिया, जब शनिवार की सुबह तीन छोटे बच्चे एक गड्ढे में डूब गए। नीरज (10), संजय (8) और रवि (9) अपने खेल के दौरान बस्ती से बाहर आए और गड्ढे में नहाने लगे, लेकिन गहराई में चले जाने के कारण उनकी जान चली गई।
अस्पताल में किया मृत घोषित
घटना के बाद, अन्य बच्चों ने जब यह देखा कि वे डूब रहे हैं, तो दौड़कर परिजनों को सूचित किया। परिजन तुरंत मौके पर पहुंचे और बच्चों को गड्ढे से बाहर निकाला। उन्हें फौरन शिवपुरी के निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
6 बहनों का था इकलौता भाई
नीरज, जो 6 बहनों का इकलौता भाई था, की मौत ने परिवार में एक गहरा शोक छोड़ दिया। परिजनों ने बच्चों के शवों को घर ले जाने का निर्णय लिया, जबकि अधिकारियों ने उन्हें जिला अस्पताल जाने की सलाह दी। कोलारस के एसडीओपी विजय यादव, एसडीएम और अन्य पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और परिजनों को समझाने की कोशिश की, लेकिन वे पोस्टमॉर्टम कराने को राजी नहीं हुए। कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी ने भी गांव जाकर परिजनों से बात की, लेकिन स्थिति में कोई बदलाव नहीं आया।
पूरी बस्ती को लगा सदमा
आखिरकार, कोलारस स्वास्थ्य केंद्र से डॉ. विवेक शर्मा को बुलाकर तीनों बच्चों की फॉर्मल ऑटोप्सी रिपोर्ट तैयार कराई गई, जिससे अंतिम संस्कार की प्रक्रिया आगे बढ़ाई जा सकी। यह घटना न केवल परिवार बल्कि पूरी बस्ती के लिए एक गहरा सदमा है, जिसने एक बार फिर बच्चों की सुरक्षा और देखभाल की आवश्यकता को उजागर किया है।