Bhopal: MP में पटवारी भर्ती की परीक्षा को लेकर विवाद थम ही नही रहा है। पहले अभ्यर्थि भर्ती परीक्षा में हुए घोटाले को लेकर जाँच के लिए सड़कों पर उतरे थे अब उसी जांच की रिपोर्ट को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। National Education Youth Union के नेतृत्व में चल रहे प्रदेश के सभी जिलों से छात्र भोपाल पहुँचे थे, प्रदर्शन कर रहे छात्र जब वल्लभ भवन की ओर बढ़े तो व्यापम चौराहे पर पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
बता दें कि एक ही सेंटर से टॉप 10 से 7 अभ्यार्थी थे जिस के कारण विवाद खड़ा हुआ था Shivraj सरकार ने विवाद को देखते हुए रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में एक सदस्य जाँच समिति का गठन किया था, समिति की रिपोर्ट के अनुसार सभी को क्लीन चीट दे दी गई और जल्द ही नियुक्ति देने की बात थी।
बिना टेक्निकल सपोर्ट के कैसे निष्पक्ष होगी जाँच
प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने बताया कि परीक्षा ऑनलाइन माध्यम से हुई थी ऐसे में जज साहब ने बिना टेक्निकल सपोर्ट लिए जाँच की रिपोर्ट सौंप दी, जो पूरी तरह से भर्ती में हुए घोटाले और कई नामदारों को बचाने के लिए बनाई गई है।
कमलनाथ बोले-मप्र के युवाओं पर तिहरी मार
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पटवारी भर्ती परीक्षा को लेकर सरकार पर निशाना साधा। सोशल मीडिया पोस्ट पर लिखा, सरकारी नौकरी की भर्तियों में भ्रष्टाचार और लेट लतीफी के खिलाफ प्रदेश के नौजवान भोपाल में प्रदर्शन कर रहे हैं। उनकी मांग है कि पटवारी भर्ती परीक्षा को क्लीन चिट देना सही नहीं है। पहले शिवराज सरकार में युवा यह मुद्दे उठाते रहे और मोहन यादव सरकार में भी समस्या से जूझना पड़ रहा है। मप्र का युवा बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और सरकारी उदासीनता की तिहरी मार से परेशान है।
आंदोलन पर उतरें युवाओं की मांग
युवाओं का कहना है कि पटवारी भर्ती परीक्षा रद्द हो। 6 महीने के अंदर सरकार दोबारा परीक्षा आयोजित करें। जांच कमेटी की रिपोर्ट सार्वजनिक की जाना चाहिए। नई कमेटी गठित कर उच्च स्तरीय जांच नए सिरे से होना चाहिए। एमपी एसआई के 2000 पद पर भर्ती जल्दी होना चाहिए। एमपीएसईबी की परीक्षाओं के रुके हुए नतीजे को भी जल्द घोषित करने की मांग की है। राज्य सरकार द्वारा पटवारी भर्ती परीक्षा में ओबीसी आरक्षण के तहत प्रत्याशी 87-13 का जो फार्मूला निकाला है इसको भी निरस्त करने की मांग युवा कर रहे हैं। 100% के हिसाब से रिजल्ट जारी हो।