कांग्रेस से भाजपा में आए बीजेपी नेता का चौकाने वाला बयान सामने आया है। उनका कहना है कि महू से उषा ठाकुर को जिताते के लिए ही उन्होंने कांग्रेस ज्वाइन की थी। आरएसएस और भाजपा नेताओं ने मुझे कांग्रेस में जाने के लिए कहा था।
उषा ठाकुर के कहने पर कांग्रेस में गए थे रामकिशोर शुक्ला
लोकसभा चुना एजव के दौरान कई कांग्रेसियों ने बीजेपी ज्वाइन की है। ऐसे में कांग्रेस से बीजेपी में आए महू के नेता रामकिशोर शुक्ला इन दिनों काफी सुर्खियों में बने हुए क्योंकि उनके एक बयान ने हर किसी को सोचने के लिए मजबूर कर दिया है। बीजेपी नेता रामकिशोर शुक्ला का कहना है कि वे RSS और BJP नेताओं के कहने पर ही महू से कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़े है। साथ ही उन्होंने यह भी दावा किया है कि उषा ठाकुर के कहने पर ही वो कांग्रेस में गए थे और विधानसभा चुनाव का लड़े। क्योंकि चुनाव से पहले हमें ऐसा नहीं लग रहा था कि उषा दीदी जीतेंगी। जिसके बाद मैने कांग्रेस में जाने का फैसला लिया। और हमारी इसी रणनीति ने महू से उषा दीदी को रिकॉर्ड तोड़ जीत दिलाई।
‘चुनावी महाभारत में पांडवों की हुई विजय’
महू से भाजपा नेता रामकिशोर शुक्ला ने आगे कहा कि उषा ठाकुर को MLA बनाने के लिए बीजेपी ने यह रणनीति बनाई थी। कि कांग्रेस के पूर्व विधायक अंतर सिंह दरबार निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ेंगे। जिसके बारे में हमें पहले से ही जानकारी थी। चुनावी महाभारत में मुझे कांग्रेस के चक्रव्यूह में लड़ने के लिए भेजा गया था और मैंने इस काम को करने में जीत हासिल की है। चुनावी महाभारत में पांडवों की विजय हुई। जिसके कारण विधायक उषा ठाकुर 34 हजार वोटों से दूसरी बार महू से विधायक बनी। हालांकि इसके बारे में खुद उषा दीदी ने भी नहीं पता था,कि वो जीत जाएगी।हालांकि मेरी इस बात पर उन्होंने भी सहमति जताई है।
कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में दिया था टिकट
गौरतलब है कि रामकिशोर शुक्ला ने विधानसभा चुनाव के ठीक पहले भाजपा छोड़कर कांग्रेस ज्वाइन की थी। इसके बाद कांग्रेस ने उन्हें महू से टिकट भी दे दिया था। जिसके कारण कांग्रेस नेता अंतरसिंह दरबार का टिकट कट गया और तब उन्होंने कांग्रेस से नाराज होकर निर्दलीय चुनाव लड़ा। जिसके बाद मुकाबला त्रिकोणीय हो गया, जिसमें बीजेपी प्रत्याशी उषा ठाकुर 25 हजार वोटों से जीत हासिल की। निर्दलीय अंतरसिंह दरबार दूसरे नंबर पर और कांग्रेस से उतरे शुक्ला तीसरे नंबर पर रहे। अब रामकिशोर शुक्ला ने कुछ दिनों पहले ही भाजपा में वापस लौट आए हैं।