शिवपुरी की बदरवास तहसील में कई दशकों से बन रही जैकेट की डिमांड पूरे देश मे 2014 के बाद बढ़ गई, की सूक्ष्म लघु उद्योग के रूप में शुरू हुए कारोबार का टर्नओवर आज 100 करोड़ से ज्यादा हो गया है।
बदरवास की मोदी जैकेट की डिमांड पूरे देश तेज़ी से बढ़ रही है, 25 साल पहले शुरू हुआ जैकेट के कारोबार अब नई ऊंचाई छू रहा है। 2014 के बाद से मोदी जैकेट के नाम पर इन्हें तैयार किया जा रहा हैं। कारोबार से सीधे तौर पर 2000 परिवार को रोजगार मिलता है।
2021 में मिला था एक जिला एक उत्पाद का दर्जा
राज्य सरकार ने जैकेट मैनुफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए इसे एक जिला एक उत्पाद में शामिल किया था। जिससे कि ब्रांडिंग बेहतर ढंग से हुई और सप्लाई चैन में भी दिक्कत ना हो यह सरकार ने सुनिश्चित किया, इसी का परिणाम है कि उद्योग 100 करोड़ पार पहुँच चुका है।
महिलाओं को मिला रोजगार
खास बात यह है कि जैकेट कारोबार से महिलाओं को सबसे ज्यादा रोजगार मिल रहा है। घर बैठे काम मिलने से महिलाओं की आमदनी बढ़ रही है। 13 से 18 फरवरी, 2024 तक बदरवास क्लस्टर की 19 महिला कारीगरों को भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान (ईडीआईआई) परिसर में क्वालिटी, मार्केटिंग और वर्चुअल मर्चेंडाइजिंग पर एडवांस ट्रेनिंग दी गई। इस कोर्स में कपड़ा निर्माण की पेचीदगियां, बिक्री-मार्केटिंग की रणनीतियां और ब्रांड बनाने के पहलुओं को शामिल किया गया।