मध्य प्रदेश के Guna से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। Guna पुलिस की कस्टडी में एक पारदी युवती की मौत के बाद समाज की महिलाओं ने कलेक्ट्रेट में विरोध प्रदर्शन किया। मंगलवार को कई महिलाएं कलेक्ट्रेट पहुंचीं और कलेक्टर डॉ. सतेंद्र सिंह से मुलाकात की। कलेक्टर ने उनकी बातें सुनी, लेकिन बाहर निकलने के बाद महिलाएं फिर से विरोध करने लगीं।
महिलाओं ने कपड़ उउतारने किए शुरू
इस दौरान कुछ महिलाओं ने अपने कपड़े उतारने शुरू कर दिए। पुलिसकर्मियों और महिलाओं के बीच झूमाझटकी हुई, जिसमें कई महिलाओं की चूड़ियां टूट गईं और कैंट थाने के टीआई को खरोंच आ गई। एक पारदी महिला को चोट लगने से उसके सिर से खून बहने लगा। इस स्थिति को देखते हुए कलेक्टर ने कुछ महिलाओं को दोबारा बुलाकर उनकी बात सुनी।
महिलाओं का आरोप पुलिस की मारपीट के कारण हुई महिला की मौत
महिलाओं का आरोप है कि 25 वर्षीय देवा पारदी की मौत हार्ट अटैक से नहीं, बल्कि पुलिस की मारपीट के कारण हुई है। उन्होंने सवाल उठाया कि इतनी कम उम्र के लड़के को हार्ट अटैक कैसे आ सकता है। उनका कहना है कि पुलिस ने देवा और उसके चाचा के साथ भी मारपीट की है। मृतक देवा के परिवार की महिलाओं की मांग है कि देवा के चाचा गंगाराम, जो घटना के समय पुलिस की पिटाई से घायल हुए थे, को जिला अस्पताल में भर्ती कराया जाए और उन्हें इस मामले में इंसाफ मिले।