असदुद्दीन ओवैसी, जिस देश का नमक खा रहे हैं, जिस देश की संसद में खड़े हैं। उसके लिए उनके मुंह से एक जयकारा तक नहीं निकल सकता। ओवैसी जैसे लोग अपने समाज और देश के नाम पर कलंक समान हैं। यह कहना झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी का, उन्होंने यह बयान हैदराबाद के सांसद और AIMIM प्रमुख असदुद्दीन के लोकसभा में ‘जय फिलिस्तीन के नारे लगाने पर कहा।
ओवैसी ने कहा – जय फिलिस्तीन
दरअसल हैदराबाद के सांसद और AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने 18वीं लोकसभा की कार्यवाही के दूसरे दिन संसद सदस्य के तौर पर शपथ ली। उन्होंने शपथग्रहण के दौरान ‘जय फिलिस्तीन’ का नारा लगाया, जिससे लोकसभा में विवाद पैदा हुआ। इसके बाद भाजपा सांसदों ने इस नारे के खिलाफ विरोध दर्ज कराया और कार्यवाही से इसे हटाने की मांग की। प्रोटेम स्पीकर ने बताया कि अगर शपथग्रहण के दौरान कोई आपत्तिजनक बात पाई गई तो उसे कार्यवाही के रिकॉर्ड से हटाया जाएगा।
संसदीय कार्य मंत्री ने दी प्रतिक्रिया
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि हमारी किसी भी देश से कोई दुश्मनी नहीं है, और शपथ लेते समय किसी अन्य देश की तारीफ में नारा लगाना उचित नहीं है। उन्होंने विधायिकाओं को संविधान के नियमों का पालन करने की सलाह दी।
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री ने भी कसा तंज
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने फेसबुक पोस्ट में लिखा, ”संविधान, लोकतंत्र की दुहाई देने वाले ओवैसी की निष्ठा सिर्फ अपने कौम के प्रति है। ओवैसी ने आज देश की संसद में फिलिस्तीन का जयकारा लगाकर अपनी वफादारी स्पष्ट कर दी।’
उन्होंने तंज कसते हुए आगे कहा कि असदुद्दीन ओवैसी, जिस देश का नमक खा रहे हैं, जिस देश की संसद में खड़े हैं। उसके लिए उनके मुंह से एक जयकारा तक नहीं निकल सकता. ओवैसी जैसे लोग अपने समाज और देश के नाम पर कलंक समान हैं।