इंदौर में एक अनोखा सड़क हादसा सामने आया है, जिसमें फरियादी और आरोपी दोनों एक ही व्यक्ति हैं। यह घटना एबी रोड पर बीआरटीएस मार्ग पर हुई, जहां एक महिला और उसके दो साल के बच्चे के साथ स्कूटर पर चलने के दौरान सड़क पर बने गड्ढे के कारण दुर्घटना घटित हुई।हादसे में महिला गंभीर रूप से घायल हो गई, जबकि बच्चा सुरक्षित रहा। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि पुलिस ने महिला के पति को ही इस मामले में फरियादी और आरोपी दोनों बना दिया।
जानिए पूरा मामला
घटना के समय पति अपनी पत्नी और बच्चे के साथ स्कूटर पर सवार थे। सड़क पर बने गड्ढे के कारण स्कूटर असंतुलित हो गया, और महिला सड़क पर गिर पड़ी, जिससे उसे सिर और पैर में गंभीर चोट आई। हादसे के बाद महिला को तुरंत अस्पताल ले जाया गया।
पति बना फरियादी और आरोपी
पुलिस ने जब अस्पताल पहुंचकर महिला के बयान लेने की कोशिश की, तब उसकी गंभीर स्थिति के कारण बयान नहीं लिया जा सका। इस बीच, पति ने पुलिस को हादसे की जानकारी दी और खुद को जिम्मेदार ठहराया। उसने कहा कि वह स्कूटर ठीक से नहीं चला पाया, जिसके कारण यह हादसा हुआ। पुलिस ने इसी बयान के आधार पर पति के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया।
प्रशासन की लापरवाही
भारतीय कानून के अनुसार, सड़क दुर्घटनाओं में वाहन चालक की लापरवाही की जांच की जाती है। यदि चालक की लापरवाही से हादसा होता है, तो उसे जिम्मेदार ठहराया जाता है। पति के आत्म-स्वीकृति के कारण पुलिस ने उसे आरोपी बनाया, जबकि असली कारण सड़क पर बने गड्ढे को नजरअंदाज किया गया।
यह घटना प्रशासनिक लापरवाही और सड़कों की खराब स्थिति को उजागर करती है। पुलिस को केवल चालक की लापरवाही पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय सड़क की स्थिति और प्रशासनिक लापरवाही जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों को भी ध्यान में रखना चाहिए। इस तरह के मामलों में बिना सड़क की स्थिति की जांच किए सीधे पति को आरोपी बनाना कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है।