आईएमए (इंदौर मैनेजमेंट एसोसिएशन) ने शुक्रवार को ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में दो दिवसीय इंटरनेशनल मैनेजमेंट कॉन्क्लेव की शुरुआत की। इसमें देश के प्रमुख कॉर्पोरेट दिग्गजों ने India Power की जरूरी जानकारियां दी। और कई नई और अनोखी बाते बताई।
अपनी असली पहचान को समझें
उद्घाटन भाषण में आईआईएम इंदौर के निर्देशक डॉ. हिमांशु राय ने भारत के आशाजनक भविष्य पर प्रकाश डाला। उन्होंने अत्तियाधिक कुशल कार्यबल के साथ भारत की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में उभरने की भविष्यवाणी की। उन्होंने यह भी कहा कि भारत कुशल कार्यबल में वैश्विक नेता बनेगा और मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन जल्द पूरा कर लेगा। उन्होंने यह भी कहा कि खुद की खोज करें। अपनी असली पहचान को समझें। अपनी पहचान को अपने पदनाम से जोड़ना खतरनाक है। कभी पद के मोह में ना रहें।
अंतरिक्ष एक किशोर के प्रेम की तरह
कर्मवीर चक्र पुरस्कार विजेता और विश्व के सबसे युवा रॉकेट वैज्ञानिक डॉ. जतिन वाहने ने कहा कि रॉकेट साइंस के क्षेत्र में सबसे महत्वपूर्ण नियम सावधानी बरतना है। यह पहचानना कि गलतियां करना, सीखने की प्रक्रिया का एक स्वाभाविक हिस्सा है। आप 99 बार फेल होंगे लेकिन आप करते रहेंगे। उन्होंने कहा अंतरिक्ष एक किशोर के प्रेम की तरह है। कोई नहीं जानता कि क्या हो रहा है या आगे क्या होगा पर वह कार्य किया जा रहा है।
हमेशा सीखते रहना चाहिए
ग्लोबल सीएक्सओ और प्रतिष्ठित बोर्ड निदेशक एम बालासुब्रमण्यम ने तेजी से विकसित हो रही दुनिया में रोजगार और निरंतर सीखने के महत्व पर जोर दिया। भारत की अर्थव्यवस्था में बदलाव लाने में छात्रों की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि अगले 3 वर्ष भारतीय परिदृश्य के परिवर्तन के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। एआई और तकनीक की शुरूआत के संबंध में व्यवसाय को बढ़ाने के लिए सीखते रहना जरुरी है।