विदिशा जिले की सिरोंज तहसील के पटवारी को लोकायुक्त ने 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगेहाथ दबोचा। पटवारी जमीन के रकबा सुधारने के लिए 10 हजार रुपए की रिश्वत मांग रहा था।
जाने क्या है मामला
लोकायुक्त पुलिस ने गुरुवार को विदिशा जिले की सिरोंज तहसील में पटवारी विकास जैन को 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते दबोचा है। जानकारी के अनुसार आवेदक रामप्रसाद कुशवाह निवासी ग्राम पारधा ने आवेदन दिया था। कुशवाह ने बताया कि उन्होंने अपने समधी माथुरालाल की खेती की जमीन के रकबे को सुधारने के लिए पटवारी से बात की। पटवारी ने उनको 10 हजार रुपयों की रिश्वत की मांग की। उन्होंने बताया कि मथुरालाल को पटवारी विकास जैन एक साल से चक्कर लगावा रहा है। और वह बिना रिश्वत के काम करने को तैयार ही नहीं था। मथुरालाल के पैर में चोट होने से ज्यादा चलने में उसे दर्द होता है। इसलिए उन्होंने रामप्रसाद कुशवाह को अपना काम कराने के लिए कहा। पटवारी विकास जैन ने रामप्रसाद से 10 हजार रुपए की रिश्वत मांगी और होली के बाद राशि लेकर आना तय किया।
एक कमरे में कर रहा था निजी कार्यालय संचालित
पटवारी ने अपने शासकीय कार्यों के लिए दिल्ली दरवाजा मोहल्ले में एक निजी कक्ष ले रखा है। इसी कक्ष में रामप्रसाद से पटवारी ने 10 हजार रुपए लिए। जहां लोकायुक्त पुलिस ने उसे रंगे हाथों दबोच लिया। भोपाल की टीम में इंस्पेक्टर रजनी तिवारी इंस्पेक्टर नीलम पटवा, प्रधान आरक्षक राजेंद्र पावन, मुकेश सिंह, मुकेश पटेल, अवध बाथवी, संदीप सिंह शामिल थे। तिवारी ने बताया कि पटवारी ने शासकीय कार्य के लिए यह कमरा किराए पर लिया था। इस कमरे में वह अपना निजी कार्यालय संचालित कर रहा था। आरोपित पटवारी के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत कार्रवाई की गई है।